फटाफट क्रिकेट हो, फर्राटा इंटरनेट हो या फिर सुपरफास्ट ट्रेन आजकल हर चीज में तेज़ स्पीड का ही बोलबाला है। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि जल्द ही भारत में बुलेट ट्रेन भी दौड़ेंगी और आज भी अनेकों वंदे भारत ट्रेन जिनकी स्पीड 160 किमी प्रति घंटे की रहती है, वें भारत के अनेक शहरों से रोज गुजरती है। लेकिन आज का हमारा ये आर्टिकल तेज़ स्पीड नहीं बल्कि हमारे देश की सबसे सुस्त मतलब सबसे धीमी ट्रेन के बारे में है। इस ट्रेन का सफर जितना धीमी गति से पूरा होता है उतना ही अधिक खूबसूरत और यादगार भी होता है। नीलगिरि के पहाड़ों में चलने वाली इस पहाड़ी ट्रेन के सफर का अनुभव इतना अद्भुत होता है कि हम सभी को एक बार तो इस सफर पर जरूर जाना चाहिए। तो चलिए आपको बताते हैं इस सफर की पूरी जानकारी...
नीलगिरि माउंटेन रेलवे
अब तक आपके मन में इस ट्रेन के बारे में जानने की इच्छा तो जागृत हो ही गयी होगी तो आपको बता दें कि हम बात कर रहे हैं नीलगिरि माउंटेन रेलवे जो कि तमिलनाडु राज्य में नीलिगरि पर्वतमाला की तलहटी पर स्थित मेट्टूपलयम शहर से चलती है और फिर वहां से करीब 45 किलोमीटर दूर चढ़ाई पर चलते हुए हिल स्टेशन ऊटी तक जाती है। करीब 45 किलोमीटर के इस सफर के लिए यह ट्रेन करीब 5 घंटे का समय लेती है। इस तरह से आप समझ सकते हैं कि इस ट्रेन की औसत स्पीड करीब 9 किमी प्रति घंटे की है और इसीलिए यह ट्रेन देश की सबसे धीमी ट्रेन के तौर पर जानी जाती है। यह ट्रेन कितनी खास है इसका अंदाज़ा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि नीलगिरि माउंटेन रेलवे UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज में भी शामिल है।
बताया जाता है कि सं 1908 से लोग इस टॉय ट्रेन में सफर कर रहे हैं और इसका निर्माण अंग्रेजों द्वारा करवाया गया था जिससे वे गर्मी से राहत पाने और खुशनुमा वातावरण में समय बिताने यहाँ इस हिल स्टेशन की यात्रा करने आया करते थे।
नीलगिरि रेलवे का ट्रेन का खूबसूरत सफर
नीलगिरि के पहाड़ों के बीच से गुजरती यह ट्रेन सफर के दौरान कई बेहद खूबसूरत नज़ारों को आपको दिखलाती है जिसकी एक झलक ही आपके इस ट्रेन के सफर को हमेशा के लिए यादगार बना देगी। आपको बता दें कि यह ट्रेन भारत में एकमात्र 'रैक रेलवे टेक्नोलॉजी' पर आधारित है और अगर समुद्रतल से ऊंचाई की बात करें तो यह ट्रेन 326 मीटर कि ऊंचाई से 2203 मीटर की ऊंचाई तक चलती है और इसी चढ़ाई कि वजह से इसे चढ़ाई के समय करीब 5 घंटे का समय लगता है और वहीं नीचे उतरते वक़्त इसे 45 किलोमीटर के सफर के लिए 3.5 घंटे का ही समय लगता है। इस ट्रेन में सफर के बारे में आप ये समझ सकते हैं कि ये सफर ही एक पूरी खूबसूरत ट्रिप के बराबर है जिसमें आपको बहुत से मनोरम और मनमोहक दृश्य देखने का अवसर बार-बार मिलता है।
अगर शब्दों में इस सफर को थोड़ा समझाने की कोशिश करें तो बता दें कि इस सफर के दौरान बैकग्राउंड में घने जंगल और उनमें कई दुर्लभ प्रकार के पेड़-पौधे, जानवर और रंग बिरंगे पक्षियों के साथ पहाड़ों में धुंध और उसमें छिपते सूरज के सुन्दर नज़ारों के साथ कई खूबसूरत और संकीर्ण घाटियां भी आपको देखने को मिलेगी। इस सुन्दर सफर में आपका अनुभव और रोमांचक बनाने के लिए करीब 250 पुल, 16 सुरंगें और 208 मोड़ हैं भी आपका इंतज़ार कर रहे हैं।
ट्रेन की टाइमिंग
देश की सबसे धीमी ट्रेन की समय सारणी की बात करें तो 'मेट्टुपालयम-ऊटी ऍम जी पैसेंजर' ट्रेन मेट्टुपालयम शहर से ऊटी (उदगमंडलम) तक जाने के लिए सुबह 7:10 बजे मेट्टुपालयम से निकलकर दोपहर 12 बजे ऊटी / उदगमंडलम पहुँचती है। इसके अलावा भी इसी रूट पर कुन्नूर से ऊटी के लिए भी कुछ ट्रेन कुन्नूर से सुबह 7:45, दोपहर 12:35 और शाम 4:30 बजे भी चलती है। कुन्नूर से ऊटी के लिए यह ट्रेन करीब 1 से 1.5 घंटे का समय लेती है।
वहीं अगर ऊटी / उदगमंडलम से मेट्टुपालयम की ओर की बात करें तो 'ऊटी-मेट्टुपालयम ऍम जी पैसेंजर' ट्रेन ऊटी से दोपहर 2 बजे रवाना होकर शाम करीब 5:35 बजे मेट्टुपालयम पहुँचती है। इसके अलावा ऊटी से कूनूर के लिए भी कुछ अन्य ट्रेनें सुबह 9:15 बजे, दोपहर 12:15 बजे और शाम 6 बजे ऊटी / उदगमंडलम से चलती हैं।
टिकट बुकिंग
आपको बता दें कि ऊपर बताई समय सारणी के अनुसार आप अपनी यात्रा के प्लान के अनुरूप पहले से टिकट की बुकिंग IRCTC की वेबसाइट पर करवा सकते हैं। एडवांस टिकट बुकिंग 3-4 महीने पहले ही ऑनलाइन शुरू हो जाती है और खास तौर पर अगर आप टूरिस्ट सीजन में वहां जा रहे हैं तो एडवांस टिकट बुकिंग जरूर करवा लें। अगर एडवांस बुकिंग करवाना संभव नहीं है तो इसके अलावा आप सुबह जल्दी जाकर भी टिकट खरीद सकते हैं। ट्रेन में फर्स्ट क्लास की कुल 16 सीटें बताई जाती हैं और वहीं सेकंड सीटिंग में कुल 214 सीटें उपलब्ध हैं।
तो अगर आप दक्षिण भारत के भ्रमण का प्लान कर रहे हैं तो ऊटी जैसे खूबसूरत हिल स्टेशन को बिलकुल भी मिस न करें और इस यात्रा में इस अद्भुत ट्रेन के धीमे और मनमोहक सफर का आनंद भी जरूर लें। इससे जुड़ी जितनी भी जानकारियां हमारे पास थीं हमने आपसे इस लेख के द्वारा साझा करने की कोशिश की है और अगर आपको ये जानकारियां अच्छी लगी तो प्लीज इस आर्टिकल को लाइक जरूर करें और साथ ही ऐसी ही अन्य जानकारियों के लिए आप हमें फॉलो भी कर सकते हैं।
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