जून महीने की भीषण गर्मी शुरू हो चुकी है और इसी के साथ उत्तर भारतीयों की इस गर्मी से कोसों दूर पहाड़ों में जाने की इच्छा भी अपने चरम पर पहुँच चुकी है और इसीलिए शुरू हो चुका है सभी फेमस हिल स्टेशंस जैसे मसूरी, नैनीताल में पर्यटकों की भारी भीड़ का एक और सीजन !
गर्मियों में स्कूल कॉलेज की छुट्टियां पर्यटकों की इस भीड़ को और भी कहीं ज्यादा बढ़ा देती है। अब अगर आप किसी हिल स्टेशन जा रहे हैं गर्मी के साथ शहरों की भीड़ से भी दूर कुछ सुकून लेने के मन से और वहां भी ऐसी भीड़ मिले तो वेकेशन का मजा किरकिरा तो हो ही जाता है , है ना ?
तो आज का हमारा ये आर्टिकल हम आपकी इस परेशानी को दूर करने के इरादे से ही लेकर आये है। आज हम आपको उत्तराखंड के एक ऐसे हिल स्टेशन के बारे में बताने वाले हैं जहाँ आप भीड़ से कोसों दूर सुकून से बेहद खूबसूरत प्राकृतिक नज़ारों के बीच कुछ दिन बिता सकते हैं।
जी हाँ हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड के फेमस हिल स्टेशन नैनीताल से कुछ ही दुरी पर बसा एक बेहद शांत "रानीखेत" हिल स्टेशन के बारे में। यहाँ घूमने के लिए वैसे तो काफी जगहें हैं लेकिन यहाँ आकर आप इन वादियों के बीच इतना सुकून महसूस करेंगे की आपको अलग से किसी पर्यटन स्थल पर जाने की जरुरत ही नहीं पड़ेगी। फिर भी अगर आप चाहे तो कुछ सुन्दर जगहें आपको रानीखेत के आस पास ही मिल जाएँगी। तो चलिए बताते हैं आपको रानीखेत के कुछ शानदार पर्यटन स्थलों के बारे में...
गोल्फ कोर्स, रानीखेत
हमारे देश में अगर हम गोल्फ खेलने वाले मैदानों की बात करें तो सबसे पहले नंबर गुलमर्ग गोल्फ कोर्स का आता हैं लेकिन क्या आपको पता हैं की भारत में गुलमर्ग गोल्फ कोर्स के बाद दूसरा सबसे बड़ा गोल्फ का मैदान रानीखेत में हैं ?
जी हाँ रानीखेत में मौजूद यह मैदान दुनिया के सबसे बड़े गोल्फ कोर्स में शामिल तो हैं ही इसके साथ ही मखमली घास से बना ये मैदान अपनी खूबसूरती की वजह से रानीखेत में एक बेहद महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में भी शामिल हैं। यहाँ आने के लिए आप रानीखेत मार्केट से आसानी से टैक्सी या फिर अपने वहां से आ सकते है।
रानीखेत मार्केट से गोल्फ कोर्स की दुरी सिर्फ 5 किलोमीटर की है। यहाँ आने पर गोल्फ कोर्स के साथ ही इस मैदान के बाहर बनी सड़क पर पीछे गोल्ड कोर्स के शानदार नज़ारे के साथ फोटोज लेने से आप अपने आप को रोक नहीं पाएंगे !
