भारत की इन जगहों पर गलती से भी होली मनाने का न बनाएँ प्लान, जानिए वजह

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Photo of भारत की इन जगहों पर गलती से भी होली मनाने का न बनाएँ प्लान, जानिए वजह by Rishabh Dev

होली रंगों का त्यौहार है। हर कोई इस पर्व को अपने अंदाज में मनाता है। कोई अपने घर-परिवार के साथ इस त्यौहार को मनाना पसंद करता है तो कुछ लोग ऐसी जगहों पर जाते हैं जहां की होली मशहूर है। इस दिन सभी रंगों में सराबोर हो जाते हैं। हर कोई इस रंग भरी दुनिया में खो जाते हैं। जब आप होली के त्यौहार को किसी नई जगह पर मनाने का प्लान बनाते हैं तो उस जगह को ध्यान से चुनिएगा। होली पर भारत की इन जगहों पर गलती से भी नहीं रहना। ये जगहें आपके होली के त्यौहार को फीका बना सकती हैं। अगर आपको भारत की इन जगहों के बारे में नहीं पता है तो वो हम आपको बता देते हैं।

1- रुद्रप्रयाग

रुद्रप्रयाग उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। वैसे तो इस जगह पर हर कोई आना चाहेगा लेकिन आपको होली पर यहाँ नहीं होना चाहिए। रुद्रप्रयाग में क्वली और कुरझान समेत कई गाँव ऐसे हैं जहां होली नहीं मनाई जाती है। इन गाँवों में 150 साल या उससे भी पहले से होली का त्यौहार नहीं मनाया जाता है। कहा जाता है कि क्षेत्र की त्रिपुरा सुंदरी देवी को शोर पसंद नहीं है और होली में शोर बहुत होता है। इस वजह से रुद्रप्रयाग के कई गाँवों में होली नहीं मनाई जाती है।

2- रामसन गांव, गुजरात

गुजरात भारत के उन राज्यों में से एक है, जहां त्यौहार बहुत धूमधाम से मनाये जाते हैं। इसी गुजरात के बानसकंठ ज़िले में रामसन गाँव है। इस गाँव के लोगों ने 200 साल से भी अधिक समय से होली का त्यौहार नहीं मनाया है। इस गाँव को रामेश्वर के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कुछ संतों के श्राप की वजह से होली नहीं मनाई जाती है। अगर आपको होली पसंद है तो होली के त्यौहार पर इस जगह पर गलती से भी न आएँ।

3- दुर्गापुर, झारखंड

झारखंड के दुर्गापुर के गाँव में भी रंगों के इस त्यौहार को नहीं मनाया जाता है। 100 साल से भी ज़्यादा समय से यहाँ के लोगों ने होली नहीं देखी है। होली न मनाने की वजह काफ़ी दुर्भाग्यपूर्ण बताई जाती है। कहा जाता है कि होली के दिन ही यहाँ के राजा का मृत्यु हो गई थी। मरने से पहले राजा ने होली न मनाने का आदेश दिया था। जिसके बाद से झारखंड के इस गाँव में होली का त्यौहार नहीं मनाया जाता है। कहा जाता है कि अगर किसी ने होली के रंग को उड़ा दिया तो उसकी मौत पक्की है।

4- तमिलनाडु

उत्तर भारत में होली बहुत धूमधाम से मनाई जाती है लेकिन तमिलनाडु में पारंपिरक रूप से होली नहीं मनाई जाती है। अगर आप होली के त्यौहार में तमिलनाडु में रहेंगे तो आपको वैसा महसूस नहीं होगा जैसा उत्तर भारत में होली के दौरान होता है। तमिलनाडु में होली को न मनाने का कारण बताया जाता है कि होली पूर्णिमा के दिन पड़ती है और तमिलियन में ये दिन मासी मागम को समर्पित है। इस दिन पर उनके पितृ धरती पर नदियों में डुबकी लगाने आते हैं।

हमने आपको उन जगहों के बारे में बताया जहां होली नहीं मनाई जाती है, इसलिए इन जगहों पर नहीं जाना चाहिए। अब उन जगहों के बारे में भी जान लीजिए जहां होली तो मनाई जाती है लेकिन ऐसी जगहों से दूर रहना चाहिए।

5- वृंदावन

वृंदावन का नाम देखकर आप हैरान होंगे कि इस जगह का नाम क्यों है? हर कोई वृंदावन की होली एक बार ज़रूर मनाना चाहता है लेकिन यकीन मानिए ये अनुभव इतना भी अच्छा नहीं होता है। वृंदावन में होली तो धूमधाम से मनाई जाती है लेकिन भीड़ इतनी होती है कि देखकर लगता है बंदे के ऊपर बंदा है। इस भीड़ में कई बार आपका नुक़सान हो भी जाता है। ख़ासकर लड़कियों के साथ ऐसी जगहों पर बदतमीज़ी देखने को मिलती है। मेरा सुझाव तो यही है कि होली पर वृंदावन जाने से बचना चाहिए।

6- उदयपुर

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राजस्थान बेहद खूबसूरत राज्य है। हर कोई इस प्रदेशों के शहरों में घूमने के प्लान बनाता है। राजस्थान का उदयपुर होली मनाने के लिए पूरे देश में मशहूर है। अगर आप किसी शांत जगह पर होली के सेलिब्रेट करने के बारे में सोच रहे हैं तो यक़ीन मानिए वो जगह उदयपुर नहीं है। यहां दूर-दूर से लोग होली मनाने के लिए आते हैं। ऐसे में इस भीड़ मनाना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। होली मनाने वाली लिस्ट में से आपको उदयपुर को हटा देना चाहिए।

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