महत्वपूर्ण जानकारी....
सोलंग घाटी (मनाली हिमाचल प्रदेश ) की खूबसूरती और उसकी सच्ची कहानी,आजतक ना आपने कहीं सुनी होगी और ना ही कहीं पड़ी होगी।
तो चलिए आपको रू ब रू कराते हैं उन हसीन वादियों से।
मित्रों सोलंग घाटी से मेरे घर कांगड़ा शहर महज 216 किलो मीटर दूरी पर है और मै निकल पड़ा हू सोलागं घाटी (मनाली ) के लिए।
सोलंग घाटी पूरी दुनिया में केवल एक अपनी सुन्दरता के लिए ही नहीं अपितु अपनी गोद मे कई रहस्यों को छुपाए बैठा है। सोलंग घाटी भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के कुल्लू ज़िले में स्थित एक पर्वतीय घाटी है। यह कुल्लू घाटी से सटी एक शाखा है। सोलंग घाटी का नाम इसमें स्थित सोलंग गाँव पर पड़ा है और यह मनाली से 14 किमी पश्चिमोत्तर में रोहतांग दर्रे के मार्ग में स्थित है। पूरी दुनिया के सैलानी यहां मौज मस्ती और प्राकृतिक का लुत्फ़ उठाने के लिए तो आते हैं लेकिन उनको इससे ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाती। ज्यादा तर यात्री इस क्षेत्र को केवल पर्यटन के नजरिए से ही देखते है।
सफर की ओर......
आइए सबसे पहले इस सोलंग घाटी के सोंदर्य दर्शन करें। पर्यटकों के लिए सोलंग घाटी में रोपवे (ropway) झुला जैसा आधुनिक उपकरण है जिसकी सहायता से आप बहुत ही ऊंचाई पर जाकर हिम बादिंयो से रू ब रू हो पाएंगे। इसका खर्चा एक सैलानी का 500 से 800 के बीच में आ जाता है
इसके साथ साथ सोलंग मे आइस स्केटिंग, टायर स्केटिंग, पैराग्लाइडिंग भी मनोरंजन के लिए अच्छे साधन है।
पर बात करे पैराग्लाइडिंग की तो उसके लिए पैराग्लाइडिंग करने वाले का दिल मजबूत होना चाहिए। क्योंकि ज्यादा तोर पर पैराग्लाइडिंग करने वाला शख्स जोश जोश मे उड़ान भर तो लेता है फिर उसको बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। हर साल पैराग्लाइडिंग करते समय हादसे भी हुए हैं। पर आप मनोरंजन के लिए और भी साधनों का इस्तेमाल कर सकते है जैसे कि याक की सबारी, ropway, आईस स्केटिंग, टायर स्केटिंग, इत्यादि।
आध्यात्मिक.....
अब बात करें धार्मिक पर्यटन स्थल की तो मनाली बस स्टैंड से महज 1 किलोमीटर की दूरी पर प्राचीन काल पांडवों के समय का एक हिडिम्बा मंदिर अपनी बनावट से पूरी दुनिया में विख्यात और प्रसिद्ध है।
हिडिम्बा मंदिर अपने अंदर बहुत रहस्य छुपाये हुए है हिडिम्बा देवी मंदिर उत्तर भारत में हिमाचल प्रदेश राज्य के मनाली में स्थित है। यह एक प्राचीन गुफा मंदिर है, जो भारतीय महाकाव्य महाभारत के भीम की पत्नी हिडिम्बी देवी को समर्पित है। यह मनाली में सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। इसे ढुंगरी मंदिर (Dhungiri Temple) के नाम से भी जाना जाता है। मनाली घूमने आने वाले सैलानी इस मंदिर को देखने जरूर आते हैं।
यह मंदिर एक चार मंजिला संरचना है जो जंगल के बीच में स्थित है। स्थानीय लोगों ने मंदिर का नाम आसपास के वन क्षेत्र के नाम पर रखा है।
इस मंदिर मे बनी लकड़ी की नक्काशी देखने को ही बनती है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस मंदिर में देवी की कोई मूर्ति स्थापित नहीं है बल्कि हिडिम्बा देवी मंदिर में हिडिम्बा देवी के पदचिह्नों की पूजा की जाती है।
ठहरने की सुविधा....
आपको मनाली मे ठहरने के लिए अनेकों शानदार होटल मिल जाएंगे। लेकिन सीजन में मुश्किल से ही होटल में कमरे मिल पाते है। मनाली मे सैलानियों के आने का सीजन हर साल मार्च - अप्रैल महीने से शुरू हो जाता है। ज्यादातर होटलों की बुकिंग नवम्बर दिसम्बर महीने से शुरू हो जाती है। कमरों की खूबसूरती और आकर्षक बनावट के हिसाब से दाम होते हैं। जैसे कि कम कीमत वाले कमरों के दाम 800 से 1000 रुपये एक रात के लिए मिल जाते है।
और उच्च और वीआईपी कमरों के दामों की बात की जाए तो 5000 से 40000 रुपये पैकेज के हिसाब से रखा गया होता है।
आपको करना क्या होगा के जब भी आपका मनाली आने का कार्यक्रम बने तो, आप ऑनलाइन मात्र ही होटल मे कमरे बुक कर सकते है जिसमें आपको ऑफर के साथ साथ कमरे का दाम भी कम पड़ जाता है।
मित्रों अपने परिवार और मित्रों के साथ बनाये कभी ना भूलने वाला एक यादगार पल........
तो मित्रों मिलते है मेरी अगली एक और ऐसी ही अनोखी और रोमांचकारी जानकारी के लिए तब तक बने रहने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
जय भारत
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