योग एक प्राचीन विज्ञान है। यह संभवतः 5000 वर्षों से भी अधिक पुरानी पद्धति है।जिसका अभ्यास दुनिया भर में लोग करते हैं।योग हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। योग करने से शरीर को एक नई ऊर्जा प्राप्त होती है।
भारत को योगाभ्यास का मुख्य केंद्र माना जाता है। यहां पर अनेक कल्याणकारी रिज़ॉर्टए आश्रम एवं योग ध्यान संस्थान उपलब्ध हैं।हमारा देश बहुत से शहरों में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सवों का आयोजन करके भी इसके प्रति रुचि को बढ़ा रहा है। आज हम आपको भारत के प्रमुख योग स्थल के बारे में बताएंगे, जहां जाकर आप एक नए प्रकार के जीवन का अनुभव कर सकते हैं।
परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश
हम सब जानते है कि ऋषिकेश को योग कैपिटल के रूप में जाना जाता है।गंगा किनारे बना यह आश्रम किसी भी तरह के ताम झाम से दूर है।इस संस्था में विदेशी तो आते ही हैं, साथ ही यह आश्रम भारतीयों के बजट में भी एकदम फिट बैठता है।। इस योग क्रेन्द्र की स्थापना 1984 में की गई थी और यहाँ एक हजार से अधिक कमरे हैं। यह आश्रम आधुनिक सुविधाओं और पारंपरिक, आध्यात्मिक सादगी का एक आदर्श मिश्रण हैं।मार्च में यहां अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव होता है,जहां 32 देशों से योग प्रेमी जमा होते हैं और अलग अलग किस्म के योग का प्रदर्शन करते है।
कैवल्यधाम योग संस्थान ,लोनावला
यह योग संस्थान भारत के सबसे पुराने योग संस्थान के रूप में जाना जाता है।जिसकी स्थापना स्वामी कुवलयानंद ने वर्ष 1924 में की थी। इसकी स्थापना महाराष्ट्र के लोनावाला में की गई थी।कैवल्यधाम योग संस्थान की स्थापना भारतीय औपनिवेशिक समाज को आध्यात्मिक मूल्यों और प्राचीन योगिक अनुशासन के पुनरुत्थान के उद्देश्य से की गई थी।आज यह देश के लोगो के पसंदीदा योगा संस्थानों में से एक है।
दि योग इंस्टिट्यूट, मुंबई
मुंबई के सांताक्रूज़ में स्थित दि योग इंस्टिट्यूट की स्थापना 1918 में श्री योगेंद्रजी द्वारा की गई थी। यह भारत का सबसे पुराना योग केंद्र है। इस संस्थान में प्रतिदिन हजारों लोगों को न केवल योग के स्वास्थ्य लाभों के बारे में बताया जाता है बल्कि उन्हें समुचित प्रशिक्षण भी दिया जाता है। योग सिखाने का एक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम भी यहां संचालित होता है। यहाँ लोगों को कुछ विशिष्ट रोगों, हृदय एवं साँस की समस्यायों, मधुमेह और तनाव जैसे रोगों से मुक्ति के लिए क्लासेस दी जाती हैं। यहाँ गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए खस क्लासेस भी आयोजित की जाती हैं।
पतंजलि योग पीठ, हरिद्वार
सभी प्रमुख योग संस्थानों में, पतंजलि योगपीठ ने पूरे देश के साथ-साथ पूरी दुनिया में भी योग सिखाने के लिए प्रतिष्ठा हासिल की है। इसे भारतीय संत रामदेव ने 2006 में योग के प्राचीन भारतीय विज्ञान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट की स्थापना की।यहां किसी भी प्रकार की बीमारी के उपचार के लिए महर्षि पतंजली चरक संहिता सुश्रुत संहिता जैसी प्राचीन चिकित्सा पद्धतियां अपनाई जाती हैं। संस्थान द्वारा नियमित रूप से संस्थान के अंदर और बाहरए योग प्रशिक्षण कक्षाएं संचालित की जाती हैं।जिनका प्रसारण टेलिविजन के माध्यम से भी किया जाता है।
बिहार स्कूल ऑफ योग आश्रम, मुंगेर
