Nainital ‘The City of lakes”

Tripoto

Nainital Mall Road http://hindi.worldtravelfeed.com/nainital-the-city-of-lakes/

Photo of Nainital ‘The City of lakes” by Pankaj Pant

Nainital “The City of lakes”

नैनीताल एक खूबसूरत “तालो का शहर”

Nainital “The City of lakes”: नैनीताल एक खूबसूरत “तालो का शहर”:

नैनीताल उत्तराखण्ड में स्थित एक प्रमुख पर्यटक स्थल है जो अपने यहाँ स्थित तालो के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। इस कारण नैनीताल को तालो का शहर कहकर(City of lakes) भी जाना जाता है।

इस पूरे शहर में 60 से भी अधिक ताल स्थित थे परन्तु कुछ समय से प्राकतिक आपदा व ग्लोबिंग वार्मिंग के कारण इनमे से कई ताल अब लुप्त हो चुके है। नैनीताल में हर साल लाखो की संख्या में पर्यटक (जानिए नैनीताल के प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों के बारे में) आते है तथा यहाँ के शांत, खूबसूरत व हरे-भरे वातावरण का आनंद लेते है।

नैनीताल अंग्रेजो द्वारा बसाया गया शहर है जो चारो और से विशाल पर्वतो से घिरा हुआ है। यह शहर गर्मियों के समय अंग्रेजो के रहने की पसंदीदा जगह हुआ करती थी जिन्होंने गर्मियों के लिए इसे अपनी राजधानी बनाया हुआ था। वही उत्तराखंड का उच्च न्यायलय भी नैनीताल में ही स्थित(High Court of Nainital) है वही नैनीताल में आप पैराग्लाइडिंग, फ़िशिंग, बोटिंग तथा शॉपिंग का भी आनंद ले सकते है।

नैनीताल चारो और से विशाल पर्वतो से घिरा हुआ है जिसके उत्तर दिशा में विशाल नैना पर्वत स्थित है जिसकी ऊंचाई लगभग 2,615 मीटर है वही पश्चिम में देवपाठा पर्वत अवस्थित है जिसकी ऊंचाई 2,438 मीटर है दक्षिण में अयारपाठा पर्वत स्थित है जिसकी ऊंचाई लगभग 2,278 मीटर (जानिए उत्तराखंड की अन्य पर्वत चोटियों के बारे में) है। वही नैना पर्वत नैनीताल की सबसे ऊंची चोटी है जो देखने में बेहद आकर्षित व मनमोहक दिखाई पड़ती है। नैना देवी पर्वत से आप सम्पूर्ण नैनीताल शहर का मनमोहक द्रस्य देख सकते है

नैनीताल का प्रमुख ताल नैनी ताल है जिसके नाम पर ही इस शहर का नाम नैनीताल पड़ा। इसके दोनों छोरो पर स्थित स्थानों को तल्ली ताल (Talli Tal) व मल्ली ताल (Malli Tal) कहा जाता है जिसके बीचो-बीच नैनी झील स्थित है।

तल्ली ताल में ही नैनीताल का बस स्टेशन (बस द्वारा नैनीताल कैसे जाये) भी स्थित है। इसके एक छोर मल्ली- ताल में नैना देवी का प्राचीन मंदिर नैना देवी(Naina Devi Temple) स्थित है जिसके दर्शन हेतु बड़ी संख्या में श्रद्धालु दूर-दूर से यहाँ आते है व देवी माँ से अपने व अपने परिवार की कुशलता हेतु प्रार्थना करते है। मंदिर में हर साल एक विशाल भंडारे का भी आयोजन होता है जिसमे सम्मलित होने भी दूर-दूर से श्रद्धालुवो का नैनीताल आगमन होता है। नैना देवी मन्दिर देवी के 51 शक्ति पीठो में से भी एक है।

नैनीताल दो अक्षरों अर्थात नैनी और ताल से मिलकर बना है जिसमे नैना का अर्थ आँखों से तथा ताल का अर्थ झील से है। ये झील सात पहाड़ियों से ढकी हुई है तथा शहर के बीचो बीच बसी हुई है जो समुद्र तल से 1,937 मीटर की ऊंचाई(Height of Naini Lake) पर स्थित है। झील की लम्बाई 1,500 मीटर, चौड़ाई 510 मीटर तथा गहराई लगभग 30 मीटर है।

इस झील (जानिए उत्तराखंड के अन्य झीलों व तालो के बारे में) की मुख्य विशेषता यह है की झील में यहां स्थित पर्वतो की सम्पूर्ण पर्वतमाला, वृक्षों की छाया, आकाश में छाए हुए बदलो का प्रतिबिम्ब स्पष्ट दिखाई पड़ता है। वही झील का पानी सामान्य मौसम में हरा, बरसात में मटमैला तथा सर्दियों में हल्का नीला दिखाई पड़ता है।

How did Nainital named Nainital

नैनीताल का नाम नैनीताल कैसे पड़ा

नैनीताल का नाम नैनीताल पड़ने हेतु एक पौराणिक कथानुसार हरिद्वार(Haridwar) के उपनगर कनखल में स्थित दक्षेश्वर मन्दिर में राजा दक्ष रहते थे जहाँ भगवान शिव की ससुराल भी थी। एक बार राजा दक्ष ने अपने यहाँ एक विशाल यज्ञ एवं हवन का आयोजन किया था जिसमे भगवान शिव को छोड़ अन्य देवताओ को उस हवन में शामिल होने हेतु आमंत्रण भेजा गया।

भगवान शिव को उस हवन में आमंत्रण न मिलने के कारण माता सती रुष्ट हो गई जिस कारण माता सती द्वारा उसी हवन कुंड की अगनि में कूदकर आत्मदाह कर लिया गया।

जब ये बात भगवान शिव को मालूम पड़ी तो वे क्रोध में आकर तांडव करने लगे तथा देवी सती मृत जले हुए शरीर को लेकर आकाश मार्ग में भ्रमण करने लगे जिससे देवी सती के जले हुए शरीर के टुकड़े अलग स्थान में गिरने लगे। इस स्थान पर देवी के शरीर की आंख गिरी जिस कारण यहाँ पर आंख के आकार की झील का निर्माण हुआ। बाद में इस झील के नाम पर ही इस शहर का नाम नैनीताल पड़ा।

Best 6 Things to do in Nainital

नैनीताल भ्रमण के दौरान क्या करे

नैनीताल(Nainital “The City Of lakes”) उत्तराखण्ड का एक प्रमुख पर्यटक स्थल है जहाँ सीज़न के दौरान लाखो लोग घूमने आते है। यहाँ का शान्त वातावरण व शुद्ध आबोहवा के कारण ये पर्यटको के लिए घूमने हेतु एक शानदार पर्यटक स्थल है। नैनीताल यात्रा के दौरान आप बोटिंग, ट्रैकिंग, शॉपिंग, मछलियाँ पकड़ने, हॉर्स राइडिंग, पैराग्लाइडिंग, मंदिरो के दर्शन व कई अन्य तालो व वहाँ आसपास मौजूद दर्शनीय स्थलों पर घूमने जा सकते है।

1-Boating in Nainital- नैनीताल के नैनी झील में ले बोटिंग का आनन्द-

नैनीताल में स्थित नैनी झील में आप बोटिंग का आनंद ले सकते है। इस झील में आप अलग-अलग किस्म की कई रंगो से सुशोभित नौकाओं को देख सकते है व इन नौकाओं पर बोटिंग का आनंद ले सकते है। यहाँ पर मौजूद बोट्स का किराया अलग-अलग होता है जो 100 रुपए से लेकर 400 रुपए तक हो सकता है।

