भूरेश्वर महादेव मंदिर, जहां से बैठ कर भगवान शिव और माता पार्वती ने देखा था महाभारत का युद्ध

Tripoto
27th Aug 2023
Photo of भूरेश्वर महादेव मंदिर, जहां से बैठ कर भगवान शिव और माता पार्वती ने देखा था महाभारत का युद्ध by Yadav Vishal
Day 1

हिमाचल प्रदेश भारत का एक ख़ूबसूरत राज्य हैं। कई पर्यटन स्थलों के केंद्र के साथ ही हिमाचल प्रदेश में अनगिनत प्रसिद्ध मंदिर भी मौजूद हैं जिनकी वजह से हिमाचल प्रदेश को देव भूमि या देवताओं की भूमि कहा जाता हैं। यदि हम ये कहें कि हिमाचल देवी देवताओं का निवास स्थान है तो ये बिल्कुल भी गलत नही होगा। क्योंकि इस प्रदेश में हर गांव में कम से कम एक मंदिर जरूर हैं, जिसका एक दिलचस्प पौराणिक अतीत हैं। ऐसे ही एक मंदिर के बारे में आज हम आपको बताने जा रहें हैं, जिसके बारे कहा जाता हैं कि माता पार्वती और भगवान शिव ने कुरुक्षेत्र युद्ध यही बैठ कर देखा था, जिसका वर्णन महाभारत में है।

भूरेश्वर महादेव मंदिर

भूरेश्वर महादेव मंदिर हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में नाहन-सोलन राज्य राजमार्ग के शिखर पर स्थित हैं। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित हैं। यह मंदिर समुंदर तट से लगभग 6500 फीट ऊंचा हैं और मनोहर दृश्य पेश करता हैं। पहाड़ की चोटी पर बने इस मंदिर के आस पास का दृश्य बहुत ही सुन्दर है। यहां के मुख्य मंदिर में एक शिवलिंग स्थापित हैं, जिसे स्वयं भू शिवलिंग की उत्पत्ति मानी जाती हैं। 

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मंदिर का इतिहास 

एक कथा अनुसार ऐसा माना जाता है कि इस स्थान पर दो भाई-बहनों भूर सिंह और दही देवी की मृत्यु हो गई थी, उन्हीं के सम्मान में इस मंदिर का निमार्ण कराया गया था। कहा जाता हैं कि वो दोनों बहुत ही कम उम्र में ही सौतेली मां के दुर्व्यवहार से दुःरवी होकर गाय, बैल, भेड़-बकरी चराने के लिए इसी पर्वत पर आते थे तथा शिवलिंग के ईद-गिर्द खेलते और सोते थे। कुछ समय बाद ये शिव के बहुत बड़े भक्त बन गए। भाई बहन के आराधना से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने इन्हें देव शक्ति प्रदान कर अपना गंण बनाया, भाई देवता रूप में बहन देवी रूप में लोगों को पूजने का वरदान दिया।

भगवान शिव और माता पार्वती ने महाभारत का युद्ध यहीं से देखा था

मंदिर की दीवार पर लिखी गई कहानी के अनुसार, भगवान शिव और माता पार्वती ने यहीं से बैठ कर महाभारत का युद्ध देखा था। मंदिर के दीवारों पर लिखीं कथा के अनुसार जब कुरुक्षेत्र के मैदान में कौरवों और पांडवों के बीच लड़ा गया था तब भगवान शिव और माता पार्वती ने द्वापर युग में क्वागधार पर्वत शिखर पर बैठकर यह युद्ध देखा था बस तभी से यहां पर स्वयंभू शिवलिंग की उत्पत्ति मानी जाती हैं।

Photo of भूरेश्वर महादेव मंदिर, जहां से बैठ कर भगवान शिव और माता पार्वती ने देखा था महाभारत का युद्ध by Yadav Vishal

कैसे पहुंचे ?

हवाई मार्ग से-  यहां से निकटतम हवाई अड्डा चंडीगढ़ हवाई अड्डा है। यह हवाई अड्डा भारत के सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हैं। यहां से आप टैक्सी या कैब कर के बहुत ही आसानी से यहां तक पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग से- निकटतम रेलवे स्टेशन बड़ोग रेलवे स्टेशन है जो सिरमौर से 52 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां से आप टैक्सी या कैब कर के बहुत ही आसानी से यहां तक पहुंच सकते हैं।
सड़क मार्ग से- दिल्ली और सिरमौर के बीच की दूरी 326 किमी है। सड़क मार्ग से यात्रा करते समय आप रास्ते में प्राकृतिक प्राकृतिक का आनंद ले सकते हैं। आप यहां तक के लिए बस भी ले सकते हैं। यात्रा से राज्य परिवहन विभाग द्वारा एक बस चल रही है जो आपको नाहन ले आयेगा, जहां से आप सिरमौर के लिए टैक्सी ले लेंगे।

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