रामटेक जाने के लिए आपको सबसे पहले अपने शहर से नागपुर पहुंचना होगा यदि आप नागपुर नहीं पहुंच सकते तो आप मध्य प्रदेश के सिवनी शहर भी पहुंच सकते हैं शिवनी से रामटेक की दूरी लगभग 90 किलोमीटर की है और सिवनी से रेगुलर बसे मिल जाती है रामटेक के लिए या रामटेके थोड़े पहले मनसा करके जगह है वहां के लिए अगर आप नागपुर से आते हैं अगर आपको ट्रेन मिल जाती है तो रामटेक अपना रेलवे स्टेशन भी है ट्रेन का टाइम आप अपने हिसाब से देख सकते हैं नागपुर से रामटेक के लिए आपको बस मिल जाएगी नागपुर से रामटेक की दूरी 50 किलोमीटर की है रामटेक घूमने के लिए आपके पास 2 दिन होना चाहिए 2 दिन में आप पूराराम के घूम सकते हैं रामटेक में घूमने का प्रमुख स्थान तो राम जी का मंदिर है जिसे राम किला भी कहते हैं रूसी में बहुत सारी जगह घूमने के लिए है जो कि एक पहाड़ी पर बना हुआ है
या मंदिर पहाड़ी पर बसे होने के बावजूद भी काफी एरिया में फैला हुआ है यहां पर बहुत सारी प्रसाद आदि की दुकानें भी लगी हुई है जैसे ही आप मंदिर परिसर में इंटर होते हैं थोड़े ही आगे चलकर आपको वराह मंदिर नजर आता है वहां से मुख्य मंदिर थोड़ी सी दूरी पर है यहां धीरे-धीरे दूसरे मंदिरों के दर्शन करते हुए मुख्य मंदिर तक बहुत सत्य है रामटेक में यहां राम जी का मंदिर के अलावा और भी कई सारे मंदिर है जिसमें से एक जैन मंदिर की शामिल है पुराणों में कहा है कि राम जी अपने वनवास के समय यहां पर कुछ समय के लिए रुके थे इसलिए इसका नाम रामटेक है
और दूसरी जगहों में यहां पर श्री शांतिनाथ जैन दिगंबर मंदिर भी है इसके साथ ही आप यहां कपूरबावड़ी भी घूम सकते जो एक छोटा सा पानी का कुंड जैसा बना हुआ है पूरे रामटेक में ऐसे कई सारे तालाब एवं कुंड बने हुए हैं यहां पर आपको बंदरों से काफी सावधान रहना पड़ेगा बंदर आपके पास से प्रसाद की थैली छुड़ा कर भाग जाते हैं यदि आप उसमें इससे उनको थोड़ा प्रसाद निकाल कर खिला देते हैं तो हो सकता है वह आपके बाकी प्रसाद के थैली को छोड़ दें और कई बार तो बंदर आपको नोच भी देते हैं