मंदिर में भरें माँग में सिंदूर : विवाह संस्कार के लिए भारत के 6 बेहतरीन मंदिर

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Photo of मंदिर में भरें माँग में सिंदूर : विवाह संस्कार के लिए भारत के 6 बेहतरीन मंदिर 1/1 by सिद्धार्थ सोनी Siddharth Soni

जितना पवित्र हम मंदिर को मानते हैं, उतनी ही पवित्र माना जाता है शादी का बंधन। तो ज़ाहिर है मंदिर और विवाह का एक अनूठा और अटूट रिश्ता है। भारत में पारंपरिक तौर पर मंदिर में शादी वही लोग करना पसंद करते हैं जो बिना किसी दिखावे या शोर-शराबे के शादी के पवित्र बंधन में बंधना चाहते हैं।

मंदिरों में प्रवेश करते ही मन को जो शांति मिलती है उसे शब्दों में बयान कर पाना काफ़ी मुश्किल है | भारत में मंदिरों को आध्यात्मिकता का केंद्र माना जाता है और अपने नए जीवन की शुरुआत करने वाले युगलों को मंदिर में विवाह करने से ईश्वर का आशीर्वाद भी मिल जाता है | तो अगर आपने मंदिरों में शादी करने का फ़ैसला कर ही लिया है तो इन मंदिरों पर ज़रा गौर करें :

इसे राधा पार्थसारथी मंदिर भी कहते हैं और इस मंदिर में राम, सीता, कृष्ण और राधा की मूर्तिया विराजमान हैं | हरे कृष्ण हिल पर स्थित ये वास्तुकला का नायाब नमूना 90 फीट ऊँचा है जिसकी दीवारें श्री कृष्ण की तस्वीरों से सजी है | इस मंदिर में आपको आपके विवाह संस्कार के लिए सही वातावरण, आध्यात्मिक एहसास और शांति मिलेगी |

कहाँ: संत नगर मेन रोड, हरे कृष्णा हिल, ईस्ट ऑफ कैलाश, नई दिल्ली

संपर्क: +91 98710 47240

खुलने का समय: सुबह 4:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक और शाम 4:15 बजे से रात 9:00 बजे तक

कहाँ ठहरें: द लीला एंबियंस, द रॉयल प्लाजा द्वारा कंट्री इन एंड सूट बाय रेडिसन

सभी को तिरुपति तिरुमाला देवस्थानम की आर्थिक समृद्धि और लोकप्रियता के बारे में तो पता ही होगा | इस मंदिर में पूरी दुनिया से लोग मन्नतें माँगने आते हैं ; कुछ दान चढ़ाते हैं, कुछ सेहत माँगते हैं, कुछ बच्चे की आस लेकर आते हैं और कुछ साथ शादी करने | और यक़ीनन इस तरह के धार्मिक माहौल में शादी करना किसी पाँच सितारा होटल में शादी करने से लाख गुना ज़्यादा अच्छा है | आस पास का माहौल और सेटअप करण जौहर की किसी फिल्म से कम नहीं हैं |

कहाँ: एस माडा सेंट, तिरुमाला, तिरुपति, आंध्र प्रदेश

संपर्क: + 91-877-2233333

खुलने का समय: रात 2.30 से रात 1.30 बजे तक

कहाँ ठहरें: फॉर्च्यून सिलेक्ट ग्रैंड रिज, मारसा सरोवर प्रीमियर


कहते हैं कि जोड़ियाँ ऊपरवाला बनाता है | बात तो सही है क्योंकी दुनिया की कोई ताक़त दो अंजान लोगों के दिलों में बेइंतहाँ प्यार पैदा करके उन्हें सदा के लिए एक नहीं कर सकती है | मगर फिर ये दो अंजान जिस्म एक जान में कैसे तब्दील होंगे ? भारत में एक ऐसा मंदिर है जहाँ साक्षात शिव और पार्वती का विवाह हुआ था | अब इस मंदिर में विवाह किए जा सकते हैं | कितनी खुशी की बात है !