ये बोट्स नैनीताल बोट हॉउस क्लब के द्वारा आयोजित की जाती है। इन्ही बोटो के द्वारा आप नैनी झील में बोटिंग का आनंद ले सकते है। वही जून माह में इस झील में एक छोटा नौकायन उत्सव मनाया जाता है जिसमे शामिल होने दूर-दूर से लोग यहाँ पहुंचते है।

नैनीताल बोट हॉउस क्लब भारत का दूसरा सबसे पुराना क्लब है जिसकी स्थापना 1980 के दौरान की गई थी। इसी क्लब द्वारा इस झील की देखभाल आदि का कार्य भी किया जाता है।

2- Shopping in Nainital: नैनीताल के बाजार में ले शॉपिंग का आनन्द

नैनीताल अपने यहाँ मौजूद खूबसूरत बाजारों के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ के प्रमुख बाजारों मे मॉल रोड, फ्लैट्स, तिब्बती बाजार, बड़ा बाजार आदि प्रमुख बाजार है जिसमे पर्यटक खाने-पीने की वस्तुवे, कपडे, बच्चो के खेलकूद का सामान, नैनीताल की प्रसिद्ध मोमबत्तियां, चाट-पकोड़े आदि वस्तुये खरीद सकता है।

1- मॉल रोड: मॉल रोड नैनीताल शहर के प्रमुख आकर्षणों में से एक है वही ये यहाँ का एक मुख्य बाज़ार भी है। यह बाजार तल्लीताल व मल्लीताल जो की नैनी झील के दोनों और स्थित है को आपस मे जोड़ता है। इस रोड पर आपको कई सारे होटल, बैंक, ट्रेवल एजेंसीज, रेस्टॉरेंट्स आदि देखने को मिल जायेगे। हाल ही में उत्तराखंड सरकार द्वारा इस रोड का नाम बदलकर "पंडित गोविन्द बल्लभ पंत" मार्ग रख दिया गया है।

2- तिब्बती बाजार: तिब्बती बाजार नैनीताल का एक प्राचीन व व्यस्त बाज़ारो में से एक है जहाँ आपको कई प्रकार के सामान एक ही दुकान में उपलब्ध हो जायेंगे। इस बाजार में आपको ऊनी कपडे, स्कार्फ, नकली जेवर, बैग व अन्य वस्तुवे मिल जाएँगी।

इन बाज़ारो के लिए आपको एक अच्छे मोलभाव करने वाले व्यक्ति की आवश्यकता होती है। यहाँ के दुकानदार यहाँ मौजूद वस्तुवो के दाम काफी अधिक बताते है। अगर आप मोलभाव कर सके तो आप इन वस्तुवो को काफी अच्छी कीमत पर खरीद सकते है।

3- बड़ा बाजार: बड़ा बाजार मल्लीताल में स्थित है जो यहाँ के प्रमुख बाज़ारो में से है। यह बाजार शिल्प उद्योग, मोमबत्तियों, केन स्टिक्स, स्कार्फ, कार्डिगन्स आदि के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ मौजूद हाथो से बने हुई वस्तुवे तथा फलो के जूस की दुकान यहाँ आने वाले पर्यटको के बीच काफी प्रसिद्ध है। वही यहाँ पर कई अच्छे रेस्टोरेंट भी है जहाँ पर आप अपने पसंद का लज़ीज खाना खा सकते है।

4- फ्लैट्स: यह नैनीताल में स्थित एक बड़ा सा मैदान है जो मल्लीताल में स्थित है। यह मैदान झील के बिल्कुल बगल में स्थित है। इसके पास ही नैना देवी का प्राचीन सिद्ध मंदिर, एक विशाल मस्जिद तथा गुरुद्वारा भी स्थित है।

त्योहारों के दौरान इसी मैदान पर कार्यकर्मो का आयोजन होता है। इस मैदान में आप अलग-अलग किस्म के चाट-पकोड़ो का भी आनंद ले सकते है। इस मैदान में यहाँ का प्रसिद्ध कैपिटल सिनेमा तथा रिंग थिएटर भी बना है जहाँ ऋतिक रोशन व अभिनेत्री प्रीती जिंटा द्वारा अभिनीत प्रसिद्ध हिंदी फिल्म "कोई मिल गया" की शूटिंग हुई थी। यहाँ स्थित भोटिया बाजार से आप अच्छे किस्म के गर्म कपडे भी खरीद सकते है।

3- Enjoy Fishing in Nainital- नैनीताल की झीलों में ले मछलियों को पकड़ने का आनन्द

खुरपा ताल नैनीताल में स्थित एक खूबसूरत ताल है जो नैनीताल (नैनीताल के बारे में विस्तार से जानें के लिए यहाँ क्लिक करे) से लगभग 10 किमी पहले पड़ता है। पहले इस स्थान पर लोहे के औजारों को बनाने का कार्य होता था शायद इसी कारण इस स्थान का नाम खुरपा ताल पड़ा होगा। ताल के बगल में आर्मी वेलफेयर सोसाइटी के काफी सारे फ्लैट्स बने हुए है। वही इसके पास सीढ़ीनुमा खेत है जो काफी आकर्षक दिखाई देते है।

खुरपा ताल में पर्यटक मछलियों को पकड़ने का आनंद लेते है। ये ताल की मछलियों के लिए प्रसिद्ध है जो खाने में बहुत स्वादिस्ट होती है। 19 वी शताब्दी में ये जगह खेती के लिए प्रसिद्ध थी।

4- Paragliding in Nainital: नैनीताल में ले पैराग्लाइडिंग का आनन्द

नैनीताल अपनी खूबसूरती का अलावा यहाँ होने वाले साहसिक खेलो के लिए भी प्रसिद्ध है। आप नैनीताल में ट्रैकिंग, हॉर्स राइडिंग के अलावा पैरा ग्लाइडिंग का भी आनन्द ले सकते है। आप नैनीताल से कुछ दूरी पर स्थित भीमताल व नौकुचियाताल में पैरा ग्लाइडिंग का आनंद ले सकते है।

भीमताल में स्थित पाण्डेगांव की पहाड़ियों से आप पैरा ग्लाइडिंग हेतु उड़ान भर सकते है। प्रशासन द्वारा बारिश के मौसम में पैरा ग्लाइडिंग गतिविधियो पर प्रतिबन्ध लगा दिया जाता है तथा मानसून सीज़न के बाद पुनः पैरा ग्लाइडिंग की शुरुवात हो जाती है।

मार्च से जून तथा अक्टूबर से दिसम्बर तक मौसम के साफ रहने के कारण ये महीने पैरा ग्लाइडिंग के लिए सबसे उत्तम रहते है। यहाँ पर आप निपुण प्रशिक्षको की मदद से पैरा ग्लाइडिंग का आनन्द ले सकते है।

5- Horse Riding in Nainital: नैनीताल में ले घुड़सवारी का आनन्द

हॉर्स राइडिंग भी नैनीताल के मुख्य आकर्षकों में से एक है। आप हॉर्स राइडिंग का आनन्द यहाँ के पर्यटक स्थलों को देखने में कर सकते है। आप यहाँ स्थित प्रसिद्ध पर्यटक स्थल टिफ़िन टॉप तथा बारा पत्थर में हॉर्स राइडिंग का आनंद ले सकते है।

यहाँ पर हर मौसम में आपको घूमने के लिए घोड़े उपलब्ध हो जायेंगे। यहाँ मौजूद घोड़े उच्च प्रशिक्षित होते है जिस पर आप बिना डरे यहाँ के पर्यटक स्थलों में जा सकते है। अपितु शहर के भीतर घोड़ो को चलाने हेतु उच्च न्यायालय द्वारा प्रतिबंध लगा रखा है।

