टूर गाइड: लद्दाख जाए तो क्या करें, सब कुछ जाने।

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Photo of टूर गाइड: लद्दाख जाए तो क्या करें, सब कुछ जाने। by Ankit Kumar

लद्दाख जा रहे मतलब आप 'स्वर्ग' जा रहे हैं। यह स्वर्ग घूमने के लिए अनदेखे स्थानों के रास्ते खोलता है। अगर आप लद्दाख घूमना चाह रहे तो आप के लिए यह आर्टिकल एक गाइड का काम करेगा!

क्यों जाएँ लद्दाख?

लेह लद्दाख में ही करने के लिए बहुत सी चीजें हैं। आप लद्दाख में बोर नहीं हो सकते, भले ही आप अपने आस-पास के दृश्यों में ही क्यों न घूमें।

1. लद्दाख रॉयल्टी महल

यह एक लद्दाख के रॉयल्टी का घर था और ल्हासा में ‘तिब्बती पोटाला पैलेस’ पर आधारित था। इसका निर्माण भले ही 17वीं शताब्दी में हुआ हो परन्तु शाही परिवार की कई प्राचीन कलाकृतियाँ महल में अब नहीं बची हैं। यह अब केवल ख़ाली कमरों की नौ मंज़िला इमारत है जो दीवारों पर लटकी हुई प्राचीन तस्वीरों को लिपटे है।

2. कैसल त्सेमो

कैसल त्सेमो लेह पैलेस के ऊपर पहाड़ी है। लद्दाख में इस तक पहुँचने के लिए आप एक टैक्सी कर सकते हैं या खड़ी घुमावदार चढ़ाई चढ़ सकते हैं।

3. शान्ति स्तूप

लद्दाख में बौद्ध शान्ति स्तूप पर्यटकों का बड़ा पसन्दीदा आकर्षणों में से एक है। ऐसा बोला जाता है कि स्वयं दलाई लामा ने इसे आशीर्वाद दिया था। यहाँ का दृश्य और स्तूप, एक अच्छा समय बिताने के लायक जगह है। शान्ति स्तूप की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय सूर्यास्त के समय है जब तापमान इतना गर्म नहीं होता है और सूरज इसके आसपास के पहाड़ों पर एक सुन्दर लालीमा बिखेरे रहता है।

4. लेह ओल्ड सिटी

लेह ओल्ड सिटी पर्यटकों के लिए एक और आकर्षक का केन्द्र है। यहाँ पर असली लेह देखने को मिलेगा।

लेह शहर के पड़ोसी नामग्याल त्सेमो मठ के प्रमुख शहर के बाहर, थिकसे मठ और हेमिस मठ, बौद्ध जीवन शैली को आपके समक्ष रखता है। प्रत्येक मठ में घण्टों कहाँ बित गए पता ही नहीं चलेगा। कमरों की खोज करना, सीढ़ियों पर आश्चर्य करना और भिक्षुओं से बात करना।

कैसे जाएँ?

1. श्रीनगर से लेह

श्रीनगर से 434 कि°मी° दूर कारगिल के मार्ग से होते हुए कश्मीर घाटी से लद्दाख पहुँचा जा सकता है। यह रास्ता हर वर्ष जून की शुरुआत से नवम्बर तक खुला रहता है। ज़ोजी-ला दर्रा 11,500 फीट की ऊँचाई पर लद्दाख का प्रवेश द्वार है। श्रीनगर और लेह के बीच नियमित रूप से साधारण और साथ ही डीलक्स बसें चलती हैं। श्रीनगर से कार, जीप या टैक्सी भी किराए पर मिल जाती है।

2. मनाली से लेह

मनाली-लेह सड़क 473 किलोमीटर तक फैली हुई है जो हर वर्ष जून से अक्टूबर की शुरुआत तक खुली रहती है, यह लद्दाख जाने के लिए दूसरा मार्ग है। यह सड़क आपको 3,660 मीटर से 4,570 मीटर की ऊॅंचाई के बीच रेगिस्तानी पठार से होते हुए गुजरती है। साधारण और डीलक्स बसें मनाली और लेह के बीच चलती हैं। यह यात्रा लगभग 2 दिनों की है जिसमें सेरचू और पांग में नाइट कैंपिंग भी की जाती है। आप जीप या जिप्सी किराए पर ले कर भी जा सकते हैं।

कब जाएँ?

यात्रा करने का सबसे अच्छा समय जून से सितम्बर के बीच मानसून का मौसम है। लेह लद्दाख में सितम्बर के मध्य के बाद ही सड़क बन्द कर दी जाती है इसलिए इससे पहले यात्रा करना या उड़ान भरना सबसे अच्छा है।

रेंट कर

Bruised Passport

लद्दाख की सड़क यात्रा के लिए 4X4 किराए पर लेने का कोशिश करें। यह ज़रूरी नहीं है पर यह सफ़र को आसान बनाता है। भारत के अधिकांश शहरों में कार किराए पर लेना आसान है। ऐसी कम्पनियाॅं भारतीय बाज़ार की बारीकियों को बख़ूबी समझती हैं।

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