ग्वालदम एक ऐसा स्थान है जो जंगलों और छोटी झीलों से भरा हुआ है जो एक शांतिपूर्ण स्थान प्रदान करता है। यह राज्य के उन छिपे प्राकृतिक खजाने में गिना जाता है। जिसके बारे में स्थानीय और ऑफबीट ट्रैवलर्स ही जानते हैं। 1700 मीटर की ऊँचाई पर देवदार के जंगलों और सेब के बागों के बीच बसा यह गाँव कुमाऊँ और गढ़वाल के बीच बसा है और नंदा देवी, त्रिशूल और नंदा घुटी जैसी चोटियों के कुछ विस्तृत और लुभावने दृश्य प्रस्तुत करता है। यहां का सबसे प्रसिद्ध ट्रेकिंग अभियान रूपकुंड लेक ट्रेक है। साहसी लोगों के लिए, ग्वालदम एक ऐसी जगह है जो उन्हें खूबसूरत फूलों, अंतहीन झरनों और अनगिनत पक्षियों के बीच ट्रेकिंग का अनुभव करने देती है।
ग्वालदम एक छोटा सा स्वर्ग है, जो प्रदूषित नहीं है और एक आदर्श चित्र है। ऊँचे चीड़ के पेड़ों से ढँकी चकाचौंध भरी पहाड़ियाँ, खूबसूरत पहाड़ी ढलानों पर सीढ़ीदार खेत और बीच में जहाँ तक नज़र जा सकती है बिखरे लकड़ी के छोटे-छोटे घर है। सुहावने मौसम को देखते हुए आप साल भर ग्वालदम की यात्रा कर सकते हैं। यह स्थान मैदानी इलाकों की भीषण गर्मी से बचने के लिए एक आदर्श स्थान है और सर्दियों में भी उतना ही सुखद है।
ग्वालदम में आप बहुत सी जगह पे घूम सकते है। यहाँ घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह तो चाय और सेब के बागान है। जो आपका दिल जीत लेंगे और भी बहुत सी जगहों पर आप घूम सकते है यह जगह अभी बहुत कम लोग ही जानते है। यही वजह है कि यह जगह बहुत ही शांत और कम भीड़ भाड़ वाली है। अगर आप नेचर लवर है। तो यह जगह आपके लिए किसी जन्नत से कम नही है।
ग्वालदम के आसपास घूमने की जगह
अगर आप ग्वालदम घूमने जाते है तो आप वहाँ पर पूरे गांव को एक्स्प्लोर कर सकते है। इसके अलावा वहाँ पर चाय के खेत घूम सकते है। और सेब के बागान घूम सकते है। ट्रेकिंग कर के रूपकुंड झील भी घूमने जा सकते है इस ट्रैक को पूरा करने में 3 दिन का समय लगता है लेकिन ये ट्रैक बहुत ही खूबसूरत ट्रैक में से है। इसके अलावा आप यहाँ से कौसानी भी घूमने जा सकते है। और रुद्रधारी वाटर फॉल भी घूम सकते है। जो कि ग्वालदम से ज्यादा दूर नही है। बैजनाथ टेम्पल भी जा सकते है। जहाँ पर भगवान शिव के छोटे और बड़े बहुत से मंदिर मौजूद है। ये जगह गोमती नदी के तट पर मौजूद है जिसकी वजह से इस मंदिर खूबसूरती में चार चांद लग जाते है।
यहां कैसे पहुंचें?
सड़क मार्ग- ग्वालदम सभी तरफ से सड़कों से जुड़ा हुआ है। यह कौसानी से 40 किलोमीटर, बैजनाथ से 22 किलोमीटर, बागेश्वर से 45 किलोमीटर और नैनीताल से केवल 14.9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
रेल मार्ग- निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम से 160 किलोमीटर की दूरी पर है।
वायु- ग्वालदम से निकटतम हवाई अड्डा पंत नगर है, जो कि 250 किलोमीटर की दूरी पर है।
क्या आपने इस जगह की यात्रा की है? अपने अनुभव को हमारे साथ शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।