भारत के पश्चिमी राज्यों में अनोखे 'रूरल टूरिज़्म' की जानकारी......

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इस आर्टिकल में हम पश्चिमी भारत के तीन राज्यों के चुनिंदा गाँवों के बारे में बात करेंगे |

ये गाँव ऐसे हैं जो अपनी किसी-ना-किसी ख़ासियत के कारण भारत सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा चुने गये हैं |

इतने शहर होते हुए भी कोई गाँव में घूमने क्यूँ जाएगा ?

वही भीड़, वही ट्रैफिक और वही होटलों की आसमान छूती रेट्स |

ऐसी ऑफ बीट जगहें तो हमारे देश के गाँवों में ही मिल सकती हैं |

हर जगह अपनी कुछ ख़ासियत के कारण चुनी गयी है | चाहे वो वहाँ की हस्तकला हो, ऐतिहासिक वास्तुकला, अध्यात्मिक महत्व हो या अनोखी संस्कृति |

पश्चिमी भारत के 3 राज्यों के ये गाँव कुछ ख़ास हैं :

गुजरात

गाँव : टेरा

जिला : कच्छ

मशहूर है : ऐतिहासिक मूल्य के लिए

कैसे पहुँचे : टेरा से 84 किलोमीटर दूर भुज है, जहाँ हवाई अड्डा भी है और रेलवे स्टेशन भी |

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टेरा में हम्पी की तरह ऐसे कई खंडहरनुमा किले मौजूद हैं

गाँव : नवागाँव और मालेगाँव

जिला : डांग

मशहूर है : काँच और कढ़ाई के काम के लिए

कैसे पहुँचे : नवागाँव से 240 किलोमीटर दूर सूरत है, जहाँ आपको हवाई अड्डा भी मिलेगा और रेलवे स्टेशन भी |

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डांग जिले के आदिवासी और उनका ख़ास नाच

गाँव : नागेश्वर

जिला : जामनगर

मशहूर है : काँच की कारीगरी और ऐतिहासिक मूल्य के लिए

कैसे पहुँचे : नागेश्वर से 131 किलोमीटर दूर जामनगर में रेलवे स्टेशन भी है और हवाई अड्डा भी | यहाँ आकर द्वारका या जामनगर के लिए टैक्सी ले सकते हैं |

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नागेश्वर का मशहूर ज्योतिर्लिंग मंदिर

गाँव : दांडी

जिला : नवसारी

मशहूर है : महात्मा गाँधी की ऐतिहासिक धरोहर

कैसे पहुँचे : दांडी से 30 किलोंमेटर दूर सूरत है, जहाँ आपको सबसे नज़दीकी हवाई अड्डा और अच्छा-ख़ासा रेलवे स्टेशन भी मिल जाएगा |

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दांडी कुटीर | गाँधी म्यूज़ियम


महाराष्ट्र

गाँव : सुलीभंजन - खुलताबाद

जिला : औरंगाबाद

मशहूर है : सूफ़ी सभ्यता और संस्कृति के लिए

कैसे पहुँचे : सुलीभंजन से 27 किलोंमेटर दूर ही औरंगाबाद है, जहाँ एयरपोर्ट भी है और रेलवे स्टेशन भी |

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सुलीभंजन में खूब सारी दरगाह, मक़बरे और गुंबद दिखेंगे

गाँव : मोरछी

जिला : चिंचोली

मशहूर है : खेती-बाड़ी और मोर अभयारण्य के लिए

कैसे पहुँचे : यहाँ से 50 किलोमीटर पर पुणे है, जहाँ एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन दोनों है |

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चिंचोली बाँध | क्रेडिट्स : हेलो ट्रॅवेल


राजस्थान

गाँव : नीमराना

जिला : अलवर

मशहूर है : ऐतिहासिक धरोहर के नज़रिए से

कैसे पहुँचे : नीमराना राजस्थान में होते हुए भी जयपुर से ज़्यादा दिल्ली के नज़दीक पड़ेगा | 108 किलोमीटर दूर दिल्ली का इंदिरा गाँधी एयरपोर्ट नज़दीकी हवाई अड्डा है |

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नीमराना की ऐतिहासिक बावली

गाँव : सामोद

जिला : जयपुर

मशहूर है : लाख के काम के लिए, पेपर पर प्रिंट के लिए, नगीनों पर पैंटिंग के लिए

कैसे पहुँचे : सामोद गाँव जयपुर से 50 किलोमीटर दूर है, तो जयपुर में आपको हवाई अड्डा और रेलवे स्टेशन दोनों मिलेंगे |

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चूड़ियों पर किया गया लाख का काम

गाँव : हल्दीघाटी

जिला : राजसमंद

मशहूर है : ऐतिहासिक मूल्य के लिए

कैसे पहुँचे : उदयपुर से हल्दीघाटी मुश्किल से 50 किलोमीटर दूर है | तो सबसे नज़दीकी हवाई अड्डा और रेलवे स्टेशन उदयपुर में हैं |

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हल्दीघाटी में हुई लड़ाई दिखाती मूर्तियाँ

रूरल टूरिज़्म को बढ़ावा देने के लिए चुने गये इन गाँवों के बारे में जानकार आपको कैसा लगा ?

कौनसे ऐसे गाँव हैं जहाँ आप कुछ दिन छुट्टी मना कर आना चाहेंगे ?

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