अजरबैजान यात्रा - बाकू एयरपोर्ट से बाकू शहर का सफर

Tripoto
Photo of अजरबैजान यात्रा - बाकू एयरपोर्ट से बाकू शहर का सफर by Dr. Yadwinder Singh
Day 1

उजबेकिस्तान और कजाखस्तान की यात्रा की पलानिंग करते समय भारत वापसी के लिए जब मैं कजाखस्तान के अल्माटी शहर से फलाईट सर्च कर रहा था तो काफी फलाईट दिखाई दे रही थी अल्माटी से दिल्ली के लिए| कुछ फलाईट सीधे दिल्ली आ रही थी और कुछ फलाईट किसी दूसरे देश के शहर में उतार कर वहाँ कुछ घंटे विराम देकर आगे वहाँ से दिल्ली आ रही थी| ऐसी ही एक फलाईट मेरे मन को लुभा गई जो अजरबैजान एयरवेज की फलाईट थी 15 जुलाई 2023 को सुबह 2 बजे कजाखस्तान के शहर अल्माटी से चलकर उसी दिन सुबह 5 बजे अजरबैजान की राजधानी बाकू पहुँच रही थी| आगे बाकू से 15 जुलाई 2023 को ही रात 11.45 बजे दिल्ली के लिए सीधी फलाईट थी| मुझे 15 जुलाई 2023 को एक दिन बाकू शहर घूमने के लिए मिल रहा था कयोंकि सुबह 5 बजे से लेकर रात के 8 बजे तक मैं बाकू शहर जाकर घूमकर वापस आ सकता था और रात को अपनी फलाईट पकड़ सकता था| थोड़ा सोच विचार करने के बाद मैंने अजरबैजान एयरवेज की यह फलाईट बुक कर दी| अब अजरबैजान घूमने के लिए भारतीयों को वीजा लेना पड़ता है तो अजरबैजान की ई वीजा वाली साईट पर जाकर अपने पासपोर्ट से संबंधित जानकारी देकर अजरबैजान का ई वीजा अपलाई कर दिया| 26 अमेरिकी डॉलर फीस देकर तीन चार दिन में अजरबैजान का ई वीजा मेरी ईमेल में पहुँच गया| अब अजरबैजान की राजधानी बाकू शहर को घूमने का सपना साकार होता दिखाई देने लगा|

अजरबैजान की राजधानी बाकू के एयरपोर्ट का एक दृश्य

Photo of Baku by Dr. Yadwinder Singh
Day 2

मैं कजाखस्तान को घूमते हुए 14 जुलाई 2023 को कजाखस्तान के अल्माटी शहर के एयरपोर्ट पर शाम को 7 बजे पहुँच गया था| अल्माटी से ही 15 जुलाई 2023 को रात दो बजे बाकू के लिए फलाईट थी| बोर्डिंग पास लेकर एमीग्रेशन आदि कलीयर करते हुए मैं अजरबैजान एयरवेज की फलाईट में बैठ गया| रात को 2 बजे के आसपास जहाज रनवे पर दौड़ने के बाद हवा में उड़ने लगा| अभी नींद ने दस्तक दी ही थी कि एयरहोस्टेस खाना लेकर आ गई| खाना खा कर जूस आदि पीकर थोड़ा आराम किया | कुछ देर बाद जहाज़ थोड़ा नीचे होने लगा | एक विशाल समुद्र जैसा नजारा जहाज़ की खिड़की से दिखाई दे रहा था| यह खूबसूरत दृश्य कैस्पियन सागर का था जिसके किनारे पर अजरबैजान की राजधानी बाकू बसी हुई है| थोड़े समय बाद जहाज़ बाकू शहर में लैंड कर गया और इस तरह मैं अपनी विदेश यात्रा के आठवें देश में प्रवेश कर गया| बाकू एयरपोर्ट पर उतरने के बाद सबसे पहले एमिग्रेशन कलीयर किया | वहाँ अपना अजरबैजान ई वीजा और वापसी की टिकट दिखाई तो उन्होंने मेरे पासपोर्ट पर अजरबैजान देश की ऐंट्री की मोहर लगा दी तारीख 15 जुलाई 2023 समय सुबह 6 बजे के आसपास| बाकू एयरपोर्ट बहुत खूबसूरत बना हुआ है| फिर मैं एयरपोर्ट से बाहर आने से पहले बाथरूम में गया मूंह हाथ थोडा, फ्रैंश होकर कपड़े बदल कर तैयार शैयार होकर बाकू शहर घूमने के लिए निकल पड़ा| एयरपोर्ट पर ही मैंने 50 अमरीकी डालर चेंज करवाकर अजरबैजान की करंसी मंनत ले लई| एयरपोर्ट से बाहर आकर अब बाकू शहर को कैसे घूमना है इसकी पलानिंग शुरू कर दी |

