पहाड़ या समुद्रतट? 5 जगहों पर मिलता है दोनों का खूबसूरत संगम!

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पहाड़ों के रोमांच और समुद्रतट के आराम में से क्या चुनें ? अगर फैसला न कर पा रहे हो तो बीच का रास्ता चुन लो। एक साथ दोनों जगह घूम लो।

आपके लिए कुछ ऐसी जगहों की जानकारी लाया हूँ, जहाँ आप जंगलों से होते हुए पहाड़ की चोटियाँ भी चढ़ सकते हैं और वापिस नीचे आकर साफ़ समुद्रतट की पीली रेत पर तौलिया बिछा कर आराम भी कर सकते हो।

है ना कमाल का विचार? तो आइये शुरू करते हैं:

एलीफैंट बीच

एलीफैंट बीच ट्रेक, अंडमान

स्पीडबोटिंग, स्नोर्कलिंग, और अंडरवाटर वॉकिंग के लिए अंडमान के हैवलॉक टापू का एलीफैंट बीच काफी मशहूर है। वैसे तो लोग इस बीच तक पहुँचने के लिए बोट की मदद लेते हैं, मगर आप चाहें तो टापू के अंदर जंगलों से होते हुए ट्रेकिंग करके भी यहाँ तक पहुँच सकते हैं।

हैवलॉक में आपके लिए सबकुछ है। सुन्दर समुद्रतट, घने जंगल, पहाड़ियों की चोटियाँ, और छोटे-छोटे गाँव।

Photo of पहाड़ या समुद्रतट? 5 जगहों पर मिलता है दोनों का खूबसूरत संगम! 2/6 by सिद्धार्थ सोनी Siddharth Soni
श्रेय : सिंजिरसर

कितना आसान है : बहुत आसान ट्रेकिंग है

जाने का सही समय : नवंबर से जनवरी के महीनों में ऊमस नहीं होती और ठंडक भी ठीक होती है।

कितना समय लगेगा और क्या रुट रहेगा : आप जहाँ भी ठहरे हैं, वहाँ से किराए के स्कूटर पर बैठिए और बीच की तरफ निकल जाइए। पैदल भी जा सकते हैं। बीच से पहले कुछ 300 मीटर का सदाबहार जंगल है। जंगल में से पैदल जाना है तो सुबह का समय ही चुनिए, क्योंकि दोपहर में सूरज सिर चढ़ जाता है, और शाम को जंगल में जहरीले कीड़े-मकौड़ों और साँप-बिच्छू का भी ध्यान रखना होता है।

बेकल बीच

बेकल बीच ट्रेक केरल

बेंगलोर से 400 कि.मी. दूर लक्षद्वीप में बेकल बीच नाम से ये सुन्दर सा समुद्रतट है। भारत के सबसे सुन्दर बीच ट्रेक्स में सबसे ऊपर माना जाता है।

यहाँ ट्रेक करते हुए आपको सभी तरह के नज़ारे दिख जाएँगे। मछुआरों के गाँव से होते हुए आप शांत बैकवाटर्स देखते हैं और फिर साफ़ बीच पर ढलते सूरज को प्रणाम करते हैं।

कितना आसान है : बेहद आसान

जाने का सही समय : नवंबर से मार्च के महीने सही हैं, क्योंकि इन दिनों हवा साफ़ और ठंडी मिलती है।

कितना समय लगेगा और क्या रुट रहेगा : 7 कि.मी. का आसान सा ट्रेक बेकल के किले से शुरू करते हैं। रास्ते में आपको शांत बैकवाटर्स पार करने होंगे, फिर छोटी पहाड़ियों को पार करके नारियल के झुरमुट से होते हुए बीच तक पहुँचते हैं।

ओशियन ट्रेक से न्यूटी बीच, गोवा

ये ट्रेक आप बीच के सहारे-सहारे पहाड़ के किनारे-किनारे चलते हुए पूरा करते हैं। पहाड़ों पर फैले शांत जंगलों से गुज़रते हुए आपको अरब सागर बड़ा सुहाना लगता है। रास्ते में आने वाले छोटे-छोटे बीच पर आप आराम करते जाते हैं और अपने प्रभु को धन्यवाद देते हैं।

