मलाणा: भारत का ऐसा रहस्यमयी गांव जो अद्भुत, अकल्पनीय, अविश्वसनीय और अविस्मरणीय है

Tripoto
7th Dec 2020
Photo of मलाणा: भारत का ऐसा रहस्यमयी गांव जो अद्भुत, अकल्पनीय, अविश्वसनीय और अविस्मरणीय है by रोशन सास्तिक

​हिमाचल प्रदेश का नाम सुनते ही हमारी आंखों के सामने ऐसे-ऐसे मनमोहक प्राकृतिक दृश्य उभरने लगते हैं कि मन करता है किसी भी तरह अगले ही पल वहां पहुंच जाएं। लेकिन, अफसोस कि डोरेमॉन का एनिवेयर डोर गैज़ेट हकीकत में नहीं होता। खैर, हममें से कई लोग हिमाचल प्रदेश की वादियों की सैर कर आए होंगे। ज्यादातर लोगों ने पूरा हिमाचल ना सही लेकिन राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थल घूम ही लिए होंगे। लेकिन हिमाचल प्रदेश में सफेद बर्फ से ढंके हिमालय और सदाबहार वादियों से कल-कल बहती नदियों के बीच ही एक ऐसा रहस्यमयी गांव भी है जिसके बारे में जानकर आप आश्चर्यचकित रह जाएंगे। हम आपको बता दें कि भारत के बाकी गांवों से एकदम अलहदा इस गांव से जुडी अजीबोगरीब बातें पता लगते ही इस बात की संभावना बहुत ज्यादा है कि अब अगर आप दोबारा कभी हिमाचल गए तो सबसे पहले इसी गांव को जाकर देखना पसंद करेंगे।

Photo of Malana, Himachal Pradesh, India by रोशन सास्तिक

आखिर कौन-सा है यह गांव और क्या है इसकी खासियत? जो इसे भारत के बाकी गांवों से अलग कर इतना अनोखा बनाती है। तो अब तक हमने जिस गांव के बारे में तारीफों के इतने पुल बांधें हैं उस गांव का नाम है मलाणा। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के अति दुर्गम इलाके में स्थित मलाणा गांव की गिनती भारत के सबसे रहस्यमयी इलाकों में होती है। इस गांव की सबसे अनोखी बात यह है कि इस गांव के अपने अलग कानून हैं। यानि इस गांव में कोई भी काम गांव के लोगों द्वारा बनाए गए नियमो के तहत होते ही हैं ना की भारत सरकार द्वारा लागू किए गए नियमों के अनुसार। वैसे, जितने सरल तरीके से यह बात कह दी गई है, बात उतनी सीधी है नहीं। क्यों? यह आपको आगे पढ़कर पता चलेगा।

Photo of Malana village, Malana, Himachal Pradesh, India by रोशन सास्तिक

समुद्र की सतह से करीब 10 हजार फीट की ऊंचाई पर बसे इस गांव की आबादी 5000 से भी कम है। इस गांव के लोग खुद को दुनिया जीतने वाले सिकंदर के सैनिकों का वंशज मानते हैं। हालांकि, इस दावे के कोई ठोस ऐतिहासिक सबूत खुद गांव वालों तक के पास नहीं है। बस गांव वालों की मान्यता है कि सिकंदर के साथ आए उसके सैनिकों का एक जत्था उसके साथ भारत से वापस लौटने की बजाय यहीं रुक गया और फिर मलाणा में ही बस गया। इसी बात को आधार बताकर मलाणा वाले खुद को सिंकदर के उन्हीं सैनिकों का वंशज मानते हैं। हालांकि, इस गांव के लोगों का रंग-रूप, कद-काठी, रीति-रिवाज आम हिमाचली लोगों से काफी अलग है। इनके द्वारा बोली जाने वाली भाषा का भी इनके भौगोलिक परिसर से सीधा संबंध नहीं है। मलाणा गांव के लोग आसपास के गांव वालों के उलट चीनी-तिब्बती भाषा समूह की ज़बान 'कनाशी' में बात करते हैं।

