The Best Place To Visit In Kathmandu - 10 Best Places To Visit In Kathmandu Valley

Tripoto
Photo of The Best Place To Visit In Kathmandu - 10 Best Places To Visit In Kathmandu Valley by Camping Traveller India
Day 1

ये एपिसोड नेपाल की राजधानी और नेपाल के सब से बड़े शहर काठमांडू के बारे मैं हैं और मैं अप्पको बताने वाला हूँ की आपको कौन- कौन सी 9 मैन - मैन टूरिस्ट प्लेसेस को विजिट कर सकते हैं काठमांडू मैं..

तो चलिए शुरू करते हैं… मैं हूँ कैंपिंग ट्रैवलर इंडिया और ये हैं मेरी लिस्टऑफ़ टॉप 9 टूरिस्ट प्लेसेस इन काठमांडू नेपाल.

१. स्वंभुनाथ मंदिर या स्वंभुनाथ स्तूप

स्वंभुनाथ विश्व के सब से बड़े बौद्ध स्थलों मैं से एक है जो हिस्सा वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स का. इसका संबंध काठमांडू घाटी के निर्माण से जोड़ा जाता है। काठमांडू से तीन किलोमीटर पश्चिम में घाटी से 77 मी. की ऊंचाई पर स्थित है

स्वयंभूनाथ (या, स्वयम्भू स्तूप). बौद्ध धर्म के अनुयायी नेवारी लोगों के दैनिक जीवन में स्वयंभूनाथ का महत्वपूर्ण स्थान है।

यहाँ बहुत मात्रा मैं बन्दर पाए जाते हैं इसीलिए कुछ लोग इसे मंकी टेम्पल भी कहते हैं

कुल 77 मीटर की चढाई चढ़ने के बाद आप स्वभुनाथ मंदिर या स्तूप तक पहुंच जायेंगे.सफ़ेद रंग के सतूपा के ऊपर सुनहरे रंग का स्वरुप हैं , जिसके ऊपर चारो तरफ भगवन बुध की आखें बानी हैं जिसके बारे मैं कहाँ जाता हैं की वो चारो दिशाओं मैं देख रही हैं।

आप स्वायंभुनाथ की पश्चिमी सीमा की दिशा में चलेंगे। आपको सिक्कों से भरा एक पवित्र तालाब दिखाई देगा

बहुत से टूरिस्ट छोटे तालाब में सिक्कों को उछालने का प्रयास करेंगे, ऐसा माना जाता हैं की इच्छा करके इस तालाब मैं सिक्का डालने से वो इच्छा पूरी हो जाती हैं .

प्रेयर व्हील्स को घुमाते हुए आप स्वंभुनाथ स्तूप की परिकर्मा कर सकते हैं .

2. आमिदेवा बुद्धा पार्क 

स्वंभुनाथ स्तूप के ख़तम होने पर करीब एक किलोमीटर की दूरी पर आपको मिलेगा अमीदेवा बुद्धा पार्क.

पहली नज़र में, बुद्ध की तीन बड़ी मूर्तियाँ आपको मंत्रमुग्ध कर देंगी। यह शाक्यमुनि बुद्ध की चमचमाती सुनहरी मूर्तिय. बौद्ध धरम के अनुसार येतीन मूर्तियां तीन कालों को दिखती हैं , भुत, वर्तमान और भविष्य कॉल, यहाँ आपको महात्मा बुध के तीनो रूप देखने को मिलेंगे.

३. दरबार स्क्वायर

नेपाल पहले छोटे - छोटे रियासतों मैं बटा हुआ था, दरबार स्क्वायर, पाटन स्क्वायर औरभक्तापुर स्क्वायर. अमीदवा बुद्धा पार्क से निचे उतर कर लोकल कैब याऑटो लेकर आप ३० मिनट मैं या पैदल करीब - करीब 40 मिनट मैं दरबार स्क्वायर पहुंचजायेंगे.