6- Enjoy Trekking in Nainital: नैनीताल की पहाड़ियों में ले ट्रैकिंग का आनन्द

नैनीताल अपनी खूबसूरती व शान्त वातावरण के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। वही नैनीताल स्थित नैनी झील, यहाँ मौजूद साहसिक पर्यटन के अलावा अपने यहाँ स्थित खूबसूरत ट्रैक्स के लिए भी पूरी दुनिया में विख्यात है। ट्रैकिंग यहाँ होने वाली मुख्य पर्यटक गतिविधियों में से भी एक है जिसका लुत्फ़ लेने हर साल लाखो की संख्या में पर्यटक नैनीताल आते है।

यहाँ कुछ ऐसे छोटे ट्रैक है जो नैनीताल में स्थित है। यहाँ के अधिकतर ट्रैक 1 दिन से शुरू होकर 3 से से 4 दिन तक के है जो ज्यादा कठिन न होने के कारण 8 वर्ष से अधिक के लोग इन ट्रैक्स पर आसानी से जा सकते है। नैनीताल के मुख्य ट्रैक निम्न है-

१- नैनीताल-खुरपा ताल ट्रैक (Nainital Khurpa Taal Trek- Altitude 1635 Meter)

२- सप्त सारंग ट्रैक (Sapta Sarang Trek - Altitude 2075 Meter)

३- ब्रह्मस्थली ट्रैक (Brahmsthali Trek- Altitude 3260 Meter )

४- देवगुरु पर्वत ट्रैक (Devguru Parvat Trek- Altitude 2436 Meter)

५- कॉर्बेट ट्रैक (Corbett Trek- 68 K.M)

६- चाइना पीक ट्रैक(China Peak Trek- 9 k.m )

७- आदि कैलाश ट्रैक(Adi kailash Trek 15 K.M)

7 Famous Tourist Places in Nainital

नैनीताल के 7 मुख्य आकर्षण

7 Famous Tourist Places in Nainital: नैनीताल अपने यहाँ मौजूद शांत वातावरण, चारो और फैले विशाल पर्वत, नैनी झील, Eco Cave, Garni House, Tiffin Top, Snow View Point व कई खूबसूरत जगहों के कारण पर्यटकों के घूमने हेतु मुख्य पर्यटक स्थलों में से एक है।

यहाँ की जलवायु साल भर एक समान रहती है जिस कारण गर्मियों के मौसम में यहाँ पर पर्यटकों का ताँता लगा रहता है। यहाँ के खूबसूरत पर्यटक स्थल व उनकी जानकारी निम्न है-

Snow View Point

स्नो व्यू पॉइन्ट

स्नो व्यू पॉइंट(Snow View Point) नैनीताल में स्थित एक प्रमुख पर्यटक स्थल है जो समुद्र तल से 2,270 मीटर की ऊंचाई(Height of Snow View Point) पर स्थित है। यहाँ से आप हिमालय का अध्भुत द्र्स्य देख सकते है। वही यहाँ से त्रिशूल पर्वत, नंदा देवी पर्वत तथा नंदा कोट की बर्फ से ढकी पर्वत श्रंखला को भी एक साथ देखा जाया जा सकता है।

स्नो व्यू पॉइंट नैनीताल से 2.5 किमी की दूरी पर स्थित है जहाँ आप रोपवे व टैक्सी द्वारा आसानी से पहुंच सकते है।

यह यहाँ के प्रमुख "शेर का डांडा"(Sher Ka Danda) रिज के शीर्ष पर स्थित है। इसी स्थान पर एक छोटा से मंदिर बना हुआ है जो देवी "मुंडी" को समर्पित है। वही इस मंदिर में राम, सीता, लक्ष्मण, दुर्गा, हनुमान व अन्य देवी देवताओ के भी चित्र बने हुए है जो दर्शको अपनी और आकर्षित करते आये है।

Tiffin Top

टिफ़िन टॉप

टिफ़िन टॉप(Tiffin Top) नैनीताल के प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है जहाँ पर्यटक जाना कभी नहीं भूलते। ये मनोरम स्थल पर्यटकों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है जहाँ से पर्यटक नैनीताल व इसके आस पास की पहाड़ियों का मनोरम दृश्य देख सकते है।

टिफ़िन टॉप ओक और देवदार के पेड़ो से घिरा हुआ है वही इसको एक अन्य नाम "डोरोथी की सीट"(Derothi ki Seet) के नाम से भी जाना जाता है जिसका नाम एक सेना के अधिकारी कर्नल जे० पी० केलेट द्वारा एक अंग्रेज कलाकार डोरोथी केलेट(Derothi Kelath) की याद में कराया था।

ये स्थल रेपलिंग(Repling) और रॉक क्लाइम्बिंग(Rock Climbing) के लिए भी प्रसिद्ध है। वही फोटोग्राफी पसंद करने वालो के लिए भी ये स्थल बहुत खूबसूरत है वो यहाँ से अलग अलग जीव जन्तुवो व बर्फ से ढके पहाड़ो की फोटो खींच सकते है।

Garni House

गर्नी हाउस

“गर्नी हॉउस”(Garni House) एक प्रसिद्ध शिकारी तथा जिम कॉर्बेट(Jim Corbett) का निवास स्थल है। इस मकान को जिम कॉर्बेट की मृत्यु बाद बेच दिया गया था जिसे "सरदार प्रसाद वर्मा" द्वारा खरीद लिया गया था। यह घर 1881 में बनाया गया था जो देखने में आज भी बहुत खूबसूरत दिखाई पड़ता है।

जिम कॉर्बेट के चाहने वाले आज भी इस मकान को देखने के लिए आया करते है इसके लिए उन्हें इस मकान की मालकिन “नीलांजन डालमिया”(Nilanjan Dalmiya) जो की “सरदार प्रसाद वर्मा”(Sardar Prasad Verma) की पोती है से पूर्व में अनुमति लेनी पड़ती है। इसके भीतर जिम कॉर्बेट द्वारा पाई गई ट्रॉफियां, बोट, फिशिंग रॉड, किताबे व उस समय का फर्नीचर आज भी रखा हुआ मिलता है जिसे पर्यटक देख सकते है।

Naini lake

नैनी झील

नैनी झील(Naini Lake) नैनीताल के मुख्य आकर्षणों में से एक है जो नैनीताल शहर के बीचो-बीच स्थित है। मान्यता के अनुसार देवी सती की आँख इसी स्थान पर आकर गिरी थी जिस कारण यहाँ पर नैनी झील का निर्माण हुआ।

यह झील चारो और से विशाल पहाड़ियों से घिरी हुई है। चारो और फैले पहाड़ व आकाश में छाए हुए बादलो का सुन्दर प्रतिबिम्ब इस झील में देखा जाया जा सकता है जो देखने में बहुत आकर्षक दिखाई पड़ता है। यात्री इस झील में नौकायन, रोइंग, पैडलिंग जैसी गतिविधियों का आनंद ले सकते है। इस झील के उत्तरी भाग को मल्ली ताल तथा दक्षिणी भाग को तल्ली ताल के नाम से जाना जाता है। इसी के इर्द गिर्द पूरा नैनीताल शहर बसा हुआ है।

Naina Devi Temple

नैना देवी मन्दिर

नैना देवी मंदिर(Naina Devi Temple) नैनीताल के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है जिसका निर्माण देवी सती के शरीर से आंख के गिरने के कारण हुआ था। यह मन्दिर नैनीताल के उत्तरी छोर मल्ली ताल में स्थित है। ये मन्दिर काफी प्राचीन है जिसके दर्शन हेतु बड़ी संख्या में श्रद्धालु दूर-दूर से यहाँ आते है व देवी माँ से अपने व अपने परिवार की कुशलता हेतु प्रार्थना करते है।

