हम तीन दोस्तों ने माता वैष्णो देवी जम्मू जाने का प्लान बनाया था साथ में अमृतसर भी जाना तय हुआ टिकट पहले ही बुक कर ली थी कानपुर से रात ८ बजे की ट्रेन थी जो करीब एक घंटे देरी से आयी अगले दिन अमृतसर दोपहर 1:०० बजे उतरे वहां स्टेशन से निकल कर एक रूम लिया जो हमें मात्र ५०० में मिला फ्रेश होने के बाद करीब 3 बजे हम घुमने निकले हमने पैदल ही घुमने का प्लान बनाया होटल से निकल कर हम लोग जलियांवाला बाग गए फिर शाम को स्वर्ण मंदिर में दर्शन किये कुछ खाने पिने के बाद एक ऑटो वाले से पता किया वहा कोई नया मॉल खुला था तो फिर हम लोग उस मॉल गए रात का मूवी शो देखा फिर वापस रूम पर आ कर सो अगये
दोस्तों ये मेरी पहली धार्मिक यात्रा की कहानी है जो मैंने दोस्तों के साथ की थी वो भी बहुत कम बजट में /
अगले दिन सुबह होटल से चेकआउट करा कर हम लोग बस स्टैंड गए वह से जम्मू के लिए बस ली और चल पड़े रास्ता बहुत ही खुबसूरत था पठानकोट होते हुए शाम को ४ बजे जम्मू बस स्टैंड पर उतरे वहा से आगे कटरा के लिए बस ली और शाम करीब ६ बजे कटरा बस स्टैंड पर उतर कर होटल सर्च किया ६०० रुपए का रूम मिला कुछ देर आराम करने के बाद माता के दरबार को चल दिए सुबह 3 बजे तक भवन आ गए वहां स्नान करके माता रानी के दर्शन किये फिर भैरव बाबा के मंदिर की चढाई की सुबह सुबह भैरव घाटी से नज़ारा बहुत खुबसूरत लग रहा था वापस उतर कर होटल आते आते २ बज गए थे होटल में आ कर आरम किया शाम को कटरा बाजार घुमे
अगले दिन सुबह देर से आख खुली तो कही जा नही पाए क्युकी शिव खोरी जाने वाली बस निकल चुकी थी अब हम दोस्तों ने वापस घर जाने का प्लान बनाया और ट्रेन के लिए जम्मू स्टेशन आ गए वह से कानपूर के लिए कोई ट्रेन नही थी और delhi के लिए भी ट्रेन आने में टाइम था (हमरी वापसी की कोई ट्रेन बुकिंग नही थी ) तभी स्टेशन पर ऋषिकेश जाने वाली ट्रेन का पता चला जो एक घंटे बाद जाने वाली थी हम लोगो ने प्लान बनाया चलो ऋषिकेश और हरिद्वार भी घूम लेते है सो साधारण टिकट ले कर हम लोग ऋषिकेश जाने वाली ट्रेन में बैठ गए सामान्य डिब्बा का सफ़र थोडा कष्ट करी था लेकिन मजा बहुत आया जैसे तसे हम लोग सुबह १० बजे ऋषिकेश पहुंच गए
ऋषिकेश पहुंच धर्मशाला में रूम लिया जो की हमें मात्र १५० में पड़ा ऋषिकेश में गंगा में नहा कर राम झुला लक्ष्मण झुला त्रिवेणी घाट जैसे जगह घूमते हुए हम लोग नीलकंठ महादेव के दर्शन को पहुंच गए वह से वापस आते हुए रात हो गयी हम लोग अपने धरमशाला पहुंच और सो गए
अगले दिन सुबह फिर गंगा स्नान करके हम लोग हरिद्वार के लिए निकल गए हरिद्वार में हर की पौड़ी मनसा देवी चंडीदेवी मंदिर गए शाम को वापस हर की पौड़ी पर गंगा आरती करने के बाद हरिद्वार स्टेशन पर आ कर लखनऊ के लिए ट्रेन ले ली