रंग बिरंगी तितलियाँ किसे पसंद नहीं होती है इसे प्रकृति की सुंदरता ही कहेंगे की इन तितलियों को देखते ही लोग आपका दुःख दर्द भूल जाते हैं और बस इनके रंग बिरंगे पंखो की चमक में खो जाते हैं। बचपन तो याद ही होगा आपको जब फूलों पर बैठी तितली को पकड़ने के लिए हम घंटों टकटकी बंधे उन्हें देखते रहते थे कि कब मौका मिले और हम उन्हें पकड़ लें लेकिन ऐसा करना इतना आसान नहीं होता था पर आप टेंशन मत लीजिये क्योंकि अब आप इन तितलियों को देख सकते हैं वो भी करीब से और अपने बचपन को एक बार फिर से जी सकते हैं। देश के कई शहरों में ऐसे कई ‘तितली पार्क’ हैं, जहां घूमने के साथ-साथ आप अलग-अलग किस्म की रंग-बिरंगी तितलियों को देख सकेंगे। कई बटरफ्लाई पार्क में तो आपको लगभग 70 से अधिक प्रजातियों की बटरफ्लाई देखने को भी मिल सकती हैं। आज इस आर्टिकल में आपको कुछ ऐसे ही बटरफ्लाई पार्क के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं।
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तितलियाँ
तितलियाँ ना केवल सुंदर जीव हैं बल्कि पारिस्थितिकी का भी बेहद अभिन्न अंग हैं। तितलियों की कुछ प्रजातियां परागकणों को निर्मित करती है जिससे पौधों को पनपने में मदद मिलती है।
बटरफ्लाई पार्क, बेंगलुरु
भारत का पहला बटरफ्लाई पार्क बैंगलोर में द बटरफ्लाई पार्क ही है जिसे 2006 में खोला गया था। इसे गार्डन सिटी के नाम से भी जाना जाता है। शानदार तितलियों को देखने के लिए आपको इससे बेहतर जगह और कोई नहीं मिलेगी। अगर आप तितलियों से प्यार करते हैं, तो इस पार्क से आपको ज़रूर प्यार हो जायेगा क्योंकि, इस पार्क को बनाने का मुख्य लक्ष्य है, तितलियों का संरक्षण करना। ये उद्यान बन्नेरघट्टा नेशनल पार्क में स्थित है और यहाँ पर कई संरक्षित तितलियों को संग्रहालय में रखा गया है। यहाँ पर कृत्रिम पारिस्थितिकी तंत्र के अंतर्गत कई झरने और फूलों को लगाया गया है ताकि तितलियों की असंख्य प्रजातियां यहाँ आराम से रह सकें। इनके बारे में अधिक जानकारी के लिए आप संग्रहालय में जाकर रखी गई तितलियों को करीब से देख सकते हैं। तितलियों के जीवन चक्र के बारे में जानने के लिए यह पार्क सबसे बेस्ट है। सैलानियों के लिए बेंगलुरु का यह पार्क प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में से एक माना जाता है। इस उद्यान में आप सुबह के 9.30 बजे से शाम के 5 बजे तक आ सकते हैं। ये पूरे सप्ताह तक खुला रहता है।
तितली पार्क, लखनऊ
वर्ष 2018 में उत्तर प्रदेश के शहर लखनऊ में तितली पार्क को बनाया गया। इस पार्क की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे कानपुर चिड़ियाघर के समान बनाया गया है। लखनऊ जैसे शहर में एक खूबसूरत तितली पार्क का होना शहर वासियों के लिए बेहद खुशी की बात है क्योंकि, प्रदूषण के मामले में टॉप पर रहने वाला यह शहर कई पशु-पक्षियों के लिए घातक साबित होता रहा है। यह पार्क इस शहर की खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करता हैं।
तितली पार्क, शिमला
हिमाचल प्रदेश की वादियों में ऐसे कई जगह हैं जिसे हम देखना और वहाँ घूमना तो चाहते हैं लेकिन, सही जानकारी ना होने की वजह से वहाँ तक पहुंच नहीं पाते हैं। हिमाचल की राजधानी शिमला में एक ऐसी ही जगह है जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। शिमला शहर के किनारे बना यह तितली पार्क रंग-बिरंगी तितलियों के लिए आकर्षण का केंद्र माना जाता है। इस पार्क को बनाने का मुख्य लक्ष्य है, तितलियों का संरक्षण करना। ताकि तितलियों की असंख्य प्रजातियां यहाँ आराम से रह सकें। अगर आप शिमला में घूम के बोर हो चुके हैं, तो यह जगह आपको बोर नहीं होने देगी।