मंदिर में हर साल एक विशाल भंडारे का भी आयोजन होता है जिसमे सम्मलित होने भी दूर-दूर से श्रद्धालुवो का नैनीताल आगमन होता है। इस मंदिर में माँ नैना देवी के अलावा भगवन गणेश तथा माँ काली की मुर्तिया भी लगी हुई है। वही इसके प्रवेश द्वार पर पीपल का एक विशाल वृक्ष लगा हुआ है। यह मन्दिर देवी के 51 शक्ति पीठो में से भी एक है।

Guano Hills

गुआनो हिल्स

गुआनो हिल्स(Guano Hilla) नैनीताल के पास स्थित पंगोट की पहाड़ियों(Pangot Hills) में स्थित है जो ओक, देवदार और बांस के पेड़ो से ढके खूबसूरत जंगलो के लिए प्रसिद्ध है। वही प्रकर्ति प्रेमियों व वन्य जीव प्रेमियों के लिए भी ये स्थल स्वर्ग से काम नहीं है।

वन्य जीव प्रेमी यहाँ पर लुप्त प्राय वनस्पतियो और पक्षियों को देख सकते है। यहाँ पर मुख्यतः ग्रे कठफोड़वा व काली ठोड़ी वाले बैब्लर देखने को मिल जाते है जो अब लुप्त होने को कगार पर है। ट्रैकिंग को पसंद करने वालो के लिए भी ये एक आदर्श ट्रैकिंग स्थल है।

Mall Road

मॉल रोड

मॉल रोड(Mall Road) नैनीताल के मुख्य आकर्षणों व यहाँ के मुख्य बाजारों में से एक है जो तल्लीताल व मल्लीताल को आपस में जोड़ता है। मॉल रोड में आपको होटल, रेस्टॉरेंट, बैंक, ब्रांड्स कपड़ो व अन्य चीजों के शोरूम व खाने-पीने की चीजे देखने को मिलती है। वही इसके एक तरफ खूबसूरत नैनी झील स्थित है जो नैनीताल के मुख्य आकर्षणों में से एक है। अभी कुछ समय पूर्व ही इस रोड का नाम बदलकर "पंडित गोविन्द बल्लभ पंत"(Pd. Govind Ballabh Pant) रख दिया गया है।

How to reach Nainital by Train, Air or by Bus

सड़क, ट्रैन व वायु मार्ग द्वारा नैनीताल कैसे जाये

How to reach Nainital by Road: सड़क मार्ग द्वारा नैनीताल कैसे जाएं

नैनीताल सड़क मार्ग द्वारा भारत की राजधानी नई दिल्ली व अन्य शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। नैनीताल की दूरी नई दिल्ली से 320 किमी है जहाँ आप 6 से 7 घण्टे में आसानी से पहुँच सकते है।

नई दिल्ली और अन्य बड़े शहरों से उत्तराखण्ड परिवहन की साधारण बस सेवा व वॉल्वो बस द्वारा आप आसानी से नैनीताल पहुँच सकते है। वही अपने प्राइवेट वाहन, टैक्सी अथवा कैब बुक करवाकर भी रास्ते का आनंद लेते हुए आप नैनीताल पहुँच सकते है।

How to reach Nainital by Train: रेल मार्ग द्वारा नैनीताल कैसे जाएं

नैनीताल का अपना कोई रेलवे स्टेशन नहीं है। नैनीताल का निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम में है जो नैनीताल से लगभग 34 किमी की दूरी पर स्थित है। यहाँ से लगातार नैनीताल के लिए आपको बस और टैक्सी की सेवा उपलब्ध हो जाएगी। चाहे तो प्राइवेट टैक्सी बुक करवाकर भी नैनीताल तक पहुँचा जाया जा सकता है। काठगोदाम स्टेशन बड़े शहरों व देश की राजधानी नई दिल्ली से रेल मार्ग जुड़ा हुआ है जहाँ से आपको समय-समय पर काठगोदाम हेतु ट्रेन उपलब्ध हो जाएगी।

उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून व देश की राजधानी नई दिल्ली से नैनीताल(New Delhi to Nainital) के लिए सीधी ट्रेन का संचालन होता है। नई दिल्ली से रानीखेत एक्सप्रेस(Ranikhet Express) द्वारा जो रात्रि 10 बजे चलकर प्रातः 5 बजे आपको काठगोदाम पहुंचा देती है। इस ट्रेन का संचालन राजस्थान के जैसलमेर से होता है। वही देहरादून से चलने वाली काठगोदाम एक्सप्रेस(Kathgodam Express) रात 10 बजे में चलकर लगभग 7 घण्टे में आपको काठगोदाम तक पहुँचा देती है।

ट्रेन के समय के बारे में जानकारी हेतु आप भारतीय रेल की वेबसाइट में जाकर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते है http://www.indianrail.gov.in

How to reach Nainital by Air: वायु मार्ग द्वारा नैनीताल कैसे जाएं

नैनीताल के सबसे नजदीकी हवाई अड्डा पंतनगर में है जो नैनीताल से 71 किमी की दूरी पर स्थित है। यह हवाई अड्डा देश के प्रमुख नगरों से आपस में जुड़ा हुआ है। दिल्ली से पंतनगर के लिए नियमित उड़ाने है वही देहरादून के जॉलीग्रांट हवाई अड्डे(Jolly Grant Airport) से भी पंतनगर के लिए नियमित उड़ाने है। यहाँ से आप टैक्सी द्वारा नैनीताल तक आसानी से पहुंच सकते है।

Weather of Nainital

नैनीताल का तापमान

जाने नैनीताल के मौसम के बारे में जाने हिंदी में

सर्दियों के समय नैनीताल का मौसम: Weather of Nainital in Winter Season

वैसे तो नैनीताल में साल भर मौसम सुहावना रहता है। फिर भी नैनीताल में सर्दियों की शुरुवात मुख्यतः अक्टूबर से होती है जो मार्च तक चलती है। इस दौरान यहाँ का तापमान 0 डिग्री से -15 डिग्री तक चला जाता है।

दिसंबर के समय पर यहाँ पर जम के बर्फ़बारी होती है जो जनवरी के अंत तक चलती है जिसे देखने दूर-दूर से पर्यटक नैनीताल आते है। वही दिसंबर और इसके बाद जनवरी और फरबरी तक नैनीताल घने कोहरे से ढक जाता है जिस कारण यहाँ पर ठण्ड भी बहुत अधिक पड़ती है। सलाह दी जाती है की पर्यटकों को सर्दियों के मौसम में नैनीताल जाने से बचना चाहिए।

गर्मियों के समय नैनीताल का मौसम: Weather of Nainital in Summer Season

वैसे तो नैनीताल में साल भर मौसम सुहावना रहता है। फिर भी नैनीताल में गर्मियों की शुरुवात मुख्यतः मार्च अंत से शुरू होकर सितम्बर तक का रहता है। इस दौरान यहाँ का तापमान 10 डिग्री से 30 डिग्री तक का रहता है।

यह मौसम नैनीताल में पर्यटन के हिसाब से सर्वोत्तम रहता है। इस दौरान पूरा नैनीताल शहर पर्यटकों से भरा हुआ रहता है जिस कारण आपको यहाँ आने से पूर्व होटल आदि की बुकिंग करा लेनी चाहिए अथवा यहाँ आने पर आपको रुकने सम्बंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

गर्मियों के समय पर नैनीताल घूमने व नैनी झील में नौकायन करने का अलग ही आनंद रहता है।

