2022 लंबे वीकेंड से भरा हुआ है जिससे आपकी घूमने की इच्छा को पूरा करने के लिए आपको ज्यादा नहीं सोचना पड़ेगा। हमने इन सभी छुट्टियों को ध्यान में रखते हुए हर महीने में आपके के लिए एकदम परफेक्ट ट्रेवल डेस्टिनेशन का चुनाव किया है जो आपकी दो सालों की घूमने की ख्वाइश को पूरा कर देगा।
जनवरी
जनवरी 14, शुक्रवार- मकर संक्रांति/ पोंगल (प्रतिबंधित अवकाश)
जनवरी 15, शनिवार- वीकेंड
जनवरी 16, रविवार- वीकेंड
जनवरी 17, सोमवार (ऑप्शनल)- छुट्टी ले लें
कहाँ जाएँ: कच्छ का रण
जब भी मैं अमिताभ बच्चन को कच्छ के विशाल नमकीन रेगिस्तान में टहलते हुए देखता हूँ, "कुछ दिन तो गुजारिए गुजरात में!", मेरा मन करता है कि मैं अपना बैग पैक करके सीधे भारत के पश्चिम में स्थित सफेद रेगिस्तान की ओर निकल जाऊँ।
जनवरी रण उत्सव का समय होता है। रण उत्सव इस क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति और इतिहास के बारे में जानने का सबसे अच्छा मौका है। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय रण की खूबसूरती देखने लायक होती है। आप सुबह जल्दी उठकर सूरज की किरणों के नीचे चमकते रेगिस्तान को देखने का मजा उठा सकते हैं और शाम को सूरज की ढलती किरणों के साथ रेगिस्तान की सुंदरता को देख सकते हैं। यकीन मानिए ये दोनों ही दृश्य आपको निश्चित रूप से मंत्रमुग्ध कर देंगे।
रण उत्सव के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।
गुजरात के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक होने के कारण, मकर संक्रांति के मौके पर राज्य की चमक देखने लायक होती है। संक्रांति पर रण के सफेद रेगिस्तान में उड़ने वाली रंगीन पतंगों को देखकर आपका दिल खुश हो जाएगा।
इसके अलावा, 17 जनवरी को पूर्णिमा की रात है, इसलिए यदि आपके पास मौका है तो आप एक दिन की छुट्टी ले सकते हैं और पूर्णिमा की रोशनी में चमचमाते रण को देख सकते हैं। ये बिल्कुल अलग अनुभव होता है जिसे आपको मिस नहीं करना चाहिए। जगमगाते चाँद की रोशनी के नीचे जगह का नज़ारा और एहसास ऐसा लगता है जैसे भगवान ने आसमान में एक तेज एलईडी बल्ब लगा दिया हो।
फरवरी/मार्च
फरवरी 26, शनिवार- वीकेंड
फरवरी 27, रविवार- वीकेंड
फरवरी 28, सोमवार- छुट्टी ले लें
मार्च 1, मंगलवार- महा शिवरात्रि (प्रतिबंधित अवकाश)
कहाँ जाएँ: काबिनी
काबिनी भारत के सबसे आकर्षक जंगलों में से एक है, जो वनस्पतियों और वन्य जीवों के लिए जाना जाता है। नागरहोल नेशनल पार्क, जिसमें काबिनी है, तीन बड़े वन्य प्राणियों- तेंदुआ, ढोले (भारतीय जंगली कुत्ता) और बंगाल टाइगर का घर भी है। इसके अलावा अगर आपकी किस्मत ने साथ दिया तो आपको साया, ब्लैक पैंथर भी दिखाई दे सकता है।
काबिनी बैकवाटर्स के आसपास ठहरने के लिए कुछ शानदार प्रॉपर्टी हैं जहाँ से आप बैकवॉटर्स और जंगल के कुछ शानदार नजारे देख सकते हैं। सबसे अच्छी बात ये है कि कबीनी में आपको शहरीय शोर से एकदम दूर रहने का मौका मिलता है जो यकीनन हर घुमक्कड़ को अच्छा लगता है।
मार्च
मार्च 18, शुक्रवार- होली (प्रतिबंधित अवकाश)
मार्च 19, शनिवार- वीकेंड
मार्च 20, रविवार- वीकेंड
कहाँ जाएँ: पुष्कर
यदि आप उन घुमक्कड़ों में से हैं जिन्हें पार्टी कल्चर और तेज म्यूज़िक पसंद है तो पुष्कर की होली पार्टी आपके लिए बिल्कुल सही जगह है।
होली के दौरान, पुष्कर दुनिया भर से पर्यटकों से भर जाता है जो खासतौर से इस त्योहार में भाग लेने के लिए आते हैं। पुष्कर में होली के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि ये पार्टी सुबह लगभग 10 बजे शुरू होती है और शाम को 5 बजे तक चलती है। होली पार्टी के दौरान पुष्कर का टाउन स्क्वेयर भी क्लब में तब्दील हो जाता है।
आप बाहरी दुनिया की चकाचौंध से दूर रहकर पुष्कर के होली मेले को भरपूर एन्जॉय कर सकते हैं। इस बार आपको सनबर्न छोड़कर पुष्कर में होली 2022 में शामिल होना चाहिए।
अप्रैल
अप्रैल 14, गुरुवार- अंबेडकर जयंती (गैजेटेड हॉलीडे)
अप्रैल 15, शुक्रवार- गुड फ्राइडे (गैजेटेड हॉलीडे)
अप्रैल 16, शनिवार- वीकेंड
अप्रैल 17, रविवार- वीकेंड
कहाँ जाएँ: ग्वालियर और ओरछा
गौरवशाली इतिहास और मधुर संगीत से भरा शहर, ग्वालियर भारत के बीच में एक महत्वपूर्ण स्थान है। अपने भव्य पहाड़ के ऊपर बने किले के लिए जाना जाता है, जिसे 'भारत में किलों के बीच मोती' से भी सम्मानित किया जा चुका है। सत्तारूढ़ राजवंशों का प्रभाव शहर की लगभग सभी महत्वपूर्ण इमारतों पर साफ तौर पर देखा जा सकता है।
ग्वालियर किले से शानदार सनसेट देखने से पहले आपको बटेश्वर मंदिर परिसर में भगवान विष्णु और शिव की 200 से अधिक बड़ी और छोटी मूर्तियों या गोपाचल पर्वत पर चट्टानों को काटकर बनाई गई मूर्तियों को जरूर देखना चाहिए।
बुंदेलों की तत्कालीन सत्ताधारी सीट ओरछा देश के बीचों-बीच छिपा हुआ वह रत्न है जो आपको अपनी ओर आकर्षित करेगा। पत्थर पर उकेरी गई कविता, पत्थर के शिलाखंडों से भरा लैंडस्केप, मंदिरों और शाही महलों से भरा क्षेत्र और एक धीरे से बहती नदी की आवाज़ आपके लिए मध्य प्रदेश में ओरछा की पहचान के रूप में काम करती हैं।
अप्रैल/मई
अप्रैल 30, शनिवार- वीकेंड
मई 1, रविवार- वीकेंड
मई 2, सोमवार- छुट्टी ले लें
मई 3, मंगलवार- रमज़ान ईद (गैजेटेड हॉलीडे)
कहाँ जाएँ: मदुरई
मदुरै को अक्सर रामेश्वरम या कन्याकुमारी के रास्ते में ब्रेक लेने वाली जगह के रूप में देखा जाता है। लेकिन, एक ऐसा शहर जिसका इतिहास लगभग 2500 साल पुराना है, निश्चित रूप से घूमने लायक जगह है।
हालांकि विश्व प्रसिद्ध मीनाक्षी अम्मन मंदिर आकर्षण का प्रमुख केंद्र बना हुआ है, मदुरई एक ऐसा शहर है जो एक जादूगर की तरह घुमक्कड़ों को अपनी ओर खींचता रहता है।
मदुरई में करने और देखने के लिए तमाम जगहें है। आप थिरुमलाई नय्यकर पैलेस में बॉलीवुड का एहसास ले सकते हैं, मीनाक्षी अम्मन मंदिर में दर्शन कर सकते हैं, मदुरई के अनोखे बाजारों में टहल सकते हैं और शहर के स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ भी उठा सकते हैं। यहाँ में हेरिटेज मदुरई रिसॉर्ट्स का, उनके खास आतिथ्य के लिए, खासतौर से धन्यवाद देना चाहूंगा।
मदुरई में करने वाली चीजों के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।
मई
मई 14, शनिवार- वीकेंड
मई 15, रविवार- वीकेंड
मई 16, सोमवार- बुद्ध पूर्णिमा (प्रतिबंधित अवकाश)
कहाँ जाएँ: वरकला
अरब महासागर के बेहद हसीन नजारों से सजा वरकला वाकई देखने लायक जगह है। वरकला केरल के सबसे लोकप्रिय बैकपैकर हैंग-आउट जगहों में से है जहाँ सालभर पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है।
वरकला में वेकेशन का मतलब कुछ न करना है। वरकला में आपकी सुबह लहरों की आवाज़ से होगी। इसके बाद आप समुद्र में तैरने जा सकते हैं, लाजवाब लंच एन्जॉय कर सकते हैं, बढ़िया म्यूजिक सुन सकते हैं और वरकला के स्थानीय बाजारों में खरीदारी करने के बाद एक आरामदायक डिनर का लुत्फ उठा सकते हैं।
जून और जुलाई
हर साल, छुट्टियों की योजना बनाते समय, मैं सिर्फ जून और जुलाई नाम के महीनों को छोड़ देता हूँ, क्योंकि इन दोनों महीनों में कोई छुट्टियाँ या लंबे वीकेंड नहीं होते हैं। साथ ही, देश के अधिकांश हिस्सों में पहले से ही मानसून आ चुका होता है और किसी भी जगह पर जाने के लिए बरसात का मौसम सबसे खराब ऑप्शन होता है।
लेकिन यदि आप फिर भी घूमने जाना चाहते हैं तो आप अपने नजदीकी शहर में एक मजेदार वीकेंड बिता सकते हैं। ये कुछ ऐसी जगहें हैं जहाँ आप मौसम को ध्यान में रखते हुए घूमने का सकते हैं- महाबलेश्वर, माथेरान, नासिक।
अगस्त
अगस्त 13, शनिवार- वीकेंड
अगस्त 14, रविवार- वीकेंड
अगस्त 15, सोमवार- स्वतंत्रता दिवस (गैजेटेड हॉलीडे)
अगस्त 16, मंगलवार- पारसी नया साल (प्रतिबंधित अवकाश)
अगस्त 17, बुधवार- छुट्टी ले लें
अगस्त 18, गुरुवार- जन्माष्टमी (प्रतिबंधित अवकाश)
कहाँ जाएँ: लद्दाख
लद्दाख को "जूली" कहते हुए अब आपको अपने आप को एक ऐसे समय के लिए तैयार कर लेना चाहिए जो आपकी यादों में बहुत लंबे समय तक अंकित रहने वाला है। आपने अबतक भले ही कितनी जगहों का सफर कर लिया हो लेकिन लद्दाख एक ऐसी जगह है जो बाकी सभी से एकदम अलग है। लद्दाख वो जगह है जहाँ की यात्रा करना वहाँ होने से कई गुना ज्यादा खास होता है।
शानदार लैंडस्केप, ऊँचे दर्रे और ऊँचाई पर स्थित झीलों की अद्वितीय सुंदरता लद्दाख को छुट्टियाँ बिताने के लिए एक अद्भुत जगह बनाती हैं।
आपकी लद्दाख यात्रा रोमांचक अनुभवों से भरी होगी। लद्दाख के दर्रे, मठ, पैंगोंग की सुंदरता और प्रकृति की नायाब रचना नुब्रा घाटी को देखकर आप आश्चर्यचकित रह जाएंगे। जैसा कि लद्दाख में कहा जाता है, खाओ, पियो और जश्न मनाओ - आपको भी एकदम वैसा ही करना चाहिए।
"अगर कश्मीर भारत का ताज है, तो लद्दाख ताज में गड़ा हीरा है!"
अगस्त
अगस्त 27, शनिवार- वीकेंड
अगस्त 28, रविवार- वीकेंड
अगस्त 29 और 30, सोमवार और मंगलवार- छुट्टी ले लें
अगस्त 31, बुधवार- गणेश चतुर्थी (प्रतिबंधित अवकाश)
कहाँ जाएँ: मारेदुमिली, राजमुंदरी & रामप्पा मंदिर, मुलुगु
पूर्वी घाट के घने जंगलों में बसे इस छोटे लेकिन अनोखे से गाँव को वन विभाग ने ईको-टूरिज्म सेंटर के रूप में विकसित किया है। मारेदुमिली वन्य जीवन, प्रकृति और आदिवासी लोगों की जगह है। ये जंगल इलाका उन जनजातियों द्वारा संरक्षित और विकसित किया गया है जिन्होंने पीढ़ियों से इसी धरती की पूजा की है। नुकीली चट्टानों से टकराकर बहने वाले तमाम झरनों के साथ पहाड़ियों से घिरी हरी घास के मैदानों की वजह से पूरा क्षेत्र देखने लायक है।
रामप्पा मंदिर का नाम ही बेहतरीन नक्काशी और ईंटों के हैरान कर देने वाले काम की याद दिलाने के लिए काफी है। इस मंदिर का निर्माण काकतीय शासन में चलने वाली 800 साल पुरानी इंजीनियरिंग तकनीकों को इस्तेमाल करके किया गया है। मंदिर अपनी विस्तृत नक्काशी के लिए जाना जाता है जो शिल्पकारों के कौशल के बारे में बताता है।
सितंबर
सितंबर में कोई लंबा वीकेंड नहीं है, लेकिन यदि आप वीकेंड के साथ कुछ अन्य दिनों पर छुट्टियाँ ले सकते हैं तो आप जीरो म्यूज़िक फेस्टिवल में जाने का प्लान बना सकते हैं।
Tripoto Recommends- जीरो म्यूजिक फेस्टिवल, अरुणाचल प्रदेश।
अक्टूबर
अक्टूबर 1, शनिवार- वीकेंड
अक्टूबर 2, रविवार- वीकेंड
अक्टूबर 3, सोमवार- दुर्गा अष्टमी (प्रतिबंधित अवकाश)
अक्टूबर 4, मंगलवार- छुट्टी ले लें
अक्टूबर 5, बुधवार- दशहरा
कहाँ जाएँ: असम
असम भारत के उन राज्यों में से है जहाँ आपको प्रकृति के साथ-साथ रोमांच का भी खूब स्वाद मिलेगा। एक-सींग वाले गैंडे को देखने से लेकर काजीरंगा नेशनल पार्क के जंगलों तक सभी चीजें असम को देखने लायक बनाती हैं। काजीरंगा राजसी बंगाल टाइगर का भी घर है और इन जानवरों को उनके प्राकृतिक घर में देखना आपको जरूर अच्छा लगेगा।
असम में रहते हुए आपको दुनिया के सबसे बड़े नदी द्वीप माजुली द्वीप समूह की यात्रा भी जरूर करनी चाहिए। आप साइकिल से इन द्वीपों पर घूम सकते हैं और स्थानीय लोगों से यहाँ के लोकल कल्चर के बारे में भी जान सकते हैं।
अक्टूबर
अक्टूबर 22, शनिवार- वीकेंड
अक्टूबर 23, रविवार- वीकेंड
अक्टूबर 24, सोमवार- दिवाली
अक्टूबर 25, मंगलवार- नया साल/बाली प्रतिपद (प्रतिबंधित अवकाश)
कहाँ जाएँ: गोकर्ण
यदि आप गोवा की भीड़भाड़ से दूर किसी शांत समुद्र तट पर वेकेशन का आनंद लेना चाहते हैं, तो गोकर्ण आपके लिए एकदम सही जगह है। स्वच्छ समुद्र तट और साफ पानी गोकर्ण को आराम और रिलैक्स करने के लिए एक बढ़िया डेस्टिनेशन बनाता है।
गोकर्ण में रहते हुए आप समुद्र के किनारे बसे इलाकों में हाइक करने जा सकते हैं, हाफ मून और पैराडाइज बीच जैसी जगहों पर जा सकते हैं या याना गुफाओं में ज्वालामुखीय गुफा संरचनाओं को देख सकते हैं। कुल मिलाकर, गोकर्ण दिवाली के दौरान परफेक्ट और आरामदायक तरीके से छुट्टी एन्जॉय करने का एकदम सटीक जवाब है, और वह भी बजट में।
नवंबर और दिसंबर
हैरानी की बात यह है कि नवंबर और दिसंबर में कोई लंबा वीकेंड नहीं है क्योंकि क्रिसमस और नया साल दोनों वीकेंड पर पद रहे हैं। लेकिन पूरे साल आपने ऑफिस में जो मेहनत की है, उसके बाद एक अच्छी और लंबी छुट्टी लेना जायज़ है।
Tripoto Recommends- गोवा, जयपुर
तो ये थी छुट्टियों की सूची जो खास आपके लिए क्यूरेट की गई थी और हम उम्मीद करते हैं कि साल 2022 आपके लिए नए अनुभवों और घुमक्कड़ी से भरा हो।
क्या क्या आप हाल में किसी यात्रा पर गए हैं? अपने अनुभव को हमारे साथ शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
बांग्ला और गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने और साझा करने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें।
रोज़ाना टेलीग्राम पर यात्रा की प्रेरणा के लिए यहाँ क्लिक करें।
ये आर्टिकल अनुवादित है। ओरिजिनल आर्टिकल पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।