गोल्डन रॉक हो या फिर अजमेर शरीफ का हवा में तैरता पत्थर, इनका रहस्य आज भी अबूझ है

Tripoto
24th Nov 2020
Photo of गोल्डन रॉक हो या फिर अजमेर शरीफ का हवा में तैरता पत्थर, इनका रहस्य आज भी अबूझ है by Smita Yadav
Day 1

जिंदगी में हर बात और हर एक चीज के पीछे कोई न कोई तर्क छुपा होता है। पत्ते हरे क्यों होते हैं, मौसम क्यों बदलता है आदि छोटी सी छोटी बातों के पीछे भी तर्क है। लेकिन फिर भी हमारे आसपास ऐसी कई जगह मौजूद है जो सभी के लिए रहस्य का विषय है। आधुनिक हो चुकी दुनिया के पास भी उस बात का कोई जवाब नहीं है। ऐसा हमेशा देखा जाता है कि जिन बातों का जवाब देने में विज्ञान चुप रहता है, उन बातों या चीजों पर सबसे ज्यादा कहानियां सुनने को मिलती है। किसी के पास उस कहानी की प्रमाणिकता नहीं होती लेकिन फिर भी वो कहानी सालों-साल और पीढ़ी दर पीढ़ी चलती है।

दुनिया में हर घटने वाली बात के पिछे कोई वजह होती है चाहे वो छोटी हो या बड़ी हर वजह को जानने के लिए लोग उत्साहीत रहते है। अगर उस बात का सटीक जवाब नहीं मिलता है तो वो हमारे लिए एक रहस्य बनकर रह जाती है।आज भी दुनिया में कई ऐसे स्थान है जो रहस्य बने हुए है।

कहते है कि प्रकृति से बड़ा कोई जादूगर नहीं है। प्रकृति के आगे इंसानी दिमाग व विज्ञान भी फेल हो जाती है। प्रकृति को समझ पाना मुश्किल ही है। दुनिया में कई चीजे ऐसी है जिन पर प्रकृकि का ही राज चलता है।आज हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बताने जा रहे है जो तमाम गुरूत्वाकर्षण के नियमों को फेल करता नजर आता है।

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आज तक इसके बारे में कोई नहीं समझ पाया है। जानकारी के लिए बता दें कि हम बात कर रहे है अजमेर शरीफ दरगाह तारागढ़ की। जहां पर पहाड़ी की तलहटी में मौजूद एक ऐसा पत्थर है जो है जमीन आसमान के बीच हवा में लटकता हुआ है।

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आजतक वैज्ञानिक इस पत्थर का रहस्य नहीं समझ पाए। धार्मिक कथाओं का सहारा लिया जाए तो मालूम चलता है की ये पत्थर कुछ समय से नहीं बल्कि सालों से इसी तरह हवा के बीचो बीच मौजूद है। इस पत्‍थर को लेकर एक पुरानी कहानी काफी प्रचलित है।लोग बताते हैं कि ये पत्‍थर किसी शख्‍स के ऊपर गिरने वाला था।

उस शख्‍स ने ख्‍वाजा साहब को याद किया। इतने में ख्‍वाजा साहब ने नीचे आते-आते इस पत्‍थर को हवा में ही रोक दिया। अब विज्ञानं भले ही इस बात को ना माने पर इसका असली राज़्ज़ खुद विज्ञानं भी नहीं दे पाया है।

कैसे पहुंचे

अजमेर तक वायुमार्ग, रेल या सड़क द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। जयपुर में स्थित सांगानेर हवाई अड्डा अजमेर का निकटतम हवाई अड्डा है। अजमेर रेलवे स्टेशन निकटतम रेल मुख्यालय है और यहां से भारत के सभी प्रमुख शहरों के लिए रेल उपलब्ध हैं। राज्य के अन्य भागों से अजमेर सड़कमार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है।

जब भी आप अजमेर शरीफ दरगाह जाए तो तारागढ़ के इस अनोखे पत्थर के दर्शन जरूर करे। जिससे कई लोगो कि धार्मिक आस्था जुड़ी हुई है। आपकी क्या राय है ये भी हमे अवश्य साझा करे।

क्या आपने अजमेर शरीफ के तारागढ़ की यात्रा की है? अपने अनुभव को शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।

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