मानसून के समय नैनीताल का मौसम: Weather of Nainital in Mansoon Season:

नैनीताल में मानसून की शुरुवात मुख्यतः जुलाई से हो जाती है व मानसून का यह मौसम सितम्बर तक रहता है। इस दौरान यहाँ पर 1700 मिमी तक बारिश होती है। नैनीताल के पहाड़ी इलाका होने के कारण बारिश के समय पर यहाँ भूस्खलन की घटनाएँ होती रहती है जिस कारण पर्यटकों को मानसून सीजन में यहाँ आने से बचना चाहिए।

मानसून के सीजन में यहाँ एक प्रमुख त्यौहार खातुरवा व नंदा देवी उत्सव होता है। माँ नंदा देवी को मानने वाले श्रद्धालु दूर-दूर से इस महोत्सव में भाग लेने यहाँ पहुंचते है।

Top 6 places and Hotels to Stay in Nainital

नैनीताल में स्थित प्रमुख होटल, लॉज व गेस्ट हाउस

Top 6 Hotels in Nainital: चाहे आप परिवार के साथ घूमने जा रहे हो, हनीमून पर जा रहे हो या किसी ऑफिसियल मीटिंग के लिए जा रहे हो नैनीताल में कई ऐसे शानदार होटल और लॉज है जिस पर आप अपने काम के साथ-साथ पूरे नैनीताल शहर की खूबसूरती को भी समीप से देख सकते है।

यहाँ के होटल आपको सभी बजट में उपलब्ध हो जायेंगे। गर्मियों के समय पर जब यहाँ का पर्यटन सीज़न जोरो पर होता है उस समय आपको यहाँ के होटलो में कुछ उच्च कीमत चुकानी पड़ सकती है क्योकि उस समय आपको अत्यधिक भीड़ के कारण यहाँ के ज्यादातर होटल बुक मिलेंगे।

यहाँ पर आपको 4 या 5 स्टार तक सभी किस्म के होटल उपलब्ध हो जाते है। नैनीताल में आप अच्छे लॉज या होम स्टे की भी कमी नहीं है। यहाँ आपको कुछ अच्छे होम स्टे भी आसानी से उपलब्ध हो जाते है जहाँ आप आराम से रात व्यतीत कर सकते है जो आपको आपके बजट के अनुसार मिल जायेंगे। नैनीताल के कुछ प्रमुख होटल का विवरण यहाँ दिया जा रहा है जिन में आप नैनीताल भ्रमण के दौरान रुक सकते है।

Top 6 Hotels in Nainital

नैनीताल में स्थित प्रमुख होटल, लॉज व गेस्ट हाउस

Naini Retreat: नैनी रिट्रीट:

नैनी रिट्रीट होटल(Hotel Naini Retreat) नैनीताल के सबसे खूबसूरत होटलो में से है जहाँ आप नैनीताल यात्रा के दौरान रुक सकते है। नैनी रिट्रीट होटल समुद्र तल से 6,535 फ़ीट की ऊंचाई(Height of Naini Retreat Hotel) पर तथा नैनीताल के अयार पाठा(Ayar Patha) में स्थित है। इस होटल में लक्ज़री, डीलक्स रूम उपलब्ध हो जायेंगे जहा से आप पूरे नैनीताल को करीब से देख सकते है।

Mannu Maharani: मन्नू महारानी

मन्नू महारानी होटल(Hotel Mannu Maharani) नैनीताल के व पूरे कुमाऊँ के सबसे शानदार होटल्स में से एक है। यह एक 4 सितारा होटल है। कुमाऊँ का सबसे महंगा होटल होने के कारण ये कुछ महंगा जरूर है पर यह होटल आपको ऐश ओ आराम के सारे विकल्प प्रदान करता है।

यह होटल मॉल रोड(Mall Road) के बहुत पास होने के कारण आप पैदल भी होटल तक पहुंच सकते है। आप होटल से पूरे नैनीताल(Nainital) की खूबसूरती को करीब से देख सकते है।

Shervani Hill Top: शेरवानी हिल टॉप

शेरवानी हिल टॉप होटल(Hotel Shervani Hill Top) नैनीताल के सबसे प्रमुख व खूबसूरत होटल्स में से एक है। वही इस होटल की गिनती नैनीताल के सबसे लक्ज़री होटल्स में से एक में होती है। यह एक 4 सितारा होटल है जो मॉल रोड(Mall Road) से 2 किमी की दूरी पर स्थित है।

इस होटल की बालकनी से आप पूरे नैनीताल का मनमोहक दृश्य देख सकते है। आपको इस होटल में प्रीमियम, सुपीरियर व सुईट रूम उपलब्ध हो जायेंगे जिनका एक रात लगभग 6,000 हज़ार से शुरू होकर 10,000 रुपए तक का होता है।

Alka “The Lake Side” Hotel: अलका लेक साइड होटल

अलका लेक साइड होटल नैनीताल के प्रमुख होटल्स में से एक है जो मॉल रोड पर स्थित है। मॉल रोड पर स्थित होने के कारण ये अपने आप में अलग स्थान रखता है जहा आप आसानी से तल्लीताल, मल्लीताल व आस पास के पर्यटक स्थलों पर पैदल ही घूमने जा सकते है।

इस होटल के प्रत्येक कमरे की बालकनी से आप खूबसूरत नैनी झील व नैनीताल का नजारा देख सकते है। वही होटल आपको मुफ्त Wi-Fi, रेस्टॉरेंट और लौंडरी की सुविधा प्रदान करता है। होटल में लगभग 44 कमरे है जिनका किराया प्रति रात्रि 3400 रुपए से शुरू होकर 10,000 तक है।

Classic “The Mall”: क्लासिक "द मॉल":

क्लासिक द मॉल(Hotel Classic The Mall) नैनीताल के प्रमुख होटल्स में से एक है जो मॉल रोड(Mall Road) में स्थित है तथा यह एक 3 सितारा होटल है। इस होटल में आपको डीलक्स और क्लासिक सुईट जैसे रूम उपलब्ध हो जायेंगे जिनका प्रति रात्रि किराया 5,500 से लेकर 8,500 रुपए तक है।

यह होटल आपको मुफ्त Wi-Fi, लौंडरी व मुफ्त नाश्ते जैसी सुविधाएं प्रदान करता है। यह होटल नैनी झील(Naini Lake) के बिलकुल सामने स्थित है। शाम के समय आप होटल की बालकनी से नैनी झील का खूबसूरत नजारा देख सकते है।

Arif Kasles Hotel: आरिफ कासल्स

आरिफ कासल्स होटल नैनीताल के खूबसूरत होटलस में से एक है जो चारो और से चीड़ व देवदार के घने वृक्षों से ढका हुआ है। यहाँ रहकर आप प्राकर्तिक सुंदरता का आनंद ले सकते है।

ये खूबसूरत होटल समुद्र तल से 6,500 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित है। इतनी ऊंचाई पर होने के कारण आप नैनीताल की खूबसूरती को करीब से देख सकते है वही होटल में रहकर आपको राजाओ जैसा रहने का अनुभव भी प्राप्त होता है।

होटल नैनीताल मुख्य शहर से २ किमी की दूरी पर स्थित है। वही होटल आपको फ्री Wi-Fi के अलावा लौंडरी, कैंप फायर, आयुर्वेद सेंटर व बच्चो के लिए आउटडोर व इंडोर गेम्स सुविधा भी प्रदान करता है।

