जिस तरह हर घुमक्कड़ की हसरत होती है कि एक बार वो बाइक से लद्दाख जरुर जाए। उसी तरह गोवा भी हर किसी की चाहत होती है। हम गोवा बार-बार जाते हैं कोई पार्टी करने के लिए तो कोई गोवा के समुद्र तट के लिए और कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो गोवा के अनछुए हिस्सों में जाते हैं। मैं आपको गोवा के ऐसी कोई भी जगह के बारे में नहीं बताने जा रहा हूं जो बहुत फेमस हो या अनछुई हो। मेरे तो बस आपसे एक सवाल है कि आप गोवा के बारे में कितने जानते हैं? कहते हैं कि घुमक्कड़ वही है जो जिस जगह पर जाता है उसके बारे में अच्छे-से जान ले। तो आपको गोवा के बारे में कुछ ऐसी चीजें बताऊँगा जो आपको हैरान कर देगी।
1- वडापाव का 'पाव' गोवा का
मुंबई वाले बड़ी शान से बताते हैं कि वडापाव से अच्छा कुछ भी नहीं है। इसी तरह लोग पाव भाजी भी बड़े चाव से खाते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि ये पाव गोवा की देन है। गोवा में आजादी के पहले पुर्तगालियों का शासन था। पुर्तगाली गोवा में लगभग 450 साल पहले आए थे। उनको यहाँ चावल खाना पड़ता था तब पुर्तगालियों को एहसास हुआ कि उनके पास अपना कुछ नहीं है। तब उन्होंने ब्रेड को कुछ ऐसा आकार दिया जिसे वे पोई कहते थे। धीरे-धीरे पोई गोवा में पाव बन गया। बाद में ये पाव देश के बाकी हिस्सों में भी पहुँच गया। आज भी गोवा में ब्रेड लोगों का पसंदीदा फूड है। यहाँ आज भी स्थानीय लोग साइकिल से ब्रेड या पाव बेचने के लिए निकलते हैं। अगर आप गाँव जाएँगे तो सुबह-सुबह बेचने वालों की आवाज को सुन पाएँगे।
2- हवेली, वो भी गोवा में?
यदि आप गोवा गए हैं तो आपने वहाँ के होटलों का आर्किटेक्चर पर ध्यान दिया? खासकर वो रिजाॅर्ट और होटल जो बहुत पुराने हैं। अगर आप सोचते हैं कि ये आधुनिक आर्किटेक्चर हैं तो आप गलत है। दरअसल ये होटल कभी हवेली हुआ करते थे लेकिन अब होटल में तब्दील हो गए हैं। इसकी वजह जानने के लिए पुर्तगालियों के दौर में चलना होगा। उस समय बड़े-बड़े जमींदारों ने महल जैसे अपने घर बनवा लिए। जब पुर्तगालियों ने भारत छोड़ा और भूमि सुधार कानून लागू हुआ तो ये हवेलियाँ जमींदारों से छीन ली गईं। ज्यादातर हवेलियाँ होटल बन गए इसके बावजूद कुछ हवेली ऐसी हैं जहाँ अब भी लोग रहते हैं। जहाँ हवेली के आसपास नारियल के पेड़ और खेती होती है। अगर आप गोवा जाएँ तो ऐसी किसी हवेली को देखने जरूर जाएं।
3- दो बार आजादी का जश्न
पूरा देश 15 अगस्त 1947 को आजादी का जश्न मनाता है लेकिन गोवा साल में दो बार आजादी की खुशियों में झूमता है। पहला तो 15 अगस्त को जब पूरा देश इस दिन में सरोबार हो जाता है। इसके अलावा गोवा में 17 दिसंबर को भी आजादी का जश्न मनाया जाता है। इसकी बड़ी वजह इतिहास के गर्त में छिपी हुई है। दरअसल, पूरा देश तो अंग्रेजों के चंगुल से 15 अगस्त 1947 को आजाद हो गया था लेकिन गोवा तब आजाद नहीं हुआ था। गोवा पर पुर्तगाल का शासन था जिनसे गोवा को आजादी 17 दिसंबर 1961 को मिली। इस वजह से गोवा दो बार आजादी के गीत गाता है।
4- चर्च ही नहीं, मंदिर भी हैं
गोवा के बारे में ये धारणा आम है कि यहाँ पर चर्च ही चर्च हैं, ये बात सही भी है लेकिन यहाँ मंदिर नहीं हैं ये गलत जानकारी है। गोवा में हर गाँव में आपको चर्च मिल ही जाएगा। उसी तरह यहाँ कुछ खूबसूरत मंदिर हैं जो देखने लायक हैं। उदाहरण के लिए, साउथ गोवा के वेस्टर्न घाट पर भगवान महावीर वाइल्डलाइफ में तांबड़ी सुरला मंदिर है। ये मंदिर गोवा के सबसे पुराने चर्च से 300 साल पुराना है। ये मंदिर चालुक्य शासन की शैली का बना हुआ है। इसके अलावा यहाँ रिवोना और अर्वालेम में बहुत पुरानी गुफाएँ हैं और कुशावती नदी के किनारे उस्गालिमाल में पुरानी राॅक आर्ट है जिसे देखा जा सकता है। बहुत कम लोगों के इन जगहों के बारे में पता है।
5- कैथोलिक ब्राह्मण और क्षत्रिय
आज आपको गोवा लगभग हर कोई कैथोलिक है, इसके पीछे हैं पुर्तगाली। जब पुर्तगाली भारत आए तो यहाँ के लोगों को काबू में रखने के लिए धर्म परिवर्तन का अभियान चलाया। इस अभियान में ही लोगों के घर अच्छे बनवाए गए और हर जगह चर्च बनाए गए। इतिहास कहता है गोवा में सबसे पहले गौड़ समुदाय का धर्म परिवर्तन किया गया था। इसके बाद ब्राह्मण, क्षत्रिय सभी ने अपना धर्म बदल दिया। इस वजह से आज गोवा में हर कोई कैथोलिक है। इसके बावजूद यहाँ के ब्राह्मण और क्षत्रिय अभी भी अपने इतिहास से जुड़े हुए हैं। इसलिए गोवा विश्व की एकमात्र ऐसी जगह है जहाँ के कैथोलिक खुद को कैथोलिक ब्राह्मण और क्षत्रिय बताते है। ये लोग हिन्दू धर्म के कुछ रीति-रिवाज का पालन करते हैं।
6- पुर्तगालियों से पहले कौन?
गोवा के इतिहास के बारे में जिक्र आता है तो हमको सिर्फ पुर्तगाल शासन याद आता है लेकिन उससे पहले गोवा पर किसका शासन था? आपको एक बात और बता दें कि मुगलों से पहले भी भारत पर मुसलमान शासको का शासन था। गोवा पर आखिर मुसलमान शासक बीजापुर के आदिल शाह था जिसने बीजापुर में गोल गुंबज बनवाया था। जब 1500 में पुर्तगाली गोवा आए तो उन्होंने आदिल शाह को हरा दिया और गोवा पर शासन करने लगे। तो अब शायद आपको पता होगा कि पुर्तगालियों से पहले मुस्लिम शासकों का गोवा पर राज था।
अगर आपको गोवा के बारे में ये सब पहले से पता था तब तो आप गोवा को अच्छे-से जानते हैं और यदि आपको इन सबकी जानकारी नहीं थी तो अब जान गए होंगे।
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