Photo of Malana Village Road, Jari, Himachal Pradesh, India by रोशन सास्तिक

ठहरिए, हैरान होने की अभी बस शुरुआत भर हुई है। क्योंकि मलाणा गांव का संबंध सिर्फ अलेक्जेंडर दी ग्रेट से ही नहीं बल्कि अकबर दी ग्रेट से भी है। जी हां, आपको यह जानकर भी काफी अचरज होगा कि मलाणा भारत का एकलौता ऐसा गांव है जहां मुगल सम्राट अकबर की पूजा की जाती है। किस्से-कहानियों की माने तो एक बार सम्राट अकबर के सिपाहियों ने भिक्षा मांगते हुए दिल्ली पहुंचे दो साधुओं को पकड़ लिया और फिर महाराज के आदेश पर उनसे दक्षिणा छीन ली। इस घटना के बाद जम्दग्नि ऋषि ने स्वयं अकबर के सपने में आकर उन्हें दक्षिणा की वस्तु को लौटाने को कहा। अकबर ने इसके बाद अपने सैनिकों के जरिए मलाणा गांव में अपनी सोने की मूर्ति बतौर दक्षिणा भिजवा दी। और फिर तभी से मलाणा गांव के लोग साल में एक बार अकबर की मूर्ति की पूजा करने लगे। एक कहानी ऐसी भी है कि एक बार अकबर ने गांव के देवता जमलू की परीक्षा लेने की सोची। और उसकी इस सोच का नतीजा यह रहा कि जमलू देवता ने दिल्ली में बर्फबारी करवा दी। फिर अकबर को जमलू देवता के प्रकोप से बचने के लिए उनसे माफी भी मांगनी पड़ गई थी।

Photo of Malana village, Malana, Himachal Pradesh, India by रोशन सास्तिक

वैसे अगर देखा जाए, तो यही दो बातें इस गांव को भारत का सबसे अनोखा और अनूठा गांव घोषित करने के लिए काफी है। लेकिन अभी ऐसे और भी ढेर सारे अजीबोगरीब और हैरत में डाल देने वाले रोचक तथ्य जुड़े हैं इस गांव से। जिनके बारे में आप जैसे-जैसे जानते जाएंगे वैसे-वैसे दांतों तले अपनी उंगलियां दबाते जाएंगे। तो चलिए जानते हैं इस गांव से जुड़ी कुछ और अविश्वसनीय बातें। जिसपर यकीन भले न हो लेकिन करना जरूर पड़ेगा।

Photo of Malana Magic Valley Trek (magic malana), Kullu, Himachal Pradesh, India by रोशन सास्तिक

दुनिया बदलते दौर में इस बात को अच्छे से समझ गई है कि अगर अपनी इकोनॉमी को बूस्ट करना है तो टूरिज्म सेक्टर को जल्द से जल्द और जितना ज्यादा बेहतर किया जा सकता है, उतना किया जाना चाहिए। इसलिए आजकल हर कोई अपने यहां पर्यटन बढ़ाने के उद्देश्य से पर्यटकों की सुविधा हेतु नियम-कानून में ढिलाई बरतता है। लेकिन हम जिस गांव की बात कर रहे हैं वहां उल्टी ही गंगा बहती है। दरअसल, हिमाचल का मलाणा गांव पर्यटकों को लेकर अपनी सख़्ती के लिए ज्यादा जाना जाता है। यहां आने वाले पर्यटकों को गांव में किसी भी स्थान पर जाने या किसी भी स्थान को छूने से पहले बेहद सावधान रहकर उसके आसपास दी गई सूचनाओं को सावधानीपूर्वक पढ़ना पड़ता है। क्योंकि अगर आपने यहां जाने-अनजाने कोई नियम तोड़ा तो फिर आपको भारी भरकम जुर्माने के साथ-साथ कठोर दंड भी भुगतना पड़ सकता है।

Photo of Malana village, Malana, Himachal Pradesh, India by रोशन सास्तिक

यहां का कोई भी कानून तोड़ने पर यदि पयर्टक आर्थिक जुर्माना देने में सक्षम नहीं हो पाता है तो उसे यहां के राजा के यहां कुछ दिनों के लिए नौकर बनकर रहना पड़ता है। इस गांव मे कुल 6 ऐसे स्थान है जिन्हें छूने को लेकर मनाही है। इनमें से कुछ स्थान तो ऐसे हैं, जिन्हें खुद गांव वाले तक नहीं छू सकते। जिसके पीछे का कारण है इन कानूनों के पालन ना होने पर गांव वालों की ज़हन में बैठा दैवीय प्रकोप का डर। स्थानीय लोगों का ऐसा मानना है कि अगर पयर्टक बिना अनुमति के वर्जित स्थलों को स्पर्श करते हैं तो उससे देवता के नाराज होने का खतरा बना रहता है। बताया जाता है कि साल 2006-08 में ऐसे ही किसी कारणवश पूरा गांव आग की चपेट में आकर तबाह हो गया था। इस घटना के बाद गांव वालों ने पर्यटकों के लिए बनाए नियम और ज्यादा सख्त कर दिए।

