महाभारत में जहां पांडवों ने बिताया था अज्ञातवास, वो रहस्यमयी मत्स्यनगर आज भी राजस्थान में मौजूद है!

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Photo of महाभारत में जहां पांडवों ने बिताया था अज्ञातवास, वो रहस्यमयी मत्स्यनगर आज भी राजस्थान में मौजूद है! by We The Wanderfuls

कोविड लॉकडाउन का समय गुजरे हुए ज्यादा समय नहीं हुआ है और हम सभी के घर में उस वक्त महाभारत टीवी शो जरूर चला होगा। और अगर महाभारत के बारे में आपको थोड़ी जानकारी है तो आप मत्स्यनगर के बारे में जरूर जानते होंगे। तो आज हम आपको लेकर चलने वाले हैं उसी रहस्यमयी विराट नगर (मत्स्यनगर) में जहां पांडवो ने अपना अज्ञातवास बिताया था

जी हां बहुत ही कम लोग जाने होंगे की राजस्थान में स्थित है एक रहस्यमयी नगरी जहां अगर आज भी जाएंगे तो आपको ये जगह सच में रहस्यों से भरी लगेगी।

तो आइए हम आपको रहस्यमयी विराट नगर की यात्रा पर ले चलते हैं...

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Day 1

जुलाई का महीना था और मानसून की शुरुआत में हमने विराट नगर जाने की सोची। जैसा की हम महाभारत में देख चुके थे की ये जगह पौराणिक इतिहास के तौर पर बहुत महत्वपूर्ण थी और इसीलिये हम अच्छे से उत्साहित थे।

Photo of Virat Nagar, Rajasthan, India by We The Wanderfuls

जयपुर से करीब 1.5-2 घंटे के सफर के बाद जब हम विराट नगर से करीब 10 किलोमीटर दूर थे तो सच में माहौल कुछ बदला सा लगा... सूखे पहाड़ों से गुजर ने के बाद अचानक हमें खूबसूरत और हरी भरी पहाड़ियां दिखाई देने लगीं....और तब हमें एहसास हुआ कि इस मत्स्यनगरी में वास्तव में कुछ रहस्यमय तो है।

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अंत में हम विराट नगर पहुंच गए और वहां से हम निकल गए करीब 3 किमी दूर बीजक की पहाड़ी के लिए जहां बौद्ध स्तूप और कुछ रहस्यमयी विशाल चट्टानें स्थित है।

वहाँ पहुँचने के बाद हमने चारों ओर के पहाड़ों पर कुछ अनोखे आकार की विशाल चट्टानें देखी। फिर हम ऊपर गए जिसमें लगभग आधा घंटा लगा और हम एक विशाल जानवर के आकार की चट्टान के पास पहुँचे, जिसके नीचे गुफा में एक हनुमान जी का मंदिर था।

विशाल चट्टान और उसके नीचे बना हनुमान मंदिर

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Photo of महाभारत में जहां पांडवों ने बिताया था अज्ञातवास, वो रहस्यमयी मत्स्यनगर आज भी राजस्थान में मौजूद है! by We The Wanderfuls

इसे देखकर ही आप महसूस कर सकते हैं कि यह जगह कितनी प्राचीन है। दर्शन के बाद हमने इस विशाल चट्टान के साथ कुछ तस्वीरें क्लिक कीं और इस चट्टान के पिछले हिस्से में हमें इस प्राचीन गुफा का द्वार मिला और यह देखना वाकई आश्चर्यजनक था कि कैसे यह विशाल चट्टान प्राकृतिक रूप से एक घर के आकार की है।

कहा जाता है कि राजा विराट ने विराट नगर की स्थापना की थी और पांडवों ने वनवास का 13वां वर्ष यहीं बिताया जिसे अज्ञातवास कहा जाता है।

समस्त अरावली पर्वत श्रंखला में इस तरह की भौगोलिक रचना बहुत कम ही देखने को मिलती है और खासकर अलवर,जयपुर से सटी पर्वत माला में इस तरह बीजक की पहाड़ी जैसी भौगोलिक रचना कहीं देखने को नहीं मिलेगी।

