नागालैंड की यात्रा में इन अनोखे अनुभवों को जरूर शामिल करें, आपकी यात्रा बन जाएगी शानदार

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Photo of नागालैंड की यात्रा में इन अनोखे अनुभवों को जरूर शामिल करें, आपकी यात्रा बन जाएगी शानदार by Rishabh Dev

पूर्वोत्तर को भारत का सबसे खूबसूरत ख़ज़ाना कहा जाता है। पूर्वोत्तर भारत की उन जगहों में से है जिनको कम एक्सप्लोर किया गया है। नागालैंड पूर्वोत्तर के सबसे सुंदरता वाले राज्यों में आता है। नागालैंड अपने गौरवशाली इतिहास, जादुई घाटी, आदिवासी लोग और अनछुई जगहों के लिए जाना जाता है। नागालैंड अपने अनोखे अनुभवों के लिए जाना जाता है। नागालैंड की यात्रा में इन शानदार और अनोखे अनुभव को ज़रूर लेना चाहिए। इन अनुभवों के बिना नागालैंड की यात्रा अधूरी रहेगी।

1. जाफू पीक ट्रेक

जाफू पीक नागालैंड की दूसरी सबसे ऊँची चोटी है। समुद्र तल से जाफू चोटी 3,048 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यहाँ से आपको कोहिमा का बेहद सुंदर और प्यारा नजारा दिखाई देता है। जाफू पीक के ट्रेक के रास्ते में आपको जोकू घाटी से गुजरना होगा। जाफू पीक का ट्रेक किंगवेमा में जाफू क्रिस्चियन कॉलेज के पास से शुरू होता है। जाफू पीक ट्रेक आसान है और इसे पूरा करने में लगभग 5 घंटे का समय लगता है।

कब जाएँ: अक्टूबर से मई तक

कैसे पहुँचे: सबसे निकटतम एयरपोर्ट दीमापुर हवाई अड्डा है और सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन भी दीमापुर रेलवे स्टेशन है। दूरी: 50 किमी.।

2. हॉर्नबिल फ़ेस्टिवल

हॉर्नबिल फ़ेस्टिवल नागालैंड का सबसे ख़ुशमिज़ाज त्यौहार है। हर साल होने वाले इस फ़ेस्टिवल के माध्य नागा संस्कृति को बेहद सुंदर तरीक़े से प्रस्तुत किया जाता है। हॉर्नबिल फ़ेस्टिवल का नाम नागालैंड के पक्षी हॉर्नबिल पर रखा गया है। 1 दिसंबर से 10 दिसंबर के बीच होने वाले इस फ़ेस्टिवल में नागा जनजाति के लोग पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य करते हैं। इसके अलावा पर्यटक स्थानीय भोजन का ज़ायक़ा भी ले सकते हैं।

कैसे पहुँचे: सबसे निकटतम हवाई अड्डा दीमापुर एयरपोर्ट है और सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन दीमापुर रेलवे स्टेशन है। दूरी: 73 किमी.।

3. खोनोमा गाँव

खोनोमा नागालैंड का एक बेहद खूबसूरत और छोटा-सा गाँव है। खोनोमा गाँव नागालैंड की राजधानी कोहिमा से लगभग 20 किमी. की दूरी पर है। खोनोमा गाँव को एशिया का पहला ग्रीन विलेज भी कहा जाता है। चारों ओर से हरियाली से घिरा खोनोमा गांव लगभग 700 साल पुराना है। खोनोमा गाँव में क़रीब 600 घर हैं और गाँव की आबादी लगभग 3000 है। खोनोमा अंगमी आदिवासियों का घर है। इस गाँव में हरे-भरे पेड़ों को काटना सख़्त मना है।

कब जाएँ: दिसंबर

कैसे पहुँचे: कोहिमा से खोनोमा गाँव लगभग 20 किमी. की दूरी पर है। सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट दीमापुर हवाई अड्डा है। दूरी: 80 किमी.।

4. इनतनकी वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी

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नागालैंड तो वैसे अपनी हरियाली और कुदरती ख़ूबसूरती के लिए जाना जाता है। नागालैंड में अगर आप अच्छे से जंगल देखना चाहते हैं तो आपको इनतनकी वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी की यात्रा करनी चाहिए। इनतनकी वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी लगभग 202 वर्ग किमी. में फैला हुआ है। इनतनकी वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी नागालैंड के दीमापुर जिले में स्थित है। ये वाइल्डलाइफ़ सैंक्चुरी पाम सिवेट, बाघ, स्लॉथ भालू, जंगली कुत्ते, उड़ने वाली गिलहरियां, काले सारस, मॉनिटर छिपकली, अजगर और गोल्डन लंगूर समेत कई जानवरों का घर है।

घूमने का बढ़िया समय: नवंबर से फरवरी

कैसे पहुँचे: सबसे नज़दीकी हवाई अड्डा दीमापुर एयरपोर्ट है और सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन दीमापुर रेलवे स्टेशन है। दूरी: 70 किमी.।

5. माउंटेन बाइकिंग

कोहिमा अपने सुंदर नज़ारे, हरियाली और पहाड़ के लिए जाना जाता है। अगर आप रोमांच के शौक़ीन हैं तो आपको नागालैंड के कोहिमा में माउंटेन बाइकिंग करनी चाहिए। रोमांच के शौक़ीन रखने वाले लोगों की बकेट लिस्ट में माउंटेन बाइकिंग ज़रूर होती है। कोहिमा के पहाड़ों में आप माउंटेन बाइकिंग और साइकिलिंग कर सकते हैं।

कब जाएँ: अक्टूबर से मई तक

6. डाइज़ेफ़े क्राफ्ट विलेज

नागालैंड के दीमापुर के पास में एक छोटा-सा गाँव है, डाइज़ेफ़े क्राफ्ट विलेज। ये गाँव स्थानीय लोगों के द्वारा बनाए गए कपड़ों के लिए जाना जाता है। इस गाँव में आप स्थानीय लोगों की कलाकारी को देख पाएँगे। इसके अलावा आप यहाँ पारंपरिक कपड़ों और अन्य कारीगरी वाली चीजों को भी ख़रीद सकते हैं। अगर आप कुछ ख़रीदते भी नहीं हैं तो आपको डाइज़ेफ़े क्राफ्ट विलेज की यात्रा ज़रूर करनी चाहिए।

घूमने का बढ़िया समय: दिसंबर से फ़रवरी तक

कैसे पहुँचे: सबसे निकटतम एयरपोर्ट दीमापुर हवाई अड्डा है और सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन दीमापुर रेलवे स्टेशन है। दूरी: 7 किमी.।

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