अगर आपको वाकई असली स्नो फॉल का मजा लेना है तो इस फरवरी अपने बैग पैक करिए और निकल पड़िए गुलमर्ग। गुलमर्ग में आप ना सिर्फ बर्फ का मजा ले पायेंगे बल्कि स्कींग का भी भी भरपूर लुत्फ उठा सकते हैं।इस जगह की खूबसूरती की जितनी तारीफ़ की जाए उतनी कम है।
गुलमर्ग सिर्फ बर्फ से ढके पहाड़ों का शहर ही नहीं बल्कि यहाँ विश्व का सबसे बड़ा गोल्फ कोर्स भी है और देश का प्रमुख स्की रिज़ॉर्ट भी यहीं पर है। गुलमर्ग बॉलीवुड के सबसे पसंदीदा शूटिंग लोकेशन्स में से भी एक है। बता दें, गुलमर्ग जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में स्थित एक छोटा सा बेमिशाल हिल स्टेशन है। यहां धरती पर चादर की तरब फैली बर्फ मन का आकर्षित करती है। भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर स्थित गुलमर्ग श्रीनगर से 57 कि.मी. की दूरी पर है। गुलमर्ग का मतलब फूलो का वन होता है।
आप लखनऊ से गुलमर्ग हवाई जहाज ,कार ,बस और ट्रेन से जा सकते हैं। गुलमर्ग जाने के लिए सबसे बेस्ट तरीका है ट्रेन जो आपको
पहला रूट
लखनऊ-आगरा-नयी दिल्ली-पटियाला-जालंधर-जम्मू-गुलमर्ग। इस रूट से आपको गुलमर्ग करीबन 1421 किमी दूर है और लखनऊ से यहां पहुँचने में 24 घंटे का वक्त लगेगा।
दूसरा रूट
लखनऊ-आगरा-जयपुर-चुरू-हनुमानगढ़-जालंधर-अमृतसर-श्रीनगर-कन्याकुमारी हाइवे नेशनल 44-खनबल-गुलमर्ग। इस रूट से आपको गुलमर्ग करीबन 1773 किमी दूर है और लखनऊ से यहां पहुँचने में 31 घंटे का वक्त लगेगा।
यात्रा- लखनऊ से गुलमर्ग
उचित समय- अक्टूबर से मार्च
पहुँचने का समय- एक दिन
कितने दिन- चार दिन
जरुरी सामान- ऊनी कपड़े
बता दें लखनऊ से गुलमर्ग की दूरी 1448 किलोमीटर है।पहाड़ी रास्ता होने के कारण यहां पहुँचने में आपको करीबन एक दिन या उससे भी ज्यादा समय लग सकता है। इस रास्ते पर गाड़ी चलाते वक्त बेहद सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
पहला दिन
हम गुलमर्ग के लिए सुबह 6 बजे लखनऊ से निकले।हमने लखनऊ के गुलमर्ग जान का पहला रूट लिया..लखनऊ आगरा, दिल्ली और जालन्धर पहुंचें। बहुत अधिक ठंड होने के कारण हमने जालन्धर में ही रुकने का फैसला किया जालंधर में रुकने के लिए आपको आसानी से होटल मिल जायेगा।
दूसरे दिन
अगली सुबह जल्दी उठकर हमने होटल में ही नाश्ता किया और निकल पड़ें अपनी मंजिल की ओर। जालन्धर से होते हुए दोपहर को हम करीबन 4 बजे गुलमर्ग पहुंचे। हमने गुलमर्ग में होटल की बुकिंग पहले से ही करा रखी थी, जिस कारण हमें आसानी से होटल मिल गया।
बता दें, गुलमर्ग में आपको रहने के लिए होटल काफी आसानी से तभी मिलेगा जब आप ऑनलाइन बुकिंग करेंगे, क्योंकि यहां हमेशा ही टूरिस्ट्स का जमघट लगा रहता है जिस कारण ज्यादातर होटल हमेशा फुल रहते हैं। बेहतर होगा अगर आप भी यहां आने की प्लानिंग कर रहें है तो होटल की बुकिंग पहले से ही करा ले। हम दो दिन के सफर में काफी थक चुके थे इसलिए गुलमर्ग पहुँचने के बाद हम सब ने पहले आराम किया और दूसरे दिन गुलमर्ग घूमने का प्लान बनाया।
तीसरा दिन
गुलमर्ग एक बेहद ही खूबसूरत जगह है। अब बारी आती है गुलमर्ग घूमने की। गुलमर्ग में घूमने को काफी कुछ है तो चलिए निकल पड़ते है गुलमर्ग की सैर पर....