8 Best Tourist Places near Nainital

नैनीताल के पास घूमने के 8 प्रमुख पर्यटक स्थल

नैनीताल पर्यटन के क्षेत्र में देश दुनिया में प्रसिद्ध है। नैनीताल के पास भी कई ऐसे पर्यटक स्थल है जो खूबसूरती में किसी से कम नहीं है। यहाँ कई ऐसे पर्यटक स्थल है जहाँ हर साल लाखो लोग स्वयं या अपने परिवार के साथ घूमने आते है। इन्ही पर्यटक स्थलों में से भवाली(Bhowali), रानीखेत(Ranikhet), सातताल(Sattal), भीमताल(Bhimtal), कौसानी(Kausani), नौकुचियाताल(Nauchuchiyatal), खुर्पाताल(Khurpatal), रामगढ(Ramgarh), मुक्तेश्वर(Mukteshwar) तथा पिथौरागढ़(Pithoragarh) है जो खूबसूरती में किसी दूसरी अन्य जगहों से कम नहीं है।

आइये विस्तार से जानते है इन पर्यटक स्थलों व यहाँ की खूबसूरती के बारे में-

Ranikhet

रानीखेत

रानीखेत(Ranikhet) कुमाऊँ क्षेत्र का एक प्रमुख पर्यटक स्थल है जो खूबसूरती में किसी अन्य जगह से कम नहीं है। रानीखेत, नैनीताल से लगभग 56 किमी(Nainital to Ranikhet Distance) की दूरी स्थित है। नैनीताल(Nainital) भर्मण को आने वाले पर्यटक यहाँ की सुंदरता और शांत वातावरण को देखने रानीखेत जा सकते है।

रानीखेत अपनी खूबसूरती, दूर-दूर तक फैली हुई घाटियों, चीड़ व देवदार के वृक्षों से ढके हुए जंगलो तथा प्राकर्तिक सुन्दरता के कारण भारत से लेकर विदेशो तक में प्रसिद्ध है। रानीखेत को "पहाड़ो की रानी"(Pahado ki Rani) के नाम से भी जाना जाता है।

रानीखेत भर्मण के दौरान आप यहाँ होने वाले साहसिक खेलो जैसे पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग, गोल्फिंग तथा फिशिंग का भी हिस्सा बन सकते है। रानीखेत में कई अन्य ऐसे खूबसूरत पर्यटक स्थल है जहाँ आप रानीखेत यात्रा के दौरान जा सकते है। रानीखेत के प्रमुख पर्यटक स्थलों(Tourist Places in Ranikhet) में गोल्फ कोर्स(Golf Course), कुमांऊँ रेजिमेंटल सेंटर(Kumaon Regimental Centre), बिन्सर महादेव मन्दिर(Binsar Mahadev Temple), मनकामेश्वर मंदिर(Mankameshwar Temple), मचखाली(Machkhali), ताड़ीखेत(Tadikhet) तथा चौबटिया(Chaubatiya) है जहाँ आप घूमने हेतु जा सकते है।

Bhowali

भवाली

भवाली नैनीताल का एक प्रमुख पर्यटक स्थल है जो नैनीताल से लगभग 12 किमी की दूरी (Distance between Bhowali to Nainital) पर स्थित है। भोवाली एक शांत व खुली हुई जगह होने के कारण पर्यटकों के बीच काफी प्रसिद्ध है। वही यहाँ की जलवायु भी रोगियों के लिए काफी उपयोगी मानी जाती है। टी० वी० जैसी बीमारियों का इलाज करने लोग दूर-दूर से भवाली पहुंचते है।

यहाँ मौजूद चीड़ के वृक्षों की हवा टीबी के मरीजों के लिए उत्तम बताई जाती है। कहा जाता है की कमला नेहरू का इलाज भी इसी अस्पताल मे हुआ था। वही यहाँ एक प्राचीन T.B सैनिटोरियम(T.B Senetorium) है। इसी सैनिटोरियम में मरीजों का इलाज किया जाता था जिसकी स्थापना सन 1922 के दौरान हुई थी।

भवाली की ऊंचाई समुद्र तल से 1,680 मीटर(Height of Bhowali) है जहाँ बहुत अधिक मात्रा में बुराँस के पेड़ पाये जाते है जो मनुष्य के सेहत के लिए भी काफी उपयोगी होते है। वही यहाँ एक फलो की मंडी भी है जहाँ आपको खुमानी, आड़ू, स्ट्रॉबेरी, सेब तथा आलूबुखारा देखने को मिल जायेगा।

भवाली यात्रा के दौरान आप यहाँ के खूबसूरत स्थलों को भी देख सकते है जिनमे से मुख्य रूप से अरबिंदो आश्रम(Arbindo Ashram), श्याम खेत चाय बागान(Shyam Khet Tea Estate), घोड़ाखाल मंदिर(Ghodakhal Temple), फोक कल्चरल संग्रहालय(Folk Cultural Museum), गोलू देवता मंदिर(Golgyu Devta Temple), सतताल(Sattal) तथा भीमताल(Bheemtal) प्रमुख है।

Kausani

कौसानी

कौसानी नैनीताल से लगभग 115 किमी की दूरी(Distance between Kausani to Nainital) पर स्थित है। नैनीताल से कौसानी जाने के लिए कोई सीधी बस सेवा उपलब्ध नहीं है। आप अल्मोड़ा होते हुए कौसानी पहुंच सकते है।

कौसानी उत्तराखंड के जिला बागेश्वर का एक प्रमुख पर्यटक स्थल है जो समुद्र तल से 6,075 फ़ीट की ऊंचाई(Height of Kausani from Sea Level) पर स्थित है अपनी खूबसूरती व शांत वातावरण के कारण इसे भारत का स्विट्ज़रलैंड(Switzerland of India) भी कहा जाता है।

कौसानी पिंगनाथ(Pingnath) की चोटी पर बसा एक छोटा सा गांव है जो कोसी नदी और गोमती नदी के बीचो - बीच बसा हुआ है। कौसानी गांव अपनी खूबसूरती, शान्त आबोहवा व् यहाँ से दिखने वाले बर्फ से ढके पहाड़ो के कारण पर्यटकों के बीच एक विशेष स्थान रखता है। यहाँ से आप हिमालय की नंदा देवी पर्वत चोटी (Nanda Devi Peak), नंदाकोट (NandaKot) व त्रिशूल पर्वत चोटी(Trishul Peak) के साथ ही सोमेश्वर(Someshwar), गरुड़(Garud), तथा बैजनाथ(Baijnath) की मनमोहक घाटियों का द्रस्य भी देख सकते है।

वही यहाँ से आपको हिमालय पर्वत का लगभग 350 किमी का बर्फ से ढका क्षेत्र भी देखने को मिलता है जो इस जगह की खूबसूरती को और अधिक बढ़ा देता है।

कौसानी विद्वान् व हिंदी जगत महान कवि सुमित्रानंदन पंत(Sumitranandan Pant) की जन्भूमि भी है। वही दूसरी और देश के राष्ट्रपिता(Father of Nation) कहे जाने वाले महात्मा गाँधी(Mahatma Gandhi) भी कुमाऊँ प्रवास के दौरान कई दिन तक कौसानी में रुके थे। वो जिस आश्रम में यहाँ रुके थे वो आश्रम आज भी अनाशक्ति आश्रम(Anashakti Ashram) के नाम से आज भी वहाँ पर स्थित है जो अब एक शोध केंद्र के रूप में विकसित हो गया है।

कौसानी वहाँ होने वाले साहसिक खेलो के लिए के लिए भी पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। यहाँ पर पर्यटक रॉक क्लाइम्बिंग(Rock Climbing), ट्रैकिंग(Trekking) का आनंद ले सकते है। यहाँ के ट्रैकिंग स्थल सुन्दरढूंगा ग्लेशियर(Sunder dhunga Glacier), पिंडारी ग्लेशियर(Pindari Glacier) और मिलम ग्लेशियर(Milam Glacier) देश के सबसे अच्छे ट्रैकिंग रूट्स में से जाने जाते है।

