उर्दू कवि मिर्ज़ा ग़ालिब ने कहा है, " मैंने अपनी आत्मा से पूछा कि दिल्ली क्या है? उसने कहा अगर दुनिया शरीर है तो दिल्ली इसकी जान है।" सच कहें तो ठीक यही दिल्ली है। दिल्ली की पहचान केवल कहने के लिए नहीं है। यहाँ का आर्किटेक्चर, यहाँ के लोग, उनका मिज़ाज, उनकी बोली। दिल्ली में वो सबकुछ है जो एक घुमक्कड़ की चाहत होती है। पुरानी इमारतों से लेकर कुछ बेहतरीन शॉपिंग करने की जगहों तक दिल्ली आपको हर वो एहसास देगी जो शायद आपको किसी और शहर में नहीं मिलेगा।
पारंपरिक भारतीय खाने से लेकर इंटरनेशनल कॉन्टिनेंटल फूड; पार्टी हब होने से लेकर संस्कृति और कल्चर को संजोने तक, दिल्ली सभी मायनों पर खरी उतरती है। इसलिए जब आप यहाँ आएं तो इस शहर का भरपूर मज़ा उठाना चाहिए।
दिल्ली की वो 11 खूबियां जो इसे सचमुच में घुम्मक्कड़ों के लिए परफ़ेक्ट बनाती हैं।
1. मेट्रो
दिल्ली मेट्रो की जितनी तारीफ़ करें कम होगी। जो लोग दिल्ली में रहते हैं वो समझ सकते हैं दिल्ली में मेट्रो आने के बाद से उनकी ज़िंदगी कितनी आसान हो गई है। मेट्रो ने दिल्ली के ट्रांसपोर्ट और एक जगह से दूसरी जगह जाने में लगने वाले समय को पूरी तरह से बदल दिया है। दिल्ली जैसे बड़े शहर में एक मेट्रो ही तो है जिसकी वजह से अब दिल्ली के किसी भी कोने तक आराम से पहुँचा जा सकता है।
2. खाना
कहते हैं दिल्ली बड़े दिल वालों का शहर है और दिल्ली के लोगों की ये बात उनके खाने में भी साफ दिखाई देती है। पुरानी दिल्ली वो इलाका है जो खाने के शौकीन लोगों के लिए मक्का है। परांठे वाली गली में लाज़वाब परांठों से लेकर फतेहपुरी की स्वादिष्ट भेल पूरी और चाट तक यहाँ सबकुछ मिल जाता है। एक शहर का खाना ही उसे पूरा करता है और दिल्ली के मामले में ये बात सौ परसेंट सही बैठती है।
3. बाजारों में शॉपिंग
जब हम इंडिया में शॉपिंग की बात करते हैं तो दिल्ली के पुराने बाज़ार जैसे चांदनी चौक, करोल बाग़, सदर बाज़ार, खान मार्केट आपकी जेब के लिए कमाल का काम करते हैं। एक तरह से दिल्ली के ये बाज़ार देशभर के सभी बिजनेस करने वालों की जीवनरेखा हैं। इन होलसेल बाजारों में आपको कम दामों में बढ़िया से बढ़िया चीज़ें मिल जाती हैं। ऐसी स्ट्रीट शॉपिंग का मज़ा सरोजनी नगर और जनपथ में भी आसानी से लिया जा सकता है। किताबों और कपड़ों से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामान तक सबकुछ मिल जाता है। अगर आप इन बाज़ारों से सामान नहीं लेना चाहते हैं तो दिल्ली में शॉपिंग मॉल की भी कोई कमी नहीं है।
4. नायाब आर्किटेक्चर और ऐतिहासिक इमारतें
एक शहर का आर्किटेक्चर उसे यादगार बनाने के लिए काफ़ी होता है। हम उस जगह को कैसे याद रखते हैं ये बहुत हद तक वहाँ की बिल्डिंगों और उसको बनाने के नायाब तरीकों पर भी निर्भर करता है। जब कोई दिल्ली के बारे में सोचता है तो सबसे पहले मन में यहाँ के बंगलों और बाजारों की तस्वीर आती है। लाल क़िला, क़ुतुब मीनार, लोटस टेंपल, इंडिया गेट जैसी जगहों पर इस शानदार आर्किटेक्चर को आसानी से देखा जा सकता है। आप सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि दिल्ली के आर्किटेक्चर ने इस शहर में नएपन के साथ इसकी उसी पुरानी पहचान को जीवित रखने के लिए कितनी अहम भूमिका निभाई है। दिल्ली में ऐसी कई बिल्डिंगें हैं जिनमें मुगल आर्किटेक्चर की झलक दिखाई देती है। वहीं दूसरी तरफ यहाँ ऐसी भी इमारतें हैं जिनमें हिन्दू आर्किटेक्चर दिखने को मिलता है। अगर आप भी आर्किटेक्चर के कुछ बेहतरीन उदहारण देखना चाहते हैं तो आपको यकीनन दिल्ली से अच्छी जगह नहीं मिलेगी।
5. दिल्ली हाट के हैंडीक्राफ्ट
मार्च 1994 में इसके उद्घाटन के बाद से दिल्ली हाट हजारों हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम कारीगरों का घर है। ये जगह हैंडीक्राफ्ट पसंद करने वाले लोगों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है। इसमें केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि देशभर के कुछ बेहतरीन कारीगर स्टॉल लगाते हैं जिन्हें देखकर आप खुश हो जाएँगे। यहाँ सिर्फ़ हैंडीक्राफ्ट ही नहीं हैं। दिल्ली हाट में खाने के भी कई स्टॉल हैं जिनमें तरह-तरह की डिशेज मिलती हैं। कुल मिलाकर दिल्ली हाट आपको भारतीय कला और विरासत की जादुई दुनिया में पहुँचा देगा।