Photo of Malana village, Malana, Himachal Pradesh, India by रोशन सास्तिक

बाहर से आने वाले लोगों के लिए मालना गांव के नियम इतने सख़्त है कि स्थानीय लोगों को किसी भी पयर्टक को अपने घर ठहराने तक की अनुमति नहीं है। ऐसा करते हुए पकड़े जाने की स्थिति में अपराधी को कड़े से कड़ा दंड भी भुगतना पड़ता है। खुद को सिकंदर का वंशज मानने के चलते मलाणा गांव के लोग खुद को श्रेष्ठ नस्ल समझते हैं। इसलिए इनका बाहरी लोगों से मेलजोल तक बेहद कम और सीमित होता है। यहां तक कि पुरानी पीढ़ी के लोग तो बाहरी लोगों को छूने तक से परहेज करते हैं। अगर आप यहां की दुकान से कुछ ख़रीदें, तो दुकानदार आपके हाथ से सीधे पैसे लेने के बजाय उसे जमीन पर नीचे रख देने को कहता है, और फिर उन पैसों को उठाता है। सोचिए, अगर आपके साथ कहीं इतना बुरा व्यवहार हो, तो आप कितनी शर्मिंदगी महसूस करेंगे। लेकिन इस तरह के ट्रीटमेंट के बाद भी मलाणा गांव में पर्यटकों की भीड़ लग रहती है।

Photo of Malana Valley Road, Jari, Himachal Pradesh, India by रोशन सास्तिक

अगर आपको लगता है कि 1950 में संविधान के लागू होते ही भारत में राजशाही खत्म हो गई है, तो फिर इस गांव तक पहुंचकर आपकी जानकारी गलत साबित हो जाएगी। क्योंकि आज भी इस गांव का अपना राजा तक है। इतना ही नहीं तो अपनी एक अलग सरकार भी है। इनका अपना संसद है, जिसमें उच्च सदन और निम्न सदन दोनों हैं। राजा और संसद के साथ-साथ इस गांव का भारत से अलग अपना एक संविधान तक भी है। सिर्फ न्याय की किताब ही नहीं, इस गांव में न्याय करने की पद्धति भी सर्वथा अलग है। इन सबसे इतर सबसे अनूठी बात यह कि इस गांव पर सरकार और पुलिस की बजाय गांव वालों का ही सामूहिक शासन चलता है। गांववालों के लिए किसी भी मुद्दे पर जमलू देवता का फैसला आखिरी होता है। और जमलू देवता द्वारा न्याय करने का तरीका इस रहस्मयी गांव को और ज्यादा 'अलग' बना देता है।

Photo of मलाणा: भारत का ऐसा रहस्यमयी गांव जो अद्भुत, अकल्पनीय, अविश्वसनीय और अविस्मरणीय है by रोशन सास्तिक

दरअसल, जब भी किसी दो पक्ष में कोई मामला फंसता है, और संसद के दोनों सदन मिलकर भी समस्या का समाधान नहीं निकाल पाते है। तब मामला अंत में जमलू देवता के पास भेज दिया जाता है। जहां दोनों पक्षों से बकरा मंगवाया जाता है। दोनों ही बकरों की टांग में चीरा लगाकर बराबर मात्रा में जहर भर दिया जाता है, और फिर जहर भरने के बाद बकरों के मरने का इंतजार होता है। आपको जानकर काफी आश्चर्य होगा कि जिस पक्ष का बकरा पहले मरता है, उस पक्ष को जमलू देवता का सांकेतिक फैसला मानकर सीधे दोषी करार दे दिया जाता है। गांव वालों के लिए यही फैसला अंतिम होता है और इस फैसले को मानना सबके लिए बाध्यकारी भी होता है।

Photo of मलाणा: भारत का ऐसा रहस्यमयी गांव जो अद्भुत, अकल्पनीय, अविश्वसनीय और अविस्मरणीय है by रोशन सास्तिक

चलते-चलते आपको बतातें जाएं कि यह भारत का यह अद्भुत, अविश्वसनीय और अकल्पनीय गांव दुनिया भर में अविस्मरणीय मलाणा क्रीम यानी कि हशीश के लिए भी सुप्रसिद्ध है। इसका खुमार युवाओं पर इतना सिर चढ़कर बोलता है कि सिर्फ देश ही नहीं तो विदेश तक से लोग इस गांव में खासकर 'मलाणा क्रीम' के लिए ही आते हैं।

- रोशन सास्तिक