कौसानी में कई ऐसे पर्यटक क्षेत्र है जहाँ आप कौसानी यात्रा के दौरान जा सकते है। यहाँ मुख्य रूप से चाय के बागान(Tea Estate), रुद्रधारी फॉल्स(Rudradhari Falls) और गुफ़ाएँ, बैजनाथ मंदिर(Baijnath Temple), ग्वालदम(Gwaldam), कौसानी टी एस्टेट(Kausani Tea Estate), सुमित्रानंदन पंत संग्रहालय(Sumitra Nandan Pant Musium) आदि घूमने जा सकते है।

Bhimtal

भीमताल

नैनीताल यात्रा के दौरान आप यहाँ से 20 किमी की दूरी पर स्थित भीमताल(Distance between Bhimtal to Nainital) भी घूमने हेतु जा सकते है जो एक शानदार पर्यटक स्थल है। यहाँ एक खूबसूरत झील है जो चारो और से विशाल पहाड़ो से घिरी हुई है जिसे भीमताल झील(Bhimtal Lake) के नाम से जाना जाता है।

मान्यता के अनुसार भीम ने गड्ढा खोदकर इस झील की स्थापना की थी। इस झील के चारो और पहाड़ी पीपल के वृक्ष लगे हुए है। भीमताल झील त्रिभुजाकार झील हैं जिसकी कुल लम्बाई 1,674 मीटर चौड़ाई 447 मीटर तथा गहराई 15 मीटर 50 मीटर तक है।

यह झील समुद्र तल से 1,200 मीटर की ऊंचाई(Height of Bhimtal Lake) पर स्थित है। वही इसके बीचो-बीच एक टापू बना हुआ है जो देखने में काफी आकर्षक नजर आता है। इस टापू पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एक विशाल एक्वारियम का निर्माण कराया गया है जहाँ पर आपको अलग अलग किस्म की मछलिया देखने को मिल जाएँगी।

यह टापू दूर से देखने पर एक बड़ी नाव की तरह दिखाई पड़ता है। इस टापू पर आप नाव की सहायता से पहुंच सकते है। वही झील में आप नौकायन का भी आनंद ले सकते है। इस ताल का पानी साफ होने के कारण नीला दिखाई देता है।

यह झील प्रकर्ति प्रेमियों व वन्य जीव प्रेमियों के लिए भी विशेष स्थान रखती है। इस झील में आपको ब्लैक ईगल(Black Eagle), बुलबुल(Bulbul), वॉल कीपर बर्ड्स(Wall Keeper Woods), एम्ब्रेल्ड डव(Embreld Dove), चाइना(China), मैक्सिको और साउथ अफ्रीकन मछलियाँ(Mexican & South African Fish) तथा कई अन्य किस्म की मछलियाँ व पक्षी भी देखने की मिल जायेंगे जिनकी खूबसूरती फोटोग्राफर अपने कमरे या मोबाइल में कैद कर सकते है।

झील के किनारे पर ही पंडित गोविन्द बल्लभ पंत (Pd. Govind Ballabh Pant) की एक मूर्ति भी बनाई गयी है वही एक और भीमेश्वर मंदिर (Bhimeshawar Temple) बना हुआ है।

भीमताल यात्रा के दौरान आप यहाँ स्थित भीमेश्वर मंदिर(Bhimeshawar Temple), विक्टोरिया बांध(Victoria Bandh), कारकोटक मंदिर(Karkotak Temple) ही घूमने हेतु जा सकते है।

Naukuchia Taal

नौकुचियाताल

नैनीताल(Nainital) यात्रा के दौरान आप एक और खूबसूरत पर्यटक स्थल नौकुचियाताल (Naukuchiatal) भी भर्मण को जा सकते है। यह एक छोटा सा गांव है जो नैनीताल से लगभग 27 की दूरी (Distance between Nainital to Naukuchiatal) पर स्थित है। यहाँ स्थित नौकुचिया झील एक शानदार व चारो और प्राकर्तिक खूबसूरती से भरी हुई है जिसके टेढ़े-मेढ़े नो कोने है। इसी कारण इस झील का नाम नौकुचियाताल पड़ा। मान्यता के अनुसार यदि कोई व्यक्ति एक साथ इसके नो कोनो को देख ले तो उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।

इस झील का गहरा नीला पानी भी यहाँ आने वाले पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है। झील के भीतर कमल के पुष्प भी लगे हुए है जो देखने में अधभुद दिखाई पड़ते है। झील में आप स्वीमिंग(Swimming), बोटिंग(Boating) व फिशिंग(Fishing) का आनंद भी ले सकते है।

प्रकर्ति प्रेमियो व वन्य जीव प्रेमियों के लिए भी ये एक शानदार जगह है। यहाँ पर पक्षियों की अनेक प्रकार की प्रजातियां पाई जाती है। इसके अलावा ये जगह एडवेंचर को पसंद करने वालो के लिए भी एक आदर्श स्थान है। यहाँ वे माउंटेन बाइकिंग(Mountain Biking), क्याकिंग(Kayaking), लेक क्रासिंग(Lake Crossing) का आनंद ले सकते है।

यहाँ आस पास यात्रियों के रुकने के लिए भी पर्याप्त स्थान है। यहाँ आपको हर बजट में मौजूद होटल, रिसोर्ट, होम स्टे भी मिल जायेंगे जहाँ आप शांति में कुछ दिन गुजार सकते है।

Sattal

सातताल

नैनीताल के पास मौजूद खूबसूरत पर्यटक स्थलों में से एक और खूबसूरत स्थान है सातताल जहाँ हर साल हजारो पर्यटक शांति की तलाश में आते है। यह झील नैनीताल से 23 किमी की दूरी(Distance between Sattal to Nainital) पर स्थित है जो सात छोटे - छोटे तालो का समूह है। इसी कारण इसे सत्ताल के नाम से जाना जाता है। अब यहाँ पर सात में से 2 ताल पूरी तरह से सूख चुके है तथा अब केवल 5 तालो का ही अस्तित्व बाकी है।

सत्ताल की लम्बाई (Length of Sattal)990 मीटर, चौड़ाई 315 मीटर तथा गहराई 150 मीटर बताई जाती है। पर्यटक विभाग द्वारा इस स्थान को सैलानी क्षेत्र घोषित किया जा चुका है। इस ताल के पास सुन्दर फूलो के साथ लताएँ लगाई गयी है। वही इसमें पुलों का निर्माण भी किया हुआ है जिस कारण यह स्थान अत्यधिक खूबसूरत दिखाई पड़ता है।

इस जगह पर आपको कई किस्म के पक्षी और मछलियों भी देखने को मिल जाएँगी। यहाँ पर मछलिया पकड़ने पर पाबन्दी लगी हुई है जिस कारण यहाँ पर कई बड़ी बड़ी मछलियाँ पाई जाती है। फोटोग्राफर्स के लिए ये जगह फोटो लेने के हिसाब से सर्वोत्तम मानी जाती है।

ये ताल अलग-अलग नाम से बने हुए है जिनमे राम(Ram Tal), लक्ष्मण(Lakshman Tal), सीता(Seeta Tal), गरुण(Garun Tal), सूखा(Sukha Tal), पूर्ण(Purna Tal) तथा नल दमयंती ताल(Nal Damyanti Tal) के नाम से जाना जाता है।