बाकू एयरपोर्ट

Photo of Baku airport transfer by Dr. Yadwinder Singh

बाकू एयरपोर्ट पर घुमक्कड़

Photo of Baku airport transfer by Dr. Yadwinder Singh
Day 3

अजरबैजान  की राजधानी बाकू के एयरपोर्ट से बाहर निकलकर जैसे ही मैं गेट के बाहर आया तो वहाँ मैंने एटीएम जैसी एक मशीन देखी जहाँ पर दो तीन लोग खड़े थे| इस मशीन के बारे में मैं पहले से ही पता करके गया था| इस मशीन में अजरबैजान के दो मंनात रखों और आपको बाकू कार्ड मिल जाता है| इस बाकू कार्ड से आप बाकू शहर में बस, रेलगाड़ी और मैट्रो में सफर कर सकते हो| बाकू कार्ड बनाकर मैंने उसमें 5 मंनात की राशि जमा करवा ली| अब मेरी बाकू शहर की यात्रा शुरू होने वाली थी| जैसे ही थोड़ा पैदल चलकर मैं सामने गया तो वहाँ पर एक शानदार वोलवो बस खड़ी हुई थी जिसके ऊपर लिखा हुआ था एयरपोर्ट एक्सप्रेस और 28 मई मैट्रो स्टेशन| यह बस बाकू शहर के 28 मई मैट्रो स्टेशन से लेकर बाकू एयरपोर्ट तक और फिर वापस बाकू एयरपोर्ट से बाकू शहर के 28 मई मैट्रो स्टेशन तक जाती है| सुबह 6 बजे से लेकर रात के 11 बजे तक यह बस चलती है| एक खास बात यह बस दोनों साईड से हर घंटे बाद चलती है जैसे बाकू एयरपोर्ट से सुबह 6 बजे, 7 बजे, 8 बजे से लेकर रात 11 बजे तक| इसी तरह से 28 मई मैट्रो स्टेशन से एयरपोर्ट के लिए| इस बस में बाकू कार्ड चलता है| आप एक मंनात खर्च करके एयरपोर्ट से बाकू शहर में पहुँच सकते हो| बाकू एयरपोर्ट शहर से 14 किलोमीटर बाहर है| जब मैं बस की तरफ बढ़ रहा था तो टैक्सी वाले आवाज मारने लगे और कहने लगे यह बस नही जाऐगी लेकिन मैं इन लोगों की आवाज को नजरअंदाज करके बस के पास पहुँच गया| ड्राइवर से पूछा तो उसने बोला बस बाकू शहर में जाऐगी| बाकू कार्ड को स्केन करके मैं बस में बैठ गया| बस काफी ऊंची और आरामदायक थी| कुछ ही देर मैं बस चल पड़ी और बाकू की सड़कों पर दौड़ने लगी| अजरबैजान देश के बाकू शहर की ओर बढ़ते समय बहुत अच्छा लग रहा था कयोंकि एक और नया देश और शहर मेरी घुमक्कड़ी में शामिल हो रहा था| आधे घंटे बाद बस बाकू शहर के 28 मई मैट्रो स्टेशन पर पहुँच गई| अब मैं बाकू शहर में पहुँच गया|