कितना आसान है : बेहद आसान

जाने का सही समय : नवंबर से फरवरी के महीने सबसे बढ़िया हैं, क्योंकि मौसम अच्छा रहता है।

कितना समय लगेगा और क्या रुट रहेगा : इस ट्रेक के लिए आप एक पूरा दिन निकालते हो। ट्रेक पोरवोरिम से शुरू होता है, जहाँ से आप वेंगुर्ला और मालवान के बीच में कोचरा श्रीरामवाड़ी नाम के मछुआरों के गाँव से होते हुए पहाड़ के सहारे-सहारे चलते जाते हैं। रास्ते में जंगलों के अलावा खारे-मीठे पानी के नाले और कई अनजान बीच भी आते हैं। ट्रेक तो आप कुछ ही देर में कर सकते हैं, मगर रास्ते में मस्ती के लिए पूरा दिन चाहिए।

गोकर्ण बीच

गोकर्ण बीच ट्रेक

कर्नाटक राज्य में सहयाद्रि पर्वतों और अरब सागर के बीच एक छोटा सा क़स्बा है, जिसका नाम है गोकर्ण। कहते हैं कि यहाँ शिव एक गाय के कान से प्रकट हुए थे, इसलिए इसे गोकर्ण कहा गया। आप गोवा से चलते हैं तो सिर्फ 150 कि.मी. बाद ही गोकर्ण आ जाता है। शनिवार-रविवार को यहाँ खूब लोग घूमने आते हैं और सहयाद्रि पर्वत के सहारे ट्रेक पर खूब मज़ा आता है।

कितना आसान : ये ट्रेक थोड़ी मेहनत मांगता है।

जाने का सही समय : नवंबर से मार्च के महीनों में बढ़िया हवा चलती है।

कितना समय लगेगा और क्या रास्ता रहेगा : ये ट्रेक सिर्फ 9-10 कि.मी. का है, मगर इस पूरे इलाके का आनंद लेने के लिए आप दो दिन लेते हैं। पहले दिन आप यहाँ आस-पास के इलाके जैसे कुदल, ओम, हाफ मून, और पैराडाइस बीच पर नज़ारों का आनंद लेते हैं। रात को पैराडाइस बीच पर ही तम्बू लगा कर आसमान के टिमटिमाते तारे देखते हैं। सुबह उगते सूरज को प्रणाम करके अगले दिन आप गोकरणा बीच के रास्ते में आने वाले और भी समुद्रतट जैसे निर्वाणा और कुमता घूमते हैं, और फिर आराम से गोकरणा बीच पहुँच जाते हैं।

चांदीपुर

चांदीपुर से न्यू दिघा ट्रेक

ये वाला ट्रेक हमारी लिस्ट में सबसे लम्बा ट्रेक है, क्योंकि ये उड़ीसा से पश्चिम बंगाल तक जाता है। इस ट्रेक पर आपको सिर्फ खूबसूरत नज़ारे ही नहीं, बल्कि दो राज्यों की समृद्ध संस्कृति भी देखने को मिलेगी।

कितना आसान : ये ट्रेक थोड़ी मेहनत मांगता है।

जाने का सही समय : यूँ तो ये सारे साल खुला होता है, मगर बढ़िया मौसम में जाना है तो अक्टूबर से जनवरी के बीच जाना होगा।

कितना समय लगेगा और क्या रुट रहेगा : इस ट्रेक को पूरा करने में 5 दिन लगेंगे, क्योंकि ये उड़ीसा के चांदीपुर बीच से शुरू होता है और आपको अलग-अलग तरह के नज़ारों से वाकिक करवाता हुआ पश्चिम बंगाल के न्यू दीघा बीच पर ले जाता है।

क्या इनमें से कोई ट्रेक किया है ? अगर हाँ तो अपने अनुभव की कहानी सबको सुनाओ

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