लद्दाख की खूबसूरत आर्यन घाटी, इस जगह के बारे में कम लोग ही जानते हैं

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Photo of लद्दाख की खूबसूरत आर्यन घाटी, इस जगह के बारे में कम लोग ही जानते हैं by Musafir Rishabh

मशहूर घुमक्कड़ राहुल सांकृत्यान ने कहा है कि घुमक्कड़ ही इस दुनिया को आगे बढ़ाते हैं। वे नई-नई जगहों की खोज करते हैं। दुनिया की सबसे खूबसूरत जगहें अब भी हमसे दूर है। कुछ जगहें ऐसी भी हैं जो हमारे आसपास हैं लेकिन हमें उनके बारे में कम ही पता है। लद्दाख भारत की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। हर घूमने वाले के बकेट लिस्ट में लद्दाख का नाम जरूर होता है। इसी लद्दाख में एक ऐसी जगह है, जहाँ आप जरूर जाना चाहेंगे। लद्दाख की खूबसूरत आर्यन वैली जो हमारे इतिहास से जुड़ी हुई है।

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चारों तरफ हरियाली ही हरियाली, पास में बहती इंडस नदी और उसके पार दिखते ऊँचे-ऊँचे पहाड़। ऐसी ही खूबसूरत नजारे दिखाती है, आर्यन घाटी। आर्यन वैली लेह से लगभग 200 किमी. की दूरी पर है। यहाँ पर ब्रोकपा जनजाति के लोग रहते हैं। कहते हैं कि ये लोग असली आर्यन लोग हैं। कहा ये भी जाता है कि इनके पूर्वज महान सिकंदर की सेना में थे। भारत से लौटते समय वे यहीं पर बस गए थे। ये किवंदती ये भी है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के गिलगिट से आए हैं।

आर्यन घाटी

आर्यन वैली में ब्रोकपा जनजाति के लोग सात गाँव में बसे हैं। जिनमें दो पाकिस्तान में हैं और बाकी पांच गाँव भारत में हैं। भारत में ब्रोकपा जनजाति के लोग दारचिक, गोरकोन, दाह, बीमा और हानू हैं। यहाँ के लोग बौद्ध धर्म को मानते हैं। समुद्र तल से 15,000 फीट की ऊँचाई पर स्थित ये गाँव वाकई देखने और जानने लायक है। हर घूमने वाले को आर्यन घाटी की यात्रा का प्लान जरूर बनाना चाहिए।

क्या करें?

1. गाँव देखें

जिन जगहों के बारे में कम पता होता है वो वाकई कमाल होता है। आर्यन वैली के इन पांच गाँवों में आप जा सकते हैं। यहाँ पर आप कुछ दिन ठहर भी सकते हैं। इन गाँवों को एक्सप्लोर करते हुए आपको यहाँ के कल्चर और परंपराओं को जानने का मौका मिलेगा। ब्रोकपा जाति के लोगों की वेशभूषा एकदम अलग होती है। इनके कपड़े एकदम कलरफुल होते हैं। ये लोग ब्रेक्सकाड भाषा बोलते हैं। आप इन लोगों से बात कर सकते हैं, इन लोगों को हिन्दी भी आती है। पहाड़ों के बीच बसे ये गाँव आपको बेहद खूबसूरत लगेंगे।

2. इंडस नदी

नदी दुनिया को खूबसूरत बनाने का काम करती है। कहते हैं जिस जगह पर नदी होती है, वो जगह बेहद सुंदर होती है। आर्यन घाटी के लगभग सभी गाँवों के पास से इंडस नदी बहती है। पहाड़ों के बीच नदी को देखना सबसे खूबसूरत नजारों में से एक है। आप नदी किनारे जाकर इन खूबसूरत वादियों को निहार सकते हैं। कुछ देर यहाँ पर शांति से बैठ सकते हैं या फिर नदी किनारे चलते हुए इस जगह को एक्सप्लोर कर सकते हैं। आर्यन वैली आएं तो इंडस नदी के किनारे जरूर जाएं।

3. शशि ला पास

ऊँचाई से हर जगह खूबसूरत दिखाई देती है। आर्यन वैली आते हैं तो शशि ला पास जा सकते हैं। ये बॉर्डर के बहुत पास में है। यहाँ पर आप आधे घंटे की हाइक कर सबसे ऊँची जगह पर पहुँच सकते हैं। जहाँ से आप खूबसूरत पहाड़ तो देख ही पाएंगे, जिनमें नुन और कुन चोटी भी शामिल हैं। इसके अलावा ये जगह पाकिस्तान बाॅर्डर को भी देखने का मौका देती है। ऐसे दृश्य आपको और कहीं भी देखने को नहीं मिलेंगे।