कहाँ: त्रियुगी गाँव, त्रियुगीनारायण, उत्तराखंड

संपर्क: 080101 35711/087009 41549

खुलने का समय: रात 12 से रात 11.59 तक

कहाँ ठहरें: तपोवन रिजॉर्ट, मोनाल रिजॉर्ट

क्योंकि खजुराहो के मंदिरों को यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित कर दिया है, इसलिए मतंगेश्वर मंदिर के अलावा यहाँ और किसी मंदिर में शादी नहीं की जा सकती | ये मंदिर भगवान शिव को समर्पित है | मध्यप्रदेश में कई ऐसे मंदिर हैं, जो अध्यात्मिक रूप से संपन्न होने के कारण शादी के बंधन में जुड़ने वाले जोड़ों के लिए सही जगह हैं | मतंगेश्वर मंदिर में विवाह करने का अर्थ है इस मंदिर के सालों पुराने एतिहासिक पलों से जुड़ जाना और उन्हें अपने जीवन में भी जोड़ लेना |

कहाँ: राजनगर रोड, सेवाग्राम, खजुराहो, मध्य प्रदेश

संपर्क: 097533 47003

खुलने का समय: सुबह 6:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक

कहाँ ठहरें: रैडिसन जस खजुराहो, क्लार्क्स खजुराहो


तमिलनाडु के तंजावुर शहर में स्थित, ब्रिहदिस्वरा मंदिर सबसे बड़े दक्षिण भारतीय मंदिरों में से एक है। मंदिर पूरी तरह से ग्रेनाइट से बना है, जिससे यह आकर्षक और भव्य दिखता है। यह उन दक्षिण भारतीय मंदिरों में से एक है जहाँ की कलाकारी देख कर आपके अंदर का कलाकार खुश हो जाएगा | इस मंदिर में शादी करेंगे तो डेस्टिनेशन वेडिंग का मज़ा भी आ जाएगा |

कहाँ: मेम्बलम रोड, बालगणपति नगर, तंजावुर, तमिलनाडु

खुलने का समय: सुबह 6:00 से दोपहर 12:30 बजे, शाम 4:00 से रात 8:30 तक

कहाँ ठहरें: होटल ज्ञानम, होटल पेरिसथम

सेंट्रल चिन्मय मिशन ट्रस्ट

भीड़-भाड़ भरे मुशहर में पवई के करीब संदीपनी साधनालय के केंद्र में चिन्मय समूह का एक शांतिपूर्ण मंदिर है जिसका नाम सेंट्रल चिन्मय मिशन ट्रस्ट है | चिन्मय मंदिर में शादियाँ काफी आम बात हैं। आपकी अपनी शादी के लिए आपको ये मंदिर ज़रूर पसंद आएगा |

कहाँ: संदीपनी साधनालय, साकी विहार रोड, पवई, मुंबई

संपर्क: 022 2281 4646

खुलने का समय: सुबह 5:00 बजे से 11:30 बजे, , दोपहर 3:30 बजे से रात 8:00 बजे तक

कहाँ ठहरें: द बीटल, द कैलिप होटल, रमाडा पवई होटल

बड़ी-बड़ी डेस्टिनेशन वेडिंग आजकल चलन में हैं और उन जोड़ों के बीच काफ़ी लोकप्रिय हो रही है जिन्हें किसी अच्छी सी जगह पर शादी करने की इच्छा है | लेकिन अगर आप चाहें तो इस ट्रेंड में अध्यात्मिकता का तड़का लगा सकते हैं | पहले तो वैसे भी शादियाँ मंदिर में ही होती थी | शादियों में लोग अपनी सामर्थ्य से ज़्यादा खर्चा कर देते हैं | लेकिन अगर मंदिर में शादी करेंगे तो पैसा तो बचेगा ही, साथ ही शांति, और आध्यात्म के साथ अपने जीवन की नई शुरुआत कर सकेंगे |

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