भारत में पूर्व से लेकर पश्चिम तक और उत्तर से लेकर दक्षिण तक अनेकों मंदिर है।जिससे लोगो की आस्था जुड़ी हुई है।जिस कारण इन मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जाती है।वैसे तो पूरी दुनिया ना जाने कितने ही देवी देवता पूजे जाते है लेकिन धन के देवता की पूजा तो सभी करते है यही कारण है की दिवाली के ठीक पूर्व धन के देवता कुबेर और धन्वंतरी की पूजा की जाती है और यह पूजा किसी एक राज्य या शहर तक ही सीमित नहीं है बल्कि पूरे भारत में इस दिन लोग लोग भगवान धन्वंतरी की पूजा अपने अपने घरों में करते है,ताकि भगवान धन्वंतरी की विशेष कृपा उन पर बनी रहे और उन्हें धन के साथ ही साथ अच्छा स्वास्थ्य भी मिले।आज हम आपको भगवान धन्वंतरी के एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताएंगे जहां दर्शन करने से भगवान धन्वंतरी की विशेष कृपा होती है और उन पर धन की वर्षा होती है।तो आइए जानते है इस मंदिर के विषय में।
धन्वंतरि मंदिर
वैसे तो भारत के कई शहरों में भगवान धन्वंतरी के मंदिर मौजूद है जिस पर लोगो की आस्था है।पर हम आज आपको मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में स्थित धन्वंतरी मंदिर के बारे में बताएंगे।यह मंदिर इंदौर के आड़ा बाजार में स्थित है।मंदिर की स्थापना के विषय में लोगो का कहना है की इस मंदिर की स्थापना होलकर स्टेट के राजवैद्य दिवंगत लक्ष्मीनारायरण त्रिवेदी जी ने किया था।होलकर के राजा वहां के लोगो के स्वास्थ्य को लेकर काफी चिंतित रहते थे इस लिए उन्होंने आरोग्य के देवता की स्थापना की ताकि उनकी कृपा राज्य पर बनी रहे।मान्यता है कि धनतेरस के दिन मंदिर में दवाएं और जरी बूटियां रखकर पूजा अर्चना की जाए तो वो सिद्ध हो जाती है और कैसी भी बीमारी हो इन जरी बूटियो के प्रयोग से ठीक हो जाती है।साथ ही धन धान्य की भी वर्षा होती है।
संगमरमर से बनी है प्रतिमा
इंदौर में स्थित इस मंदिर में भगवान धन्वंतरी की प्रतिमा को विशेष जयपुर से मंगवाए संगमरमर से बनाया गया है।प्रतिमा में भगवान धन्वंतरी आशीर्वाद की मुद्रा में खड़े है।भगवान की प्रतिमा तीन फीट ऊंची है और सफेद रंग के संगमरमर पत्थर की बनी है।
धनतेरस पर होती है विशेष पूजा
मध्य प्रदेश के इंदौर में स्थित इस धन्वंतरी मंदिर में दिवाली के दिन विशेष पूजा की जाती है जिसमे शामिल होने के लिए शहर के लोगो के अलावा आस पास के शहरो से भी लोग आते हैं।मान्यता है कि धनतेरस पर भगवान धनवंतरी की पूजा करने से स्वास्थ्य और धन की प्राप्ति होती है।धनतेरस पर आयुर्वेदिक की सभी संस्थाओं के पदाधिकारी मंदिर में आते हैं।ब्रह्म मुहूर्त में पांच ब्राह्मणों द्वारा भगवान धन्वंतरि का पंचामृत, जड़ी-बूटियों से अभिषेक किया जाता है। अभिषेक के बाद भगवान धनवंतरी का पूजन व आरती होती है।इसके बाद यहां प्रसाद वितरण होता है।इस दौरान गंभीर बीमारी वाले भक्त भी आते हैं और पूजन करते हैं सुबह से रात तक दर्शन का क्रम चलता रहता है।
मंदिर का इतिहास है बेहद प्राचीन
मंदिर के इतिहास के बारे में लोगो का कहना है कि इसका इतिहास एक दो नहीं बल्कि 200 साल पुराना है।माना जाता है की मंदिर का निर्माण आजादी के पूर्व आचार्य विनोबा भावे और इंदौर के होल्कर शासकों ने कराया था।उस समय इस मंदिर का निर्माण करने के पीछे एक खास वजह यह थी की इससे मंदिर में रहने वाले राजवैद्य के द्वारा राज्य के लोगो का उपचार हो सके। इस दौरान तत्कालीन होलकर शासक भी अपने इलाज एवं चिकित्सकीय देखभाल के लिए मंदिर पहुंचते थे।धनतेरस पर यहां ऐसे मरीज भी पहुंचते हैं जो जटिल बीमारियों से परेशान हो चुके हैं जिनका इलाज कही संभव नहीं ऐसे मरीज भी यहां ठीक हो जाते है।
कैसे पहुंचे
फ्लाइट से
इंदौर पहुंचने के लिए अगर आप हवाई मार्ग का चुनाव करते है तो आपको बता दें कि यहां का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा देवी अहिल्या बाई होलकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है जोकि मुंबई ,दिल्ली ,देहरादून ,जयपुर, पटना ,लखनऊ कोलकाता, गुवाहाटी के साथ-साथ कई सारे अन्य हवाई अड्डे से भी जुड़ा हुआ है ।इंदौर में स्थित देवी अहिल्या बाई होलकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से इंदौर की दूरी मात्र 7 किलोमीटर है।
ट्रेन से
इंदौर का अपना रेलवे स्टेशन है जो नागपुर, जोधपुर, गांधीनगर, हावड़ा, पटना, लखनऊ, देहरादून, दिल्ली, अमृतसर, चंडीगढ़ एवं मुंबई जैसे देश के अनेकों छोटे एवं बड़े शहरों से रेलवे मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है जहां से आप ट्रेन पकड़कर आसानी से इंदौर पहुंच सकते हैं। स्टेशन के पास ही आपको बस और टैक्सी की सुविधाएं भी उपलब्ध हो जाएंगी जिससे आप अपने गंतव्य तक आसानी से पहुंच सकते है।
बस से
उड़ीसा ,तेलंगना ,गुजरात ,महाराष्ट्र ,राजस्थान ,उत्तर प्रदेश एवं कुछ अन्य मध्यप्रदेश के नजदीकी राज्यों से भी इंदौर जाने के लिए बस की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है ।साथ ही मध्य प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी बस की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है ।जिससे आप मध्य प्रदेश के विभिन्न शहरों से इंदौर आसानी से पहुंच सकते हैं। इंदौर बस स्टैंड से आप टैक्सी पकड़कर इंदौर के विभिन्न क्षेत्रों में पहुंच सकते हैं।
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