वायरस की दूसरी लहर के चलते देश के कई राज्यों में लॉकडाउन लगा हुआ है। लोग अपने घरों में एक बार फिर से बंद है। इससे पहले साल 2020 में देशव्यापी लॉकडाउन लगा हुआ था। इस दौरान सभी सार्वजानिक स्थानों को पूरी तरह से अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया था। कई महीनों बाद स्थिति सामान्य होने पर सभी सार्वजनिकों स्थलों को खोला गया है। हालांकि, चंद महीने बाद दोबारा संक्रमितों की संख्या में बढ़ोत्तरी होने लगी। देखते-देखते कोरोना वायरस की दूसरी लहर देशभर में फ़ैल गई। आनन-फानन में सरकार ने एहतियात कदम उठाकर कोरोना वायरस की दूसरी लहर को कंट्रोल करने की पूरी कोशिश की है।
इसके लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने देश के सभी स्मारकों, संग्रहालयों और संरक्षित स्थलों को 15 मई तक के लिए बंद कर दिया था। खबरों की मानें तो भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की तरफ से तारीख को 31 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। अब पर्यटक 31 मई तक ताजमहल समेत देश के सभी पॉपुलर पर्यटन स्थलों का दीदार नहीं कर पाएंगे। इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने ट्वीट कर दी है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है-भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने कोरोना महामारी को देखते हुए अपने सभी स्मारकों को 31 मई तक बंद करने का फ़ैसला किया है। जानकारों की मानें तो आने वाले समय में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए लॉकडाउन को बढ़ाया जा सकता है। इस दौरान पर्यटक स्थलों को बंद रखा जा सकता है।
वहीं, दिल्ली के लाल किले किले को मृत कौए में एवियन इन्फ्लुएंजा पाए जाने के चलते इस साल 19 जनवरी को बंद कर दिया गया था। उस समय से लाल किला बंद है। अब लाल किला भी 31 मई तक बंद रहेगा। आपको बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली में 170 ऐतिहासिक स्थल हैं। इनमें कुतुबमीनार, हूमांयू का मकबरा और लाल किला प्रमुख हैं। इन जगहों पर पर्यटक अधिक आते हैं। ऐसा माना जाता है कि तकरीबन दस हजार पर्यटक रोजाना आते हैं।