इस योग केंद्र की स्थापना 1964 में स्वामी सत्यानंद सरस्वती ने की थी। गंगा नदी के किनारे पर स्थित यह आश्रम योग सीखने और इसका अभ्यास करने वालों को उपयुक्त वातावरण उपलब्ध करता है। इस संस्थान में योगाभ्यास करने वाले प्रशिक्षक और पर्यटकए दोनों तरह के लोग आकर ठहर सकते हैं।लोगों को योग अभ्यास कराने के साथ-साथ यह योग केंद्र देश के कुछ अस्पतालों के योगा प्रॉजेक्ट्स और मेडिकल रिसर्च में भी सहायता करता है।इस योग केंद्र में हर साल अक्टूबर से जनवरी तक, चार महीने का आवासीय कोर्स भी चलाया जाता है।
आष्टांग योगा रिसर्च इन्स्टिट्यूट, मैसूर
आष्टांग योगा रिसर्च इन्स्टिट्यूट की स्थापना 1948 में कृष्ण पट्टाभि जोइस ने की थी।इस योग संस्थान में पूरे साल अलग-अलग योग क्लासेस उपलब्ध कराते है। इस संस्थान में दाखिला लेने के लिए कम से कम दो महीने पहले आवेदन करना आवश्यक है| यहाँ न्यूनतम एक महीने से लेकर छह महीने तक के कोर्स करवाए जाते हैं।
कृष्णामाचर्या योग मंदिर, चेन्नई
कृष्णामाचर्या योग मंदिर चेन्नई के सबसे प्रसिद्ध योग केंद्रों में से एक है। मॉडर्न योगा के जनक कहे जाने वाले कृष्णामाचर्या के बेटे टी.के.एस. देसीकाचार ने 1976 में इस योग क्रेंद की स्थापना की थी। यह भारत में योग चिकित्सा के लिए अग्रणी संस्थानों में से एक है।कृष्णामाचर्या योग मंदिर का योग कोर्स दुनियाभर में बहुत मशहूर है। देश-विदेश से लोग यहाँ योग सीखने आते हैं। इस योग केंद्र में अलग-अलग अवधि वाले योग कोर्स उपलब्ध हैं। इस योग केंद्र में योग शिक्षक बनने के कोर्स भी करवाए जाते हैं।
रामामणि अयंगार स्मारक योग संस्थान, पुणे
यह संस्थान अयंगार योग के प्रमुख गढ़ के रूप में विख्यात है। रामामणि अयंगार स्मारक योग संस्थान योगाचार्य बीकेएस अयंगार की पत्नी को समर्पित है। इस योगा सेंटर में सभी स्तरों के लिए आयंगर योग की रेग्युलर क्लासेस पूरे साल होती हैं। यहाँ महिलाओं, बच्चों और शारीरिक समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए कुछ खास क्लासेस भी आयोजित की जाती हैं। इस योग सेंटर में दाखिला लेने के लिए छात्रों को आयंगर योग में पूर्व अनुभव होना आवश्यक है।
मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान, नई दिल्ली
इस संस्थान की स्थापना वर्ष 1970 में हुई थी। यह योग और अन्य प्राचीन विज्ञानों का एक प्रमुख केंद्र है।यह संस्थान आधुनिक प्रयोगशाला और बायोकैमिकल परीक्षण और अनुसंधान की सुविधा मुहैया करती है। मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान आयुष मंत्रालय के अंतर्गत आता है।यह संस्थान एक केंद्रीय एजेंसी के रूप में पूरे भारत में योग का प्रचार और विकास करती है।
स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरू
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ;आईसीएमआर से मान्यता प्राप्तए स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान एक डीम्ड विश्वविद्यालय है जो स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं पर आधारित योग के अध्ययन के लिए समर्पित है। इस संस्था में योग प्रशिक्षक पाठ्यक्रम के साथ साथ योग चिकित्सा में बीएससीए योग में एमडी और योग में पीएचडी जैसे कई पाठ्यक्रम संचालित करता है। यह एक अनोखे योग थेरेपी रिसर्च हेल्थ होम से संचालित है।जिसमें 250 रोगियों के उपचार की सुविधा है, जिसे आरोग्य धाम कहा जाता है।
इसका उद्देश्य आधुनिक असंक्रामक रोगों का इलाज और रोकथाम करके स्वास्थ्य को बढ़ावा देना और दीर्घकालिक पुनर्वास सुनिश्चित करना है।
तो अगर आप भी अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग व्यक्ति है तो आपको इन योग संस्थानों पर अवश्य जाना चाहिए।
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