28 मई शापिंग माल बाकू

Photo of बाकू by Dr. Yadwinder Singh

बाकू एयरपोर्ट

Photo of बाकू by Dr. Yadwinder Singh
Day 4

28 मई मैट्रो स्टेशन से चलकर मैं पैदल ही एक किलोमीटर की दूरी पर बने हुए हैदर अलीयेव पार्क में पहुँच गया| इस पार्क में हैदर अलीयेव का बुत लगा हुआ है| यह पार्क बहुत साफ सुथरा है और इसमें बैठने के लिए बैंच बने हुए हैं| बहुत सारे पेड़ पौधे भी लगे हुए हैं| जहाँ आप छांव में बैठ सकते हो| हैदर अलीयेव स्वतंत्र अजरबैजान के तीसरे राष्ट्पति थे| जब वह राष्ट्रपति बने थे तब देश में गृह युद्ध चल रहा था और आर्मीनिया से भी जंग लगा हुआ था| हैदर अलीयेव को अजरबैजान के लोग एक सख्त नेता के रूप में याद करते हैं| ऐसा माना जाता है कि इनके राज्य काल में अजरबैजान में स्थिरता आई | आज बाकू शहर का एयरपोर्ट भी इनके नाम पर बना हुआ है| यह खूबसूरत पार्क भी हैदर अलीयेव की याद को समर्पित है| मैंने भी इस खूबसूरत पार्क में कुछ समय आराम किया|

28 मई मैट्रो स्टेशन

Photo of "28 May" metro station by Dr. Yadwinder Singh

हैदर अलीयेव का बुत

Photo of "28 May" metro station by Dr. Yadwinder Singh
Day 5

बाकू अजरबैजान की राजधानी है| बाकू शहर का ईतिहास बहुत पुराना है| ऐसा माना जाता है कि बाकू शहर का ईतिहास पांचवी शताब्दी के आसपास से जुड़ता है| बाकू का पहला नाम बाकावान था | स्थानीय भाषा में इसका अर्थ होता है हवा| धीरे धीरे इसका नाम बाकू पड़ गया| बाकू को हवाओं का शहर कहा जाता है| बाकू शहर को अंग्रेजी में "City of Winds" के नाम से भी जाना जाता है| बाकू में हमेशा हवा चलती रहती है इस वजह से ही यह नाम मिला है बाकू को| गियारवीं शताब्दी में अजरबैजान में भूकंप आया था| उस समय अजरबैजान की प्रमुख शहर एक दूसरा शहर था| इस भूकंप के बाद लोगों ने बाकू शहर में बसना शुरू कर दिया| अजरबैजान देश में गैस और पैट्रोलियम बहुत पाया जाता है| 1905 ईसवीं में पूरी दुनिया का आधा पैट्रोलियम बाकू के पास था| पैट्रोलियम की वजह से ही बाकू शहर का नाम विश्व के नक्शे पर चमका है| पैट्रोलियम से आमदनी की वजह से अजरबैजान की करंसी मंनात की वैलयु ज्यादा है| आज 48 भारतीय रुपये के बराबर अजरबैजान का 1 मंनात है| बाकू शहर बहुत ईतिहासिक है| आपको बाकू में बहुत खूबसूरत, ईतिहासिक ईमारते देखने के लिए मिलेगी| बाकू शहर प्राचीन और आधुनिकता का सुमेल है| बाकू शहर में बहुत सारी जगहें घूमने लायक है|

बाकू शहर में घुमक्कड़

Photo of बाकू by Dr. Yadwinder Singh

हैदर अलीयेव पार्क बाकू

Photo of बाकू by Dr. Yadwinder Singh