
कहीं किताब में पड़ा था कि एक समय मे दूध की नदियां बहा करती थीं। तब विश्वास कर पाना थोड़ा मुश्किल था। लेकिन मोहाड़ी फॉल पहुंच कर मेरा यह भ्रम भी टूटा। इंदौर से क़रीब 30 किलोमीटर की दूरी पर बसा यह झरना अनायास ही मन मोह लेता है। उदयनगर के जंगलों में यह सौंदर्य आबादी से दूर है इसलिए यह और भी आकर्षक हो जाता है। एकांत, निर्जन और नैसर्गिकता से परिपूर्ण।
निर्मल कंचन जल की झर-झर करती आवाज़ कानों में मिठास घोलती सी प्रतीत होती है।
कैसे पहुंचे - इंदौर से रालामंडल जाएं। गूगल मैप की सहायता लें। जहाँ मैप आपको पहुंचाएगा वहां से आपको किसी ग्रामीण की मदद लेनी होगी क्योंकि झरना कोई एक किलोमीटर रोड के दाहिनी ओर है। झरने तक पहुंचने के लिए सड़क मार्ग नहीं है। पैदल चलने के हिसाब से स्पोर्ट्स शूज पहन कर जाएं।
निर्मल कंचन जल की झर-झर करती आवाज़ कानों में मिठास घोलती सी प्रतीत होती है।
कैसे पहुंचे - इंदौर से रालामंडल जाएं। गूगल मैप की सहायता लें। जहाँ मैप आपको पहुंचाएगा वहां से आपको किसी ग्रामीण की मदद लेनी होगी क्योंकि झरना कोई एक किलोमीटर रोड के दाहिनी ओर है। झरने तक पहुंचने के लिए सड़क मार्ग नहीं है। पैदल चलने के हिसाब से स्पोर्ट्स शूज पहन कर जाएं।