4. म्यूजियम

जब आप आर्यन वैली के गोरकन गाँव की सैर कर रहे होंगे तो आपको यहाँ पर 500 साल पुराना म्यूजियम मिलेगा। यहाँ के लोग इस संग्रहालय को बहुत अच्छी तरह से सहेजे हुए हैं। ब्रोकन जाति के लोगों को पारंपरिक घर कैसे होते हैं? उनमें क्या-क्या सामान होता है ये आपको इस म्यूजियम को देखने के बाद समझ आ जाएगा। इसके अलावा गारकोन गाँव में इंडस नदी पर एक खूबसूरत ब्रिज बना हुआ है। स्थानीय भाषा में ब्रिज को सेई कहते हैं। आप ब्रिज से इंडस नदी को बहते हुए देख सकते हैं।

5. बेनोनाह फेस्टिवल

अगर आपको किसी स्थानीय जगह को अच्छे-से जानना है तो वहाँ होने वाले फेस्टिवल में जाना चाहिए। फेस्टिवल में आपको उस जगह के सारे रंग-रूप देखने को मिल जाएंगे। आर्यन वैली में भी बोनोनाह फेस्टिवल होता है जो तीन साल में एक बार मनाया जाता है। अच्छी फसल होने पर यहाँ के लोग खुशी मनाने के लिए ये फेस्टिवल आयोजित करते हैं। जिसमें वे खुशी से नाचते-गाते हैं। सभी लोग पारंपरिक कपड़ों में होते हैं जो इसे और भी खूबसूरत बना देता है। इस फेस्टिवल में लड़के-लड़कियां अपने पार्टनर को चुनते हैं। इसके अलावा यहाँ बांगरी फेस्टिवल और याता फेस्टिवल मनाते है। इन फेस्टिवल्स में आप भी शामिल हो सकते हैं।

परमिट

आर्यन वैली इंडो-पाक बॉर्डर के बिल्कुल पास में है इसलिए इस खूबसूरत जगह पर जाने से पहले आपको इनर लाइन परमिट लेना होगा। आप इनर लाइन परमिट ऑनलाइन भी ले सकते हैं। इसके अलावा लेह में जिला कमिश्नर के ऑफिस में जाकर भी परमिट बनवा सकते हैं। इसके लिए आपके पास फोटो आईडी और दो फोटो होनी चाहिए। अगर आपके पास ये सब नहीं है तो आर्यन वैली जाने का सपना चकनाचूर हो जाएगा।

कैसे पहुँचे?

आर्यन वैली जाने के लिए आपको सबसे पहले लेह पहुँचना होगा। यहाँ से आर्यन घाटी जाने के दो तरीके हैं। पहला, आप टैक्सी बुक कर सकते हैं जो आपको आर्यन वैली के किसी गाँव तक ले जाएगा। ये सबसे सिंपल लेकिन बहुत महंगा विकल्प है। दूसरा ऑप्शन है कि आप लेह से आर्यन वैली के दाह हानू गाँव के लिए बस पकड़ सकते हैं। अक्सर मुसाफिर इसी विकल्प के साथ जाते हैं। लेह से आर्यन वैली लगभग 200 किमी. है। 6-7 घंटे की यात्रा के बाद आप खूबसूरत आर्यन घाटी पहुँच जाएंगे।

कब जाएं?

आर्यन वैली समुद्र तल से 15,000 फीट की ऊँचाई पर स्थित है। यहाँ ज्यादातर महीने मौसम ठंड बनी रहती है। सर्दियों में मोटी-मोटी बर्फ की चादर से ये जगह ढंक जाती है। बारिश के मौसम में यहाँ आना बेवकूफी है। आर्यन वैली को एक्सप्लोर करने के लिए सिंतबंर सबसे सही वक्त है। अगर आप आर्यन घाटी आने का प्लान बना रहे हैं तो सितंबर को इस जगह के लिए फिक्स कर दो।

कहाँ ठहरें?

आर्यन वैली में आपको ठहरने में कोई दिक्कत नहीं होगी। यहाँ पर लग्जरी तो छोड़िए यहाँ होटल ही नहीं है हालांकि कुछ जगह पर सरकारी गेस्ट हाउस हैं, जहाँ आप ठहर सकते हैं। इसके अलावा आप इन गाँवों में होमस्टे में ठहर सकते हैं। यहाँ के लोकल लोगों का रहन-सहन देख सकते हैं और सबसे अच्छी बात कि आपको यहाँ का लोकल खाना चखने का मौका मिलेगा। आर्यन वैली के लोग कितने प्यारे हैं? ये आपको साथ रहकर और बात करते हुए समझ आएगा। हर मुसाफिर को आर्यन घाटी को एक्सप्लोर जरूर करना चाहिए।

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