बटरफ्लाई पार्क, ठाणे
अगर आपको एक साथ लगभग 70 से अधिक प्रजाति की तितलियां एक साथ देखनी हों तो आप मुंबई में ठाणे के ओवालेकर वाड़ी तितली बाग में पहुंच जाएं। सपनों की नगरी में अपने सपनों को लेकर उड़ने वाली इन तितलियों से आपको ज़रूर प्रेरणा मिलेगी। इस पार्क की सबसे लाभदायक जानकारी ये है कि यहाँ की तितलियां कृत्रिम नस्ल की नहीं हैं, बल्कि प्राकृतिक हैं। यहाँ पर 5000 पेड़-पौधे लगे हुए हैं जो तितलियों की 100 से ज्यादा प्रजातियों को आकर्षित करते हैं। अगर आप पक्षियों में दिलचस्पी रखते हैं, तो यह जगह घूमने के लिए बेस्ट ऑप्शन है। ठाणे, मुंबई से काफी नज़दीक है और यहाँ पर बस, लोकल ट्रेल और कैब द्वारा पहुंचा जा सकता है। ठाणे से घोड़बंदर रोड़ की तरफ से ये बस 10 किमी की दूरी पर स्थित है और आप यहाँ रविवार को भी सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक आ सकते हैं।
बटरफ्लाई पार्क, चंडीगढ़
रंग-बिरंगी तितलियों की 35 से ज्यादा प्रजातियों को देखने की इच्छा है तो वीकंड में चंडीगढ़ आने का प्लान बना लीजिए। यहाँ सेक्टर-26 के बटरफ्लाई पार्क में इस समय तितलियों की 35 से ज्यादा प्रजातियां हैं। इनमें आपको कॉमन मॉरमोन, लैपर्ड, स्ट्रिप्ड टाइगर, प्लेन टाइगर, लाइम बटरफ्लाई, कॉमन जे, कॉमन कास्टर, एग फ्लाई और कॉमन सेलर जैसी प्रजातियां ज्यादा नजर आ जायेंगी। सेक्टर-26 के बटरफ्लाई पार्क में इंटरप्रीटेशन सेंटर भी है, जिसमें तितलियों की विभिन्न प्रजातियों के अलग-अलग वीडियो क्लीपिंग पर्यटकों को दिखाई जाती हैं। इसमें हर प्रजाति की तितली के बारे में बताया भी आप जान सकते हैं। यहाँ तितलियों को आकर्षित करने के लिए कई तरह के होस्ट प्लांट लग गए हैं। इनमें आम, अमरूद, सिटरस, सैलिक्स, इग्जोरा, अशोक और आंवले के पौधे लगाए गए हैं, जिनपर तितलियां अक्सर नजर आती हैं। पार्क की शोभा बढ़ाने के लिए यहां वाटर पॉन्ड भी बनाया गया है। इसमें कमल के फूल उगाए गए हैं। बटरफ्लाई पार्क में घूमने के इच्छुक पर्यटक यहाँ आकर खुद को प्रकृति के बेहद नजदीक महसूस करेंगे। आप यहाँ सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक आ सकते हैं।
तितली पार्क, कानपुर
भारत के कई जगहों पर तितली पार्क स्थापित किए गए हैं। इसी क्रम में हाल ही में उत्तर प्रदेश के मैनचेस्टर कहे जाने कानपुर में पर्यटकों के लिए तितली पार्क खोला गया है। कानपुर चिड़ियाघर के मुताबिक इसे करीबन एक करोड़ की लागत से बनाया गया है। जिसमे आप तितलियों की विभिन्न प्रजातियों को देख सकते हैं। इस पार्क की स्थापना एक बहुत ही अच्छी पहल साबित हुई, जिससे कि लोगों को तितलियों के बारे में कई जानकारियाँ और उनके जीवन चक्र के बारे में पता चलता है। एक करोड़ की लागत से बने इस पार्क में तितलियों को आकर्षित करने के लिए करीबन फूलों की 100 से अधिक प्रजाति रोपित की गयी हैं ,जो सदाबहार हैं। ऐसे में यहाँ आने वाले पर्यटक सालभर प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले पाएंगे। कानपुर में तितली पार्क खुलने से यूपी पर्यटन को भी काफी बढ़ावा मिलेगा। इस खूबसूरत पार्क की यात्रा आपको एक अलग ही दुनिया में ले जाएगी।
क्या आपने भी भारत के इन बटरफ्लाई पार्क में से किसी पार्क की यात्रा की हैं। अपने अनुभव को हमारे साथ शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
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