इसे ही हनुमान डोका भी कहा जाता हैं और येभी विश्व धरोहर का हिस्सा हैं यहाँ आपको 43 अलग- अलग टूरिस्ट अटट्रक्शन्स देखने को मिल जायेंगे, इसमें कुमारी घर , गद्दी बैठक, संलयन सत्ता, हनुमानस्टेचू बसंता पुर टावर, और हनुमान डोका दरबार शामिल हैं और ये सब जगह आपको एक एक जगह पर देखने को मिल जाएँगी।

टिकट हैं 150 नेपालीरुपये मैं जिसमे म्यूजियम की एंट्री शामिल हैं.

हनुमान दोखा काम्प्लेक्स 5 एकेड मैं फैला हुआ हैं इसे अपना ये नाम हनुमान जी की मूर्ति की वजह से मिला

बसंतपुर टावर : बसंतपुर टावर 9 मंजिला टावर था, इसके नीचे के तीन मंजिले नेवारी फार्महाउस के अनुसार बानी हैं। इस बिल्डिंग को 1970 मैं बनाया गया था .

कुमारी घर

1757 मैं राजा जयप्रकश मल्ला ने इसेबनवाया, ये देवी तालेजु की अवतार केरूपमैं कुमारी लड़कियों को यहाँ रखा जाता था ये 3 मंजिलाईमारत हैं . जिसे लकड़ी के काम से सजाया गया हैं , इसईमारत की तीसरी मंजिल पर एक बहुत बड़ी खिड़की बनाई गई हैं जहाँ बैठ कर देवी उनके मानने वालों को दर्शन देती थी .

4.गोल्डन टेम्पल या हिरण्य वार्ना महाविहार

दरबार स्क्वायर से 4.5 किलोमीटर दुरी पर सिथत हैं यहाँ आप लोकल ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करके 30 मिनट मैं और पैदल चलके करीब- करीब एक घंटे मैं पहुंच सकते हैं.

टिकट का प्राइस हैं 150 नेपाली रूपए जिसमे पाटन म्यूजियम की शामिल हैं.

हिरण्यवर्ण महाविहार जिसे गोल्डन टेम्पल जिसका मतलब हैं सोने के रंग मैं रंगा हुआ, एकऐतिहासिक विहार यानि बौधिस्ट मोनेस्ट्री हैं जो पट्टन दरबार काठमांडू नेपाल मैं हैं.

यह चूहों को पलने के लिए जाना जाता हैं श्रद्धलु यहाँ चूहों को भोजन करवाते हैं . राजा भास्करवर्मन ने 12th सेंचुरी मैं ये तीन मंजिला मंदिर या पगोडा शाक्यमुनि बुद्धा के नाम पर बनाया था.

5 . पत्तन दरबारस्क्वायर और पट्टन म्यूजियम

हिरण्यवर्ण महाविहार से करीब 200 की दूरी पर हैं पट्टन दरबार स्क्वायर और यहीं पर हैं पत्तन म्यूजियम. टिकटप्राइस हैं टिकट प्राइस हैं २०० नेपाली रूपए इसमें भी म्यूजियम की एंट्री शामिल हैं.

पत्तन दरबार स्क्वायर ललितपुरनेपाल के मध्य मैं सिथित हैं. दरबार स्क्वायर की तरह येभी वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स का हिस्सा हैं . रॉयल पैलेस जो राजा मल्ला का महल हैं वो यहीं पर हैं. नेवार आर्किटेक्चर का ये सब से बढ़िया नमूना हैं फ्लोर पर लालपत्थर और लाल ईटों से बना हैं. यह काम्प्लेक्स मैं बहुत 55 बड़े मंदिर बनाये गए हैं जिनका सम्बन्ध हिन्दू और बौद्ध धर्म से हैं.

पत्तन म्यूजियम

यह म्यूजियम उद्घाटन 1997 मैंस्वर्गीय राजा बीरेंद्रबीर बिक्रम शाह ने किया था , इस म्यूजियम मैं आपको नेपाल के प्राचीन कला कृति का रखागयाहैं जो पत्तन दरबार और महाराजा मल्ला और काठमांडू वैली के इतिहास , कला और बोध धर्म से सम्बंधित हैं .