प्राचीन गुफा का द्वार

Photo of Buddhist Monastery remains at Beejak ki pahari, Viratnagar, Rajasthan, India by We The Wanderfuls
Photo of Buddhist Monastery remains at Beejak ki pahari, Viratnagar, Rajasthan, India by We The Wanderfuls

हमने वहां कुछ यादगार तस्वीरें क्लिक कीं और फिर हम बौद्ध स्तूप की ओर बढ़े जो लगभग 50 कदम ऊपर है। पुरातत्व खुदाई से पता चलता है कि विराटनगर कभी तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व और वर्तमान युग की पहली शताब्दी के बीच एक संपन्न शहर था। यहां लगभग 36 सिक्के मिले हैं, जिनमें से कई भारतीय-यूनानी राजाओं के हैं।

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समान रूप से महत्वपूर्ण खोज मौर्य सम्राट अशोक के एक शिलालेख की थी, जिसे बाद में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के एक स्थानीय संग्रहालय में स्थानांतरित कर दिया गया है। इस शिलालेख में सम्राट अशोक ने इस बात पर जोर दिया कि वह बौद्ध धर्म के तीन रत्नों - बुद्ध, धर्म और संघ में विश्वास करते थे। शीर्ष पर सम्राट अशोक द्वारा निर्मित एक तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व का प्राचीन स्तूप है।

लगभग 2500 साल पुराना सम्राट अशोक द्वारा बनवाया गया बौद्ध स्तूप

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यहाँ से हम लगभग 20-30 सीढ़ियाँ ऊपर गए और इस बीजक की पहाड़ी की चोटी पर पहुँचे। ऊपर से नज़ारा अद्भुत था और हमें बड़ी चट्टानों से बनी एक झोपड़ी जैसी संरचना मिली। यह इस पहाड़ी पर तीसरे समतल पर था और इस उच्च ऊंचाई वाले बड़े मैदान पर यह घर जैसी संरचना वास्तव में हमें चकित कर रही थी। इस तीसरे समतल पर आप बोद्ध भिक्षुओ के लिए बने आयताकार विहार (कक्ष) भी देख सकते हैं।

तीसरे समतल मैदान पर बना बोद्ध भिक्षुओ के लिए बने आयताकार विहार (कक्ष)

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चट्टानों से बनी एक झोपड़ी

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इसके साथ इस ऐतिहासिक विराट नगर में घूमने के लिए कुछ अन्य स्थान भी हैं और अन्य पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारा विराट नगर का Vlog को देख सकते हैं और साथ ही आसपास के पर्यटन स्थलों जैसे अलवर में घूमने के स्थानों की सूची देखने के लिए, कृपया हमारे YouTube चैनल WE and IHANA पर जाएं।

https://youtube.com/c/WEandIHANA

यहां कैसे पहुंचे:

हवाई मार्ग द्वारा :

यहां निकटतम हवाई अड्डा जयपुर में स्थित है, जो पूरे भारत से हवाई मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है और जयपुर से आप 90 किलोमीटर दूर विराट नगर तक पहुँचने के लिए बस या टैक्सी ले सकते हैं।

रेल मार्ग द्वारा:

विराट नगर का निकटतम रेलवे स्टेशन अलवर रेलवे स्टेशन है और लगभग 60 किमी दूर है। पर्यटक विराट नगर की यात्रा के लिए टैक्सी किराए पर ले सकते हैं। विराट नगर तक जयपुर रेलवे स्टेशन के माध्यम से भी पहुँचा जा सकता है और यह सिर्फ 90 किमी दूर है।

सड़क मार्ग द्वारा:

विराट नगर दिल्ली-अलवर राजमार्ग पर स्थित है और आप यहां अलवर और जयपुर जैसे बड़े शहरों से आसानी से पहुंच सकते हैं क्योंकि यह पूरे राजस्थान से और यहां तक ​​कि दिल्ली से सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

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