पिछले कुछ समय में हवाई अड्डों को लेकर उत्तर प्रदेश और केन्द्र सरकार काफ़ी काम करते दिख रहे हैं। इससे भारत में पर्यटन को तो बढ़ावा मिल ही रहा है, साथ ही लोगों को आने जाने की सहूलियत भी मिल रही है।
पर्यटन से जुड़ी ताज़ी ख़बर आई है जेवर हवाई अड्डे को लेकर, जहाँ से आप ग्रेटर नोएडा तक जाने के लिए बिना चालक वाली पॉड टैक्सी का इस्तेमाल कर सकेंगे। चालक न होने के साथ ही इस टैक्सी में चार से छः लोग आसानी से सफ़र कर सकेंगे।
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यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक एवं विकास प्राधिकरणण ने कहा कि दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन इस पूरी व्यवस्था के निर्माण को देखेंगे। इसके संबंध में जल्दी ही एक विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की जाएगी।
अभी ग्रेटर नोएडा तक ही मेट्रो सुविधा उपलब्ध है, लेकिन यहाँ से जेवर हवाई अड्डे तक की दूरी लगभग 25 किमी0 की है। समय बचाने के लिए अब यहाँ पर पॉड टैक्सी की व्यवस्था की जाएगी।
पॉड टैक्सी क्या होती हैं?
पॉड टैक्सी मेट्रो की ही तरह एक से दूसरी जगह जाने का माध्यम है, जो कि एक तार से बँधी हुई गाड़ी की तरह काम करता है। इसके लिए आपको केवल इस गाड़ी में बैठना होता है, बाक़ी सारा काम इसमें तय की गई सेटिंग के आधार पर होता है जिससे आप अपनी मनचाही जगह तक जा सकते हैं। विदेशों में इसका बख़ूबी इस्तेमाल होता रहा है और अब यह सुविधा भारत के यात्रियों को भी मिलने वाली है।
इसके कारण प्रदूषण में कमी होती है, और ट्रैफ़िक पर भी लगाम लगती है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि इसके एक किमी0 लम्बे ट्रैक को बनाने में लगभग 60 करोड़ का खर्च आएगा।
क्यों महत्त्वपूर्ण है यह योजना?
जेवर हवाई अड्डा उत्तर प्रदेश के दो प्रमुख राजमार्गों, यमुना एक्सप्रेस वे और पूर्वी परिधीय एक्सप्रेस वे से सीधा जुड़ा है और आने वाले सालों में यात्रियों और पर्यटकों की बड़ी संख्या यहाँ पर आएगी। इसके लिए पॉड टैक्सी एक सस्ता और अच्छा विकल्प होगी।
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