मुझे एडवेंचर बेहद पसंद है। इसीलिए में गुलमर्ग में सबसे पहले पहुंची गोंडोला लिफ्ट की यात्रा करने। बता दें, यह एशिया का इकलौता समुद्री तल से लगभग 13500 फ़ीट ऊँचा केबल कार सिस्टम है। इस लिफ्ट में बैठकर मुझे तो बहुत मजा आया यकीनन आपको भी आएगा।
गोंडोला लिफ्ट का मजा लेने के बाद मैं और दोस्त पहुंचे गोल्फ कोर्स। यह गोल्फ कोर्स समुद्र से लगभग 2650 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गुलमर्ग का गोल्फ कोर्स दुनिया का सबसे ऊँचा ग्रीन गोल्फ कोर्स है।मुझे तो गोल्फ खेलना नहीं आतालेकिन मेरे दोस्तों ने इसका जमकर मजा लिया।
गोल्फ कोर्स में मस्ती करने के बाद हम गुलमर्ग से 13 किलोमीटर दूर पहुंचे अफरवात पीक पर। वाओ जी हां आप भी यहां पहुंचकर कुछ ऐसा ही कहेंगे, बर्फ से ढका हुआ पहाड़ पाकिस्तान के साथ लगे हुए लाइन ऑफ़ कंट्रोल (LOC)
से काफी नज़दीक हैं।
इस पर्वत पर मौज लेकर हम पहुंचे स्ट्रॉबेरी घाटी।हम तो यहां फरवरी के मौसम में गये थे, लेकिन अगर आप गर्मियों में जाते हैं तो आप यहां से ताज़े ताज़े स्ट्रॉबेरी के भरपूर मज़े ले सकते हैं। इतना सब घूमने के बाद हम सब बुरी तरह थक चुके थे साथ ही हमें जोरो की भूख भी लग चुकी थी।इसीलिए हम पहुंचे गुलमर्ग के बाजार मे स्थित रेस्तरां हिल पॉइंट। यहां आप अच्छे खाने का लुत्फ उठा सकते हैं।
खाना खाने के बाद हम सभी गुलमर्ग बायोस्फियर रिज़र्व पहुंचे।यह रिजर्व कई लुप्त होतेजा रहे जीवों को आवास स्थल है। यहाँ आपको कई अज्ञात किस्म के पेड़ पौधे भी देखने को मिलेंगे। शाम को हम सभी दोस्तों ने यहां के लोकल संगीत का आनदं लिया और लोकर बाजार में ऊनी कपड़ो की शॉपिंग भी की। रात होने पर हम सभी अपने होटल वापस आ गये।
चौथा दिन
तीसरे दिन हम सभी जल्दी उठ गये क्योंकि आज हम गुलमर्ग में स्किंग करने वाले थे।स्किंग करने के लिए हम खिलनमार्ग पहुंचे यह एक बेहद छोटी सी घाटी है जो ठण्ड में गुलमर्ग मे स्किंग करने की सबसे बेहतरीन जगह है।
बसंत ऋतू में इस घाटी का नज़ारा देखने लायक होता है। पूरी घाटी हरे-भरे घास से भर जाती है और हरे-भरे घास के चारों तरफ पर्वत श्रेणियों का खूबसूरत नज़ारा कश्मीर की घाटी का सबसे अदभुत नज़ारा होता है।
स्किंग का मजा लेने के बाद मै और मेरे दोस्त गुलमर्ग के हिल रिज़ॉर्ट पहुंचे जो हिमालय के पीर पांजाल पर्वत श्रेणी का एक हिस्सा है। यहाँ भारी मात्रा में बर्फ़बारी होने की वजह से यह जगह पर्यटकों और यहाँ के निवासियों का मनपसंद स्की एरिया बन गया है। यकीन मानिए आपको इस जगह से प्यार से हो जाएगा।
अब बारी आती है शॉपिंग की,गुलमर्ग से करीबन 13 किमी दूर गुलमर्ग से लगभग 13 किलोमीटर की दूरी पर तंगमार्ग स्थित है। यह पूरा क्षेत्र हैंडीक्राफ्ट के कामों की वजह से प्रसिद्द है।हमने यहां से कुछ चीजो शॉपिंग की।
शॉपिंग करने के बाद हम सबने गुलमर्ग के लोकर फ़ूड का भी जमकर मजा लिया। गुलमर्ग घूमने के बाद आप खुद को कहने से नहीं रोक पायेंगे "ग़र फ़िरदौस बर-रोये ज़मीन अस्त, हमी अस्तो, हमी अस्तो, हमी अस्त "। इसका मतलब है
अगर धरती पर कहीं स्वर्ग है तो वह यहीं है, यहीं है, यहीं है!"
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