हिमाचल प्रदेश हमेशा से ही हर तरह के टूरिस्ट का पसंदीदा डेस्टिनेशन रहा हैं चाहे वो प्रकृतिप्रेमी हो ,चाहे ट्रेक्कर हो या फिर आध्यात्मिक यात्री हो। लेकिन इसी पसंद की वजह से हिमाचल के अधिकतर डेस्टिनेशन अब भीड़ और शोर शराबे वाले इलाके बन गए हैं चाहे बात हो शिमला की या स्पीति हो या फिर मनाली हो। इसीलिए हिमाचल में ओफबीट डेस्टिनेशंस की डिमांड बढ़ चुकी हैं। तो इसीलिए आज मैं आपको शिवालिक हिमालय की गोद में छिपी एक ऐसी जगह ले चलता हूँ जहाँ आप एडवेंचर ट्रिप भी कर सकते है और शान्ति से कुछ दिन भी व्यतीत कर सकते हैं।
शिमला से करीब 35 किमी दूर स्थित 4200 फ़ीट की ऊंचाई पर बसा अर्की गाँव वो खूबसूरत छुपा इलाका हैं जिस से आज भी अधिकतर घुम्मकड़ अनजान हैं। अगर आप शिमला ,मनाली ,स्पीति घूम -घूमकर परेशान हो गए हो और दिल्ली से पास में ही परिवार के साथ छुट्टियां बिताने को नई जगह ढूंढते ढूंढते तंग आ गए गए तो आप एक बार अर्की गाँव को एक्सप्लोर करे। इस से एक तो आपको कम भीड़ वाली सुकून देती हुई जगह मिलेगी और दूसरा ,यहाँ इतिहास से जुड़ी जगह भी आप भ्रमण कर पाएंगे और कुछ एडवेंचर भी यहाँ आपका इंतजार कर रहे होंगे।
इतिहास से जुडी जानकारियों के लिए यहाँ अर्की फोर्ट और पैलेस बना हुआ हैं जो इस गाँव का मुख्य आकर्षण हैं। चारों तरफ जंगल और पहाड़ों के बीच गर्व से खड़ा यह किला आपको पहली नजर में ही अद्भुद अनुभूति देगा।यह फोर्ट 18 वीं शताब्दी में बना हुआ माना जाता है। यहाँ के शासक राणा पृथ्वी सिंह ने इसे बनवाया था। फोर्ट के टेरेस से यहाँ की घाटी का एक शानदार व्यू देखने को मिलता हैं। यहाँ का पैलेस अब एक हेरिटेज होटल में तब्दील हो गया हैं जिसमें बार ,कैफ़े जैसी सब सुविधाएं मिलती हैं। पैलेस के संग्राहलय में प्राचीन समय के हथियार ,पेंटिंग्स ,आभूषण आदि देखी जा सकती हैं।
अगर आपकी किस्मत अच्छी रही तो यहाँ के जंगल में आपका सामना लेपर्ड से भी हो सकता हैं।पक्षी प्रेमी के लिए यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं हैं। पूछो क्यों ? इसका कारण हैं यहाँ बसी सैकड़ों तरह की पक्षी प्रजातियां। इसीलिए पक्षी प्रेमी यहाँ केमरा तो हाथ से छोड़ेंगे ही नहीं। यहाँ के जंगल में गिद्ध की कई प्रजातियां मौजूद हैं ,साथ ही साथ अन्य पक्षी जैसे ग्रीन पिजन ,प्लम हेडेड पेराकीट जैसे पक्षी यहाँ देखने को मिलते हैं।
सुकून की तलाश अगर आप कर रहे हैं तो कम से कम दो दिन आपको यहाँ प्रकृति के साथ बिताने ही चाहिए।
क्या एक्टिविटी करे ? : यहाँ आप किले में घूम सकते हैं। पैलेस के संग्राहलय से कई ऐतिहासिक जानकारियां ले सकते हैं। फिर आप नेचर वॉक पर जा सकते हैं ,बर्ड वाचिंग कर सकते हैं।
सही समय :मार्च से अक्टुम्बर में यहाँ का मौसम काफी सुहावना रहता हैं।
कैसे पहुंचे : यह जगह दिल्ली से 350 किमी ,शिमला से 35 किमी और काल्का से 75 किमी की दूरी पर स्थित हैं। शिमला से टैक्सी में यहाँ पहुंचना सबसे बढ़िया तरीका हैं। यहाँ से नजदीकी रेलवे स्टेशन काल्का रेलवे स्टेशन हैं।
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