कर्नाटक में झरने एक महत्वपूर्ण पर्यटक आकर्षण हैं। बुलंद चोटियों और प्रचुर वर्षा ने राज्य में कई झरनों का निर्माण किया है। अधिकांश झरने राष्ट्रीय उद्यानों या पर्यटन स्थलों का हिस्सा हैं। जबकि कुछ अनुकूल पिकनिक स्पॉट हैं, अन्य दुनिया भर में अपनी ऊंचाई के लिए लोकप्रिय हैं। कर्नाटक के कुछ झरने किंवदंतियों से भी जुड़े हैं और लोकप्रिय तीर्थस्थल हैं। कर्नाटक स्थित हुबली राज्य के सबसे तेजी से विकसित होते शहरो में एक है, जिसे अक्सर छोटा मुंबई के नाम से भी संबोधित किया जाता है। व्यावसायिक गतिविधियों और शहरी चकाचौंध के साथ यह शहर पर्यटन के दृष्टि से भी काफी समृद्ध है। हुबली चारों तरफ से मनमहोक प्राकृतिक दृश्यों, पहाड़ियों, जलप्रपातों, उद्यान, मंदिर और ऐतिहासिक संरचनाओं से घिरा हुआ है। शहर के आसपास कई खूबसूरत जलप्रपात मौजूद हैं जो अपनी विशालता और खूबसूरती के लिए जाने जाते हैं। हुबली से मात्र कुछ घंटो का सफर तय कर आप इन वाटर फॉल्स की सैर कर सकते हैं। एक सुकून भरी पारिवारिक यात्रा या दोस्तों के साथ ट्रिप के लिए ये जलप्रपात आदर्श विकल्प हैं। तो आइए जानते हैं।
जोग फॉल्स
हुबली से आप 190 कि.मी का सफर तय कर जोग फॉल्स की सैर का प्लान बना सकते हैं। यह कर्नाटक सबसे विशाल जलप्रपातों में गिना जाता है। यह वाटरफॉल 900 फीट की ऊंचाई का है, जो सैलानियों को काफी ज्यादा आनंदित और रोमांचित करने का काम करता है। यह एक खास वाटरफॉल है जहाँ शारावथी नदी चार धाराओं सो होकर गुजरती है। ये चार धाराएं अपने आप में ही अद्भुत हैं। इस झरने का उद्गम स्थल शारावथी नदी है। यह एशिया का सबसे ऊंचा झरना भी माना जाता है। लिंगनामाकी बांध पास में स्थित है जो एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण भी है। आसपास का माहौल काफी शांत है जहाँ आप अपार मानसिक और आत्मिक शांति का अनुभव कर सकते हैं। एक रिफ्रेशिंग यात्रा के लिए आप यहाँ आ सकते हैं।
सथोड़ी जलप्रपात
भारत के कर्नाटक राज्य में खूबसूरत पर्यटन स्थल में से एक है। यह आकर्षक शांत स्थान है। यह येल्लापुर के पास स्थित है। यह शांति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान है। हुबली से 75 कि.मी का सफर तय कर आप सथोड़ी जलप्रपात की सैर का प्लान बना सकते हैं। यह कर्नाटक के सबसे खूबसूरत और विशाल जलप्रपातों मे गिना जाता है। सथोड़ी अपने शांत भरे माहौल और प्राकृतिक परिदृश्य के लिए प्रसिद्ध है। यह जलप्रपात कई धाराओं का समूह हैं, जो एक साथ गिरते हुए बहुत ही खूबसूरत नजर आती हैं। यहाँ पानी 50 फीट की ऊंचाई से गिरता है। जलप्रपात से होती धाराएं अपना सफर पूरा कर कोडासल्ली बांध में जा गिरती है। कोडासल्ली काली नदी पर बना एक खूबसूरत बांध है। यहाँ आने का सबसे आदर्श समय नवंबर से लेकर अप्रैल के मध्य का है । एक शानदार यात्रा के लिए आप यहाँ का प्लान बना सकते हैं।
मगोड प्रपात
सथोड़ी के अलावा आप हुबली से मगोड जलप्रपात की सैर का प्लान बना सकते हैं। यह हुबली मुख्य शहर से लगभग 88 कि.मी की दूरी पर स्थित है। यह स्थल प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी खजाने से कम नहीं है। जल धाराओं के चारों ओर बिखरी प्राकृतिक खूबसूरती सैलानियों को काफी ज्यादा प्रभावित करती है। यह वाटरफॉल दो बड़े जलप्रपातों का समूह है जो बेदती नदी से जलप्रपात करते हैं, और 650 फीट की ऊंचाई से गिरता हैं। यह कर्नाटक के सबसे विशाल जलप्रपातों में गिना जाता है। इस स्थल के पास एक खूबसूरत सनसेट प्वाइंट है, जिसे जेनु कल्लू गुड्डू के नाम से जाना जाता है। आप यहाँ का सूर्योस्त के मनोरम दृश्यों को देख सकते हैं। एक शानदार यात्रा के लिए आप यहाँ का प्लान बना सकते हैं।