हेड़ाखान मंदिर, रानीखेत
रानीखेत में मौजूद यह मंदिर यहाँ के प्रसिद्द पर्यटन स्थलों के साथ एक एक बेहद पवित्र स्थान के तौर पर भी जाना जाता है। यह मंदिर भगवन शिव को समर्पित हैं। इस मंदिर की स्थापना कुमाऊं के प्रसिद्ध संत बाबा हेड़ाखान द्वारा करवाई गयी थी। यहाँ आने पर आपको यहाँ बहुत से विदेशी नागरिकों का दिखना आपके मन में थोड़ी उत्सुकता जरूर पैदा करेगा।
आपको बता दें की बाबा हैड़ाखान द्वारा लोक कल्याण के लिए किये गए उनके अनेक चमत्कारों और योग साधना से प्रभावित उनके भक्त किवल हमारे देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी मौजूद हैं और इसीलिए यहाँ आपको कई विदेशी नागरिक भी भक्ति में विलीन दिख जायेंगे।
साथ ही यह मंदिर हिमालय की ऊँची-ऊँची पर्वतमालाओं के शानदार नज़ारे देखने के लिए भी एक बेहतरीन स्थान है। आपकी यहाँ की यात्रा के दौरान अगर मौसम ने आपका साथ दिया तो यहाँ से दिखने वाले हिमालय के नज़ारे हमेशा के लिए आपके मन में बस जायेंगे।
झूला देवी मंदिर, रानीखेत
माँ दुर्गा को समर्पित यह मंदिर रानीखेत में एक पवित्र और बेहद मान्यता वाला स्थान है। खूबसूरत वादियों के बीच बने इस मंदिर में आपको हज़ारों घंटियां बंधी हुई दिखेगी जिसके साथ मंदिर का नज़ारा वास्तव में अद्भुत लगता है। यह मंदिर सड़क के किनारे ही मौजूद है। रानीखेत मार्केट से इस मंदिर की दुरी करीब 5 किलोमीटर है और यहाँ पहुँचने के लिए आपको किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। यहाँ की मान्यताओं के अनुसार जो भी माता के भक्त यहाँ घंटी बांधता है उसकी इच्छा माँ दुर्गा जरूर पूरी करती है और इसी वजह से यहाँ आपको मंदिर के चारों तरफ घंटियां बंधी हुई दिखेगी।
चौबटिया गार्डन, रानीखेत
हिमाचल और कश्मीर के सेव के बागानों के बारे में तो आपने बहुत सुना होगा लेकिन क्या आपको पता है की उत्तराखंड के रानीखेत में भी आप पेड़ों पर लगे ढेरों सेव का सुन्दर नज़ारा देख सकते हैं। जी हाँ झूला देवी मंदिर से कुछ ही दुरी पर मौजूद है चौबटिया गार्डन जहाँ अगर आप सीजन के समय जाते हैं तो बहुत से एप्पल आपको यहाँ मिल जायेंगे। साथ ही यहाँ आप जंगल के ट्रेक पर भी जा सकते हैं जिसके लिए यहाँ आपको गाइड की व्यवस्था भी मिल जाएगी। प्राकृतिक नज़ारों से भरे इस ट्रेक में वास्तव में आप अपने आप को प्रकृति के बेहद करीब महसूस करेंगे।अगर रानीखेत मार्केट से इसकी दुरी की बात करें तो यह सिर्फ 8 किलोमीटर है।
रानी झील, रानीखेत
रानीखेत में स्थित यह एक मानवनिर्मित झील है। चारों और ऊँची ऊँची पहाड़ियों के बीच एकदम शांति में मौजूद ये शांत झील आपके मन को वो सुकून देने के लिए काफी रहेगी जिसके लिए आप शहरों की भीड़ भाड़ से दूर यहाँ गए है। यहाँ आप प्रकृति की गोद में खुद को महसूस करते हुए एक शानदार बोटिंग का भी अनुभव ले सकते हैं।
इसके अलावा भी रानीखेत में कुछ और शानदार घूमने की जगहें हैं जैसे की भालू डैम, सनसेट पॉइंट, बिनसर महादेव मंदिर, कलिका मंदिर जहाँ आप अपने समय के अनुसार जा सकते हैं।
अगर आप ऐसे ही कुछ और बेहतरीन स्थानों के बारे में जानना चाहते हैं तो आप हमारे यूट्यूब चैनल WE and IHANA पर या फिर हमारे इंस्टाग्राम अकाउंट @weandihana पर भी जा सकते हैं।
रानीखेत कैसे पहुंचे ?
सड़क मार्ग द्वारा:
रानीखेत उत्तराखंड की सभी प्रमुख जगहों से सड़क मार्ग द्वारा अच्छे से जुड़ा हुआ है और इसी के साथ ही आप उत्तर भारत की किसी भी बड़े शहर से रानीखेत आसानी से सड़क मार्ग द्वारा पहुँच सकते है। दिल्ली से भी आपको आसानी से रानीखेत के लोए बस मिल जाएगी, दिल्ली से रानीखेत की दुरी करीब 375 किलोमीटर है और आप टैक्सी या फिर अपने वाहन के साथ आसानी से रानीखेत पहुँच सकते हैं।
रेल मार्ग द्वारा:
रानीखेत के सबसे निकटवर्ती रेलवे स्टेशन की बात करें तो काठगोदाम रानीखेत से सिर्फ 70 किलोमीटर दूर है और देश के सभी बड़े शहरों से आपको काठगोदाम के लिए रेलवे कनेक्टिविटी मिल जाएगी।
हवाई मार्ग द्वारा:
अगर आप हवाई मार्ग से रानीखेत जाना चाहते हैं तो आपको बता दें की सबसे निकटतम एयरपोर्ट पंत नगर एयरपोर्ट है जिसकी दुरी रानीखेत से करीब 110 किलोमीटर है। पंत नगर एयरपोर्ट से आपको रानीखेत के लिए आसानी से टैक्सी वगैरह मिल जाएगी।
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