इन तालो के पास ही पर्यटकों के रुकने की पर्याप्त व्यवस्था है। यहाँ पर हर बजट में आपको होटल तथा गेस्ट हाउस उपलब्ध हो जायेंगे। वही यहाँ पर कुमाऊँ विकास मंडल का भी अपना गेस्ट हॉउस बना है जिस में पर्यटक रात्रि विश्राम हेतु रुक सकते है।

Khurpatal

खुर्पाताल

खुर्पाताल नैनीताल में स्थित एक और खूबसूरत पर्यटक स्थल है जिसकी दूरी नैनीताल से लगभग 11 किमी(Distance between Nainital to Khurpatal) है। इस ताल की ऊंचाई समुद्र तल से 1635 मीटर(Height of Khurpa Tal from Sea Level) है। खुरपाताल झील खुर्पाताल नाम के गांव में स्थित है जो यहाँ के सीढ़ीदार खेतो व खुरपाताल नाम(Khurpa Tal lake) की झील के कारण प्रसिद्ध है।

झील का आकार खुरपा की तरह होने के कारण इस झील का नाम खुरपा ताल पड़ा। वही कुछ लोगो के अनुसार 19 वी शताब्दी के समय पर यहाँ पर लोहे के औजारों को बनाने का कार्य होता था शायद इस कारण भी इस झील का नाम खुर्पाताल पड़ा हो। इसकी यह नाम पड़ने की अब तक कोई स्पष्ट वजह पता नहीं लग पाई है। अब ये स्थान वहाँ पाई जाने वाली हरी सब्जियों के लिए प्रसिद्ध है।

यह झील चारो और से पहाड़ो से घिरी हुई है जिनके बीच में ये खूबसूरत झील बनी हुई है। इस झील में लगभग 40 प्रकार के शैवाल पाए जाते है। इन शैवालों के बीज बनने पर यह झील अपना रंग बदल लेती है। इस झील का पानी दूर से देखने पर हल्का हरा दिखाई देता है।

Ramgarh

रामगढ

नैनीताल यात्रा के दौरान आप एक और दर्शनीय स्थल घूमने जा सकते है जिसका नाम रामगढ है। रामगढ अपने यहाँ की खूबसूरती और यहाँ होने वालो फलो के कारण पूरे उत्तराखंड में प्रसिद्ध है। इस कारण रामगढ को "कुमाऊँ का फ्रूट बाउल(Fruit Bowl of Kumaon)" के नाम से भी जाना जाता है।

रामगढ की ऊंचाई समुद्र तल से 1,518 मीटर(Height of Ramgarh) की है जो दो भागो में बटा हुआ है। इसमें से एक मल्ला अर्थात ऊपरी रामगढ(Upper Ramgarh) तथा दूसरा तल्ला अर्थात निचला रामगढ(Lover Ramgarh) के नाम से जाना जाता है।

रामगढ अपनी खूबसूरती व यहाँ के शांत वातावरण के कारण पर्यटकों के बीच बहुत प्रसिद्ध है। फिर भी अधिक प्रचार न होने के कारण ये स्थल पर्यटकों की नजरो से काफी दूर है। यहाँ पर किस्म-किस्म के फलो का उत्पादन होता है जिसमे आड़ू, सेब, खुबानी, आलूभुखारा, पुलम, आदि प्रमुख है। बर्फ पड़ने के बाद होने वाला ग्रीन स्वीट सेब व अंत में पकने वाला सेब हरा पिछोला बहुत स्वादिष्ट होता है। यहाँ डिलिशियस, फैनी, गोल्डन किंग तथा जोनाथन किस्म के सेबो की पैदावार बहुतायत में होती है जिसका निर्यात विदेशो तक को किया जाता है।

वही वन्य प्रेमियों के लिए भी ये जगह किसी स्वर्ग से काम नहीं है। यहाँ पर अलग-अलग किस्म के पक्षी देखने को मिल जायेंगे जिन्हे फोटो के शौक़ीन व्यक्ति अपने कमरे में कैद कर सकते है।

रामगढ में प्रसिद्ध कवि रविंद्र नाथ टैगोर(Ravindra Nath Tagore) ने भी अपने आश्रम की स्थापना की है। वही पंडित जवाहर नेहरू को भी ये स्थान काफी प्रिय था। यहाँ से दिखने वाला हिमालय पर्यटकों को मन्त्रमुघ्द कर देता है।

General FAQ’s About Nainital

नैनीताल के बारे में पूछे जाने वाले सामान्य प्रश्न

Qus-1 Where can you find the best hotels in Nainital?

Q-1 नैनीताल में रहने के लिए अच्छे होटल कौन से है।

Ans- नैनीताल में रहने हेतु सभी बजट में होटल आसानी से उपलब्ध हो जाते है। यहाँ के प्रमुख होटल्स में –

• The Naini Retreat

• Shervani Hilltop

• The Manu Maharani Hotel, Nainital

• V Resorts Sattal

• Aamari Resorts

And for some budget options:-

• Bhawanipur Greens

• Vikram Vintage Inn

• The Pavilion

• Hotel Himalaya

इन सब के अतिरिक्त भी नैनीताल में और भी कई बजट होटल है जहाँ आपको रहने हेतु आसानी से कमरे उपलब्ध हो जाते है।

Qus-2 Which is the best month to visit Nainital?

Q-2 नैनीताल घूमने हेतु कौन सा से महीने उत्तम है।

Ans- वैसे तो आप नैनीताल किसी भी मौसम में जा सकते है फिर भी नैनीताल जाने का सर्वश्रेस्त्र समय मार्च से जून तथा सितम्बर और अक्टूबर का रहता है। इस समय पर पूरा नैनीताल पर्यटकों से भरा रहता है। मार्च से जून के महीनो में आप यहाँ से चारो और की खूबसूरती का आनंद ले सकते है। वही अक्टूबर से फ़रबरी के दौरान यहाँ बहुत अधिक ठण्ड पड़ती है तथा आपको अपने साथ गर्म कपडे ले जाने की सलाह दी जाती है।

यह समय नई शादियों के जोड़ो के हनीमून व बर्फ में खेलने का आनंद लेने वालो के लिए उत्तम माने जाते है। वही मानसून अर्थात जुलाई से सितम्बर माह में यहाँ बारिश का मौसम चरम पर रहता है जिस कारण यहाँ भूस्खलन की घटनाएँ होती रहती है इस दौरान आपको संभलकर जाने की सलाह दी जाती है।

Qus-3 Is it dangerous to visit Nainital during monsoons?

Q-3 क्या मानसून सीजन में नैनीताल जाना सुरक्षित है।

उत्तर- नैनीताल आप साल में किसी भी महीने घूमने जा सकते है। यहाँ का मौसम साल भर ही खुशनुमा बना ही रहता है। फिर भी मानसून सीजन में नैनीताल जाने से बचना चाहिए। यहाँ का मौसम हर पल बदलता रहता है तथा पर्वतीय क्षेत्र होने के कारण बारिश के समय यहाँ अत्यधिक मात्रा में पहाड़ो के खिसकने व भूस्खलन की घटनाये होती रहती है। इस कारण नैनीताल में मानसून के समय पर नैनीताल जाने से बचना चाहिए। यहाँ मानसून सीजन मुख्यतः जून से होकर सितम्बर अंत तक का रहता है।

Qus-4 What are the ways, one can reach Nainital from Kathgodam?

Q- 4 काठगोदाम से नैनीताल कैसे पहुंचा जाया जा सकता है।

Ans- काठगोदाम से नैनीताल जाने के लिए दो रास्ते है जिनका प्रयोग आप नैनीताल पहुंचने हेतु कर सकते है। पहला रास्ता काठगोदाम से ज्योलिकोट होता हुआ जाता है जिसकी कुल दुरी 35 किमी पड़ती है।

वही दