मैं दिल्ली मे रहता था और मैं हमेंशा ये सोचता रहता था की क्या दिल्ली सिर्फ मॉल और ऐतिहासिक ईमारतों का ही शहर है। मेरे अंदर के इस सवाल ने मुझे इंस्पायेर किया की मैं दिल्ली की उन छिपी हुई जगह को ढूंढू जो प्रकृति से जुड़ी हुई है।
आखिरकार मुझे गुगल पे सर्च करने पे संजय वन के बारे मे जानकारी मिली। मेरे अंदर उत्सुकता ने मुझसे सवाल किया की क्या दिल्ली मे ऐेसी कोई जगह हैं जो प्रकृति से जुड़ी हो।
कुछ लोगो ने तो इस जगह को हान्टेड भी बता रखा था। विडियोस भी अच्छी ख़ासी यूं टयूब पर पड़ी थी।
अगले दिन मैंने अपने दोस्त को कॉल किया। और उसे अपने साथ इस जगह पे चलनें के लिए तैयार किया। फिर हम दोनो निकल पडे वीकेंड पर संजय वन।
हम मेट्रो पकड कर कुतुब मीनार पहुँचे। वहा से ऑटो किया और संजय वन पहुँच गये।
उस जगह को देखते ही सबसे पहले मुझे अरावली हिलल्स याद आया। और मैं कॉन्फर्म हो गया की येे अरावली की पहाड़िया हैं जो अभी तक इंसानो से बर्बाद होने से बची हुई हैं।
वहा चारो तरफ जंगल देखकर सुकुँ सा मिला।
हम आगे बढ़ते गए और आगे का नजारा और भी सुंदर होता गया।
चारो तरफ पहाड़िया और ठंडी बहती हवा और अच्छी लग रही थी।
वहा से देल्ही को देखने का नजारा बहुत ही मनमोहक था।
वहा कि सबसे ऊँची पहाड़ी पर हम गए और लाइफ को बहुत करीब से महसूस किया।
वहा से लौट ने के वक्त सिर्फ एक ही सवाल था मन मे..
की आखिर कब तक ये जगह भी प्रकृति के करीब रहेगी।
इन्सान अपने फायेदे के लिये ईन हिल्स को बहुत जल्दी ही मार्बल्स मे बदल देगा।
#Save_Nature