भारत के सबसे बड़े आयोजन- चुनाव के लिए बढ़ती तैयारियों के साथ उत्साह भी बढ़ रहा है | पिछले बार के चुनावों में सैलानियों के बढ़ते रुझान को देखकर उत्साहित टूर ऑपरेटर और ट्रैवल कंपनियाँ अब पोल टूरिज़म यानी चुनावी पर्यटन के लिए कमर कस रही हैं।
ये कंपनियाँ ख़ास कर के विदेशी सैलानियों को आकर्षित करना चाह रही है जो बड़े स्तर पर चुनाव के लिए एक साथ इतने लोगों को इकट्ठे होते देखना चाहते हैं |
गुजरात टूरिज़म डेवलपमेंट सोसाइटी (GTDS) के अध्यक्ष और अक्षर ट्रेवल्स के मालिक मनीष शर्मा, ने आईएएनएस को बताया:
" ये नया सेगमेंट भारत में तेज़ी से उभर रहा है क्योंकि विदेश के विद्यार्थी, रिसर्चर और नौजवान दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में दिलचस्पी दिखा रहे हैं | वो ये जानना चाहते हैं कि भारत का चुनाव आयोग (एसी) इतने बड़े स्तर पर चुनाव प्रक्रिया का आयोजन कैसे करता है!"
2012 में विधानसभा चुनाव के दौरान पहली बार गुजरात में आर्थिक पर्यटन यानी इकॉनॉमिक टूरिज़म का ख़याल पनपा, और उसके बाद आया 2014 का लोकसभा चुनाव | हालाँकि इन दो चुनावों के दौरान इस तरह के टूरिज़म के संचालन का स्तर ज़्यादा बड़ा नहीं था, मगर इस साल टूर ऑपरेटर बड़े स्तर पर काम करेंगे |
भारतीय चुनाव प्रक्रिया को करीब से समझने के इच्छुक विदेशियों को गाइडेड टूर की सुविधा देने के लिए करीब 20 टूर ओपरेटर आगे आए हैं | ये ओपरेटर 6 दिन के लिए 40,000 रुपए के पैकेज से लेकर दो हफ्ते के लिए 1.5 लाख रु तक के पैकेज लेकर आए हैं | सुनने में ये भले ही महँगे लगें, मगर इन पैकेजों में टूर ओपरेटर जो गतिविधियाँ करवा रहे हैं, उनके मद्देनज़र ये काफ़ी आकर्षक हैं | सैलानियों को राजनीतिक रैलियों और जनसभाओं में ले जाने के साथ ही उन्हें राज्य के ग्रामीण इलाक़ों में भी ले जाया जाएगा, ताकि उन्हें वहाँ के चुनावी माहौल की झलक मिल सके | इससे उन्हें ग्रामीण और शहरी चुनावों में फ़र्क समझ आ जाएगा |
शर्मा ने यह भी बताया कि साल 2017 के विधानसभा चुनावों में कुछ सैलानियों ने शहर के नारनपुरा इलाके में एक रैली के दौरान खुली छत वाली गाड़ी में सैर की | यह चुनाव प्रक्रिया का पूरी तरह से अनुभव करना था |
ज़्यादा से ज़्यादा भागीदारी के लिए टूर ऑपरेटरों ने भारतीय दूतों को पत्र और ब्रोशर भी भेजे हैं ताकि वे अपने देशों में इसका प्रचार कर सकें | टूरिज़ंम के इस तरीके का महत्व समझते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 'जन शक्ति' पर ज़ोर देते हुए उन्हें पत्र लिखे हैं |
राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों की पूरी सूची के साथ बाहर आते ही और चुनाव प्रचार शुरू होते ही बुकिंग और पूछताछ के बढ़ने की उम्मीद है | हाल ही में 1200 बुकिंग हो चुकी हैं और भारत के इस महान मेले को देखने 8000 से 10000 सैलानियों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है |
चुनाव प्रक्रिया के साथ ही इन पैकेजों में 7-8 दिनों के लिए भारत की स्थानीय संस्कृति और परंपरा को दिखाने वाले अलग-अलग राज्यों के जाने-माने पर्यटन स्थलों जैसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी भी घुमाए जाएँगे |
543 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सात चरणों में होने वाले चुनावों के लिए टूर ऑपरेटर अलग-अलग तरह के यात्रियों के लिए कई तरह के पैकेज तैयार कर रहे हैं।
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