तो मेरी ये यात्रा कुछ ऐसे शुरू हुयी की गोरखपुर से चंडीगढ़ तक ट्रेन और चंडीगढ़ से मनाली मुझे बस से जाना पड़ा और अगले दिन वहाँ से एक मित्र की bullet लेकर मैं मनाली घूमने लगा फिर मेंने गूगल maps में देखा कि आसपास कोन सी जगह और है जहाँ जाया जा सकता है, और फिर मैंने तय किया कि अब रोहतांग पास चलते हैं लेकिन मुझे इस बात का ध्यान ही नहीं रहा कि मैंने जो bullet लिया है उसका ब्रेक बिल्कुल भी ठीक नहीं है। मनाली से सोलांग पहुंचने के बाद पता चला कि रोहतांग जाने का रास्ता बारिश की वजह से बंद कर दिया गया है, अब हमारे मन में एक ही सवाल था कि इतना रिस्क लेकर, बिना ब्रेक के bullet लेकर हम यहां तक आए और अब आगे भी नहीं जा सकते। मन उदास लेकर हमने कुछ पल सोलांग मे बिताये और फिर वापस आने के लिए निकले ही थे कि एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अटल टनल की तरफ से रास्ते खुल गए हैं, और फिर क्या था हमने तुरंत ही bullet को घुमाया और निकल पड़े अपने अगली मंजिल की ओर लेकिन रास्ते में हमें बारिश और bullet में ब्रेक ना होने की वजह से बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ा एक दो जगह तो बाइक भी स्लिप करते करते बची लेकिन फिर भी हम रोहतांग पहुचें और वहाँ पर जो अनुभव हमने किया वो अतुल्य है उसे शब्दों में नहीं बयां किया जा सकता है