
जल्द ही भारत को पहला POD टैक्सी मिलने वाली है। अपने आप में अनोखी यह टैक्सी को यात्रियों की सुविधा के लिए उत्तर प्रदेश के नोएडा में शुरू किया जाने वाला है। बताया जाता है कि इस टैक्सी सर्विस को नोएडा में तैयार हो रहे जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट और फिल्म सिटी के बीच चलाया जाएगा। पॉड टैक्सी को मेट्रो के मुकाबले ज्यादा किफायती माना जाता है, साथ ही इसमें दुर्घटना की संभावना भी नहीं के बराबर होती है। प्रदूषण के एंगल से भी ये सही है, क्योंकि ये बैटरी से चलती है।
क्या होती है पाॅड टैक्सी

पॉड टैक्सी ऐसे इलेक्ट्रिक वाहन होते है, जो बिना ड्राइवर के चलते हैं। दरअसल ये छोटी आटोमेटिक कारें होती हैं जिन्हें कुछ यात्रियों को बहुत तेज गति से एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए डिजाइन किया जाता है। इसे संकरी गलियों, मॉल, होटल, ऑफिस व हॉस्पिटल के गेट के सामने से ट्रैक बनाकर चलाया जा सकता है। यह कंप्यूटर ऑपरेटेड वाहन होता है, जिसमें पैसेंजर के टिकट खरीदते ही कंप्यूटर पॉड टैक्सी को संकेत देगा और टैक्सी स्टेशन पर आपका इंतजार करेगी। जब टैक्सी स्टेशन पर रहेगी, तब तक यह रिचार्ज होती रहेगी। एक टैक्सी में आठ लोग बैठकर और 13 लोग खड़े होकर जा सकेंगे।
परियोजना की अनुमानित लागत - 810 करोड़ रुपये
प्रस्तावित रूट- फिल्म सिटी से जेवर एयरपोर्ट तक इसका संचालन होगा
क्षमता- प्रतिदिन 37 हजार यात्री सफर कर सकेंगे
पूरा करने का लक्ष्य - परियोजना को 2024 तक पूरा किया जाएगा
इन जगहों को कवर करेगी पाॅड टैक्सी

पॉड टैक्सी फिल्म सिटी और जेवर एयरपोर्ट के बीच इंडस्ट्रियल सेक्टर को भी कवर करेगा। इसके करीब 12 स्टेशन होंगे, जिसमें सेक्टर 29, हैंडिक्रॉफ्ट पार्क, एमएसएमई पार्क, अपेरेल पार्क, सेक्टर 32, सेक्टर 33, टॉय पार्क और सेक्टर 21 आदि हैं।
यह दुनिया का सबसे लंबा रूट होगा। भारतीय पोर्ट रेल और रोपवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IPRRCL) की ओर से तैयार एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यह 14.6 किमी लंबा होगा।