सोगल्ला जलप्रपात
उपरोक्त जलप्रपातों के अलावा आप हुबली से 75 कि.मी की दूरी का सफर तय कर सोगल्ला वाटरफॉल का सपर तय कर सकते हैं। यह एक खास स्थल है, जहाँ आप काफी रिफ्रेशिंग महसूस करेंगे। पहाड़ों की उपस्थिति इस जलप्रपात को खास बनाने का काम करती है। कर्नाटक भ्रमण पर निकले पर्यटकों के मध्य यह काफी लोकप्रिय है। इस स्थल के आसपास कई मंदिर भी मौजूद हैं, जिनमें सोमेश्वर काफी प्रसिद्ध है। मंदिर की वास्तुकला पर्यटकों को काफी ज्यादा प्रभावित करती है। एक शानदार यात्रा के लिए आप यहाँ का प्लान बना सकते हैं।
शिवसमुद्रम जलप्रपात
शिवानासमुद्र, कर्नाटक राज्य का एक प्रसिद्ध जलप्रपात है, जो राज्य के चुनिंदा खास पर्यनट स्थलों में गिना जाता है। इस झरने के नाम का शाब्दिक अर्थ 'शिव का सागर' है। यह बैंगलोर के निकटवर्ती सबसे लोकप्रिय झरनों में से एक है, जहाँ पर्यटक वीकेंड पर मौज मस्ती करने और हफ्ते भर की थकान उतारने के लिए आते हैं। यह एक खंडित झरना है, जिसमें से जल की कई धाराएं एकसाथ जमीन तक का अपना सफर तय करती हैं। यह खूबसूरत जलप्रपात कावेरी नदी से जल प्राप्त करता है। यह एक विशाल और अद्भुत झरना है, खासकर प्रकृति प्रेमियों को रोमांच के शौकीनों के लिए एक आदर्श स्थल है। इस जलप्रपात की चौड़ाई 305 मीटर और ऊंचाई 98 मीटर की है। यह खंडित जलप्रपात है, जहाँ पानी विभिन्न चट्टानी माध्यमों से होकर एक साथ गिरता है। इस झरने के गिरते पानी की आवाज बहुत दूर तक सुनी जा सकती है। वीकेंड पर घूमने और रिफ्रेशिंग एहसास के लिए आप यहाँ की सैर का प्लान बना सकते हैं। यहाँ के आसपास का माहौल हरियाली से भरा हुआ है। हरे भरे माहौल के साथ पानी का सफेद रंग काफी खूबसूरत नजर आता है। सच मानिए हफ्ते भर की थकान उतारने का इसे बढ़िया प्राकृतिक विकल्प और कोई हो ही नहीं सकता है। आप यहाँ खुद को प्रकृति के बेहद करीब महसूस करेंगे। अगर आप फोटोग्राफी के शौकीन हैं, तो यहाँ के नजारों को अपने कैमरे में कैद कर सकते हैं।
कैसे पहुंचें
हुबली पर आप परिवहन के तीनों साधनो में पहुंच सकते हैं। हुबली का अपना हवाईअड्डा है, जहाँ से आप देश के बड़े शहरों के लिए फ्लाइट्स ले सकते हैं। रेल मार्ग के लिए आप हुबली जंक्शन का सहारा ले सकते हैं। अगर आप चाहें तो यहाँ सड़क मार्गों से भी पहुंच सकते हैं, बेहतर सड़क मार्गों से हुबली राज्य के कई छोटे-बड़े शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। इस तरह आपको यहाँ पहुंचने में कोई दिक्कत नही होगी।
क्या आपने भी इन भव्य झरनों के सौंदर्य का आनंद अपनी यात्राओं के दौरान लिया है। अगर हाँ! तो अपने अनुभव को हमारे साथ साझा करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
बांग्ला और गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने और साझा करने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें
Tripoto हिंदी के इंस्टाग्राम से जुड़ें और फ़ीचर होने का मौक़ा पाएँ।