6 तलेजू टेम्पल काठमांडू

पत्तन दरबारस्क्वायर का सब से बड़ा और महतवपूर्ण टेम्पल हैं तलेजू माता मंदिर,जो इस कॉप्लेक्स के नार्थ ईस्ट मैं सिथित हैं लेकिन ये मंदिर पब्लिक के लिए खुला नहीं हैं चाहे वो हिन्दू ही क्यों ना हो , सब के लिए एंट्री बंद हैं. सिर्फ और सिर्फ दसैन फेस्टिवल के दौरान ही ये मंदिर खुलता हैं . 35 मीटर ऊँचा ये मंदिर 1564 मैं महाराजा मल्ला ने बनवाया था.. तलेजू भवानी साउथ इंडिया की एक देवी हैं लेकिन 14th सेंचुरी मैं वो राजा मल्ला की कुलदेवी एंड रॉयल देवी बनगई.

७. पशुपतिनाथ टेम्पल

वर्ल्ड फ़मौस पशुपतिनाथ टेम्पल थमेल काठमांडू सिटी से 5 किलोमीटर्स की दूरी पर सिथत हैं लोकल ट्रांसपोरट से ३० नेपाली रूपए मैं मंदिर तक पहुंच सकते हैं. करीब - करीब 5 की ही दूरी पत्तनदरबार स्क्वायर से भी हैं . ये मंदिर बागमती रिवर के किनारे पर हैं और ये 14 ज्योतिलिंगो मैं से 13th ज्योतिर्लिंग हैं और केदारनाथ ज्योतिर्लिंग का पूरक हैं , हिन्दूधर्म मानने वालो के लिए ये स्थान बहुत मह्त्वपूर्ण हैं . येह शिवा को मानने वालो के लिए एशिया का 4th सबसे बड़ा धार्मिक स्थान हैं .

पशुपतिनाथ का मतलब हैं पशुओ का राजा (Lord of Animals) .

बागमती नदी के किनारे पर वैसे ही मृत शरीर को जलाया जाता हैं जैसे गंगा नदी के किनारे पर , इस नदी की महिमा गंगा नदी के स्तर की हैं नेपाल मैं.

पशुपतिनाथ मंदिर मैं सिर्फ हिन्दू धर्म के लोगो को ही जाने की इजाजत हैं .

8.बौद्धनाथ स्तूपा

पशुपतिनाथटेंपल से 2.5 किलोमीटर कीदुरीपर बौद्धनाथ स्तूप हैं , जहाँ आप पैदल 30से 40 मिनट मैं और लोकल ट्रांसपोर्ट से २० रुपये मैं पहुंच सकते हैं एक तरह की वृताकार सरंचना की वजह से यह नेपाल का ही नहीं वर्ल्ड का भी सब से बड़ा स्तूपा हैं. तिब्ब्बत से स बहुत बड़ी संख्या मैं रेफूजी नेपाल मैं आकरबस गए . नेपाल 50 से ज्यादा गोम्पा मौजूद हैं . यह वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स की लिस्ट मैं शामिल हैं .

अप्रैल 2015 के भूकंप मैं बौद्धनाथ स्तूप के गोलाकार सरंचना मैं बड़ी- बड़ी दरार आ गई थी , तब चोटी पर बने गोल्डन कलर के रेलिक्स को उतारना पड़ा था और बौद्धनाथ स्तूपा नवंबर २०१६ तक बंद रहा था.

9. गार्डन ऑफ़ड्रीम और गार्डन ऑफ़ सिक्स सीज़न्स

एपिसोड के एकदम लास्ट मैं मैं आपके लिए ले कर आया हूँ थमेल काठमांडू सिटी के सब से करीब की जगह जिसे कहाँ जाता हैं सपना को बगीचा यानि गार्डन ऑफ़ ड्रीम्स (Garden of dreams) . आपके स्टे से सिर्फ 200 से 300 मीटर्स की दूरी पर हैं ये ख़ूबसूरत गार्डन.

इसे बनाया गया था 1920 मैं , येह 6895 स्क्वायर मीटर के एरिया मैं फैला हैं और इसे डिज़ाइन किया था किशोर नरसिंघ ने, इस बाग़ के कुल 3 तल हैं। 1920 मैं बनाये जाने के बावजूद भी ये बाग़ एकमोर्डर्न डिज़ाइन पर बेस्ड हैं और काठमांडू के थमेल टूरिस्ट एरिया के एक दम नज़दीक हैं.