सर्दी अब खत्म हो रही है और मौसम बदल रही है। इस मौसम में कई घूमने का प्लान कर सकते हैं क्योंकि इस वक्त न ज्यादा ठंड है न ज्यादा गर्मी। ऐसे में ट्रिप प्लान आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। मार्च का महीना घूमने के लिए बेहतरीन होता है। ऐसे सुहाने मौसम में सैर करने का आनंद ही कुछ और होता है। व्यस्त जीवनशैली की उलझन से निकलकर अगर आप दो पल सुकूं चाहते हैं तो यात्राओं से बेहतर कोई जरिया नहीं है। अगर आप मार्च के लिए अभी से कोई यात्रा प्लान बना रहे हैं तो हम आपकी मदद कर सकते हैं। हम आपको बता रहे हैं कि आपको कहाँ जाना चाहिए सबसे खास बात यह है कि आप यहाँ अपने पार्टनर के साथ भी जा सकते हैं, ताकि आप बजट में घूम भी सकें और सिर्फ इतना ही नहीं इन जगहों पर आपको प्राइवेसी के साथ-साथ क्वॉलिटी टाइम बिताने का मौका भी मिल सकें। तो आइए जानते हैं।
शांतिनिकेतन
यह पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के पास स्थित एक छोटा सा शहर है, जहाँ वसंत ऋतु का एक अलग ही अंदाज़ में स्वागत किया जाता है। मार्च में यहाँ का मौसम बड़ा ही सुहावना होता है। पूरे देश में बसंत उत्सव को होली के रूप में मनाया जाता है, लेकिन शांतिनिकेतन में इसका सेलिब्रेशन अनूठा ही होता है। यहाँ से 3 किलोमीटर की दूरी पर हिरणों का पार्क भी है, जो देखने लायक है।
लेपचाजगत
लेपचाजगत नेचर लवर्स और हनीमून लवर्स के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है। यह दार्जलिंग के पास स्थित एक छोटा सा गांव है, जोकि अपने अंदर असीम खूबसूरती समेटे हुए है। इस गांव से कंचनजंगा पहाड़ी का दिलकश नज़ारा भी दिखाई देता है। इस जगह का नाम लेपचाजगत इसलिए पड़ा क्योंकि यहाँ लेपचा जनजाति के लोग रहते हैं। यहाँ देवदार और बलूत के पेड़ों से भरे जंगल और वन्य जीव हैं। यहाँ एक नेचर वॉकिंग ट्रेल भी है यानी प्राकृतिक रूप से बनी एक पगडंडी है जोकि हवा घर तक जाती है। यहाँ से पहाड़ियों का आकर्षक नज़ारा दिखता है।
कूर्ग
कूर्ग को इंडिया का कॉफी हब कहा जाता है। मार्च और अप्रैल में जब कॉफी के फूल लगते हैं तो यह जगह बेहद खूबसूरत हो जाती है। पहाड़ियों के बीच बसा यह खूबसूरत हरा-भरा जिला आउटडोर एक्टिविटीज के लिए बेहतरीन है। यहाँ पर आप ट्रैकिंग, फिशिंग और वाइट वॉटर राफ्टिंग का मजा ले सकते हैं। कूर्ग सिर्फ मार्च में ही घूमने के लिए बेस्ट नहीं है, बल्कि आप यहाँ अक्टूबर से मई तक घूम सकते हैं। यहाँ चारों ओर हरी-भरी वादियां, चाय के बागान और कॉफी के ढेरों पेड़ हैं। कर्नाटक में स्थित कूर्ग इतना खूबसूरत है कि इसे 'भारत का स्कॉटलैंड' भी कहा जाता है।
ओखला पक्षी विहार
अगर आप दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं और आपके पास वक्त की कमी है तो आप ओखला पक्षी विहार जा सकते हैं।यहाँ 300 सौ प्रकार के पक्षियों की प्रजातियां पाएं जाते हैं। यह स्थान दिल्ली और नोएड़ा के बॉर्डर पर है। यहाँ आपको दूर-दराज से आएं प्रवासी पक्षी भी नजर आएंगे। इसके अलावा कुदरती नजारों के बीच बहुत ही अच्छा अनुभव होगा।
वेलास विलेज, रत्नागिरी
महाराष्ट्र के पश्चिम तट पर बसा रत्नागिरी का वेलास गांव खासतौर से मछली पालन के लिए जाना जाता है। मुंबई से लगभग 220 किमी का सफर तय करके आप यहाँ तक पहुंच सकते हैं। इस गांव के ज्यादातर घर पारंपरिक तरीकों से बने हुए हैं। गांव को और ज्यादा खूबसूरत बनाने का काम करते हैं वेलास बीच। मार्च का महीना यहाँ जाने के लिए इसलिए परफेक्ट है क्योंकि इस दौरान यहाँ टर्टल फेस्टिवल का आयोजन होता है। जब आप ढेर सारे कछुओं को बीच पर चहलकदमी करते हुए देख सकते हैं।
चिकमगलुर
चिकमगलुर लैंड ऑफ कॉफी के नाम से भी जाता है। यह जगह माउंटेन रेन्ज, नदी, हील्स और फौरेस्ट से भरा हुआ है। नेचर लवर्स और टूरिस्ट के लिए यह एक स्वर्ग है। बाबा बुदान गिरी, मुल्लायानगिरी और वाटरफॅाल्स यहाँ के फेसम अटरैक्शन है। इसके अलावा कुदरती नजारों के बीच बहुत ही अच्छा अनुभव होगा।
ऊटी
तमिलनाडु में ऊटी एक ऐसी जगह है जो इस समय घूमने के लिहाज से बहुत अच्छी जगहों में से एक मानी जाती है। यहाँ सूरज की हल्की धूप आपके सफर को और भी जायदा यादगार बना देगी। और यहाँ जाकर आप डोडाबेटा पीक, टाइगर हिल्स जैसी बहुत जगहों पर जा सकते हैं। तथा इनके अलावा नीलगिरी माउंटेन स्टेशन, ऐमराल्ड लेक भी घूम सकते हैं। आपको बता दे की जो भी यहाँ घूमने जाता है वह दुबारा इस जगह घूमने का प्लान बनता है।
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