6. धार्मिक स्थल
दिल्ली का ज़िक्र होते ही एक बड़े शहर की छवि सामने आ जाती है। एक ऐसी जगह जहाँ भीड़-भाड़ और गाड़ियों से लबालब होती सड़कें हैं। लेकिन इसी शोर के बीच दिल्ली में कुछ जगहें ऐसी भी हैं जहाँ की शांति और सुकून आपको ज़रूर महसूस करना चाहिए। दिल्ली में भगवान में विश्वास रखने वालों के लिए बहुत कुछ है। यहाँ हज़रत निज़ामुद्दीन की दरगाह है जिसकी बनावट की तारीफ़ करने के लिए शब्द कम पड़ जाएँगे। यहाँ अक्षरधाम है जहाँ मिलने वाले सुकून की कोई बराबरी नहीं है। और तो और यहाँ गुरुद्वारा बंगला साहिब भी है जो अमृतसर के स्वर्ण मंदिर का छोटा रूप जैसा लगता है। अगर आपका दिल्ली आना हो तो इन जगहों को ज़रूर देख लेना चाहिए।
7. कनॉट प्लेस
दिल्ली का एक और नगीना है यहाँ का सदियों पुराना बाज़ार कनॉट प्लेस। इस बाज़ार का निर्माण अंग्रेज़ों ने करवाया था और आज भी इस जगह की उतनी ही अहमियत है जितनी पहले थी। बल्कि आज के समय में इसके प्रति लोगों का लगाव और भी बढ़ गया है। कनॉट प्लेस का ढांचा देखने लायक है। इसकी बनावट गोलाई में की गई है। सबसे अंदर और बाहरी गोले के बीच से एक रास्ता जाता है जो इसका मुख्य रास्ता है। दिल्ली की ये जगह शाम के समय चिल और रिलैक्स करने के लिए बढ़िया चॉइस है।
8. हौज़ ख़ास
दिल्ली का हौज़ ख़ास वो जगह है जहाँ सबकुछ है। अगर आप घूमने जाना चाहते हैं तो हौज़ ख़ास आपके लिए बिल्कुल सही जगह है। पुराने समय के स्मारकों से लेकर नए समय के कैफे और बग़ीचों तक आपकी पसंद की हर चीज़ मौजूद है। यहाँ की कुछ इमारतें दिल्ली सल्तनत के समय की हैं जिनमें आर्किटेक्चर की बेहतरीन कारीगरी दिखाई देती है। पहले के समय में ये जगह मुस्लिमों के लिए बेहद ख़ास हुआ करती थी। लेकिन हौज़ ख़ास हमेशा से इतना मशहूर नहीं था। ये जगह हाल ही में लोगों की नज़र में आया है। हौज़ ख़ास रात के समय शहर का सबसे लोकप्रिय पार्टी हब होने के साथ-साथ दिन का सबसे फेमस पर्यटक स्थलों में से एक है।
9. म्यूज़ियम
दिल्ली में संग्रहालयों की कमी नहीं है। यहाँ रेल म्यूज़ियम, साइंस म्यूज़ियम और यहाँ तक की कई रोचक आर्ट गैलरी भी हैं। इतिहास और संस्कृति में रुचि रखने वाले लोगों के लिए एक भी दिन बोरिंग नहीं होगा क्योंकि आपके पास चुनने के लिए बहुत सारे विकल्प हैं। भारत की राजधानी होने के साथ-साथ दिल्ली को म्यूज़ियम और कला की राजधानी भी कहा जा सकता है।
10. सांस्कृतिक विविधता
यदि देश में एक शहर है जो आपको भारत की असल सांस्कृतिक विविधता का गवाह बनने का मौका देता है तो वो दिल्ली है। दिल्ली में देश के लगभग हर राज्य से लोग रहते हैं। यहाँ सभी धर्मों और समुदाय के लोग एक साथ रहते हैं और इसी वजह से चाहे कोई भी फेस्टिवल हो, दिल्ली की रौनक देखने लायक होती है। ये शहर विभिन्न संस्कृतियों, भाषाओं और लोगों का एक सुंदर मिश्रण जैसा है और अगर आप एक बार यहाँ आ गए तो यकीन मानिए आपका जाने का मन नहीं करेगा।
11. कनेक्टिविटी
देश की राजधानी होने के साथ-साथ दिल्ली टूरिज़्म और ट्रेड के नजरिए से भी काफ़ी महत्वपूर्ण जगह है। दिल्ली की ये खासियत इस शहर को बाकी सब जगहों से अलग बनाती है। दिल्ली बाकी शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। अगर आप देश के किसी भी कोने में जाना चाहते हैं तो यहाँ के रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और बस स्टेशन से आपको आसानी से ट्रांसपोर्ट मिल जाएगा। केवल यही नहीं दिल्ली एयरपोर्ट से विदेश जाने के लिए भी फ़्लाइट मिल जाती हैं इसलिए आप किसी भी देश में जाना चाहते हों तो आपको दिल्ली एयरपोर्ट आना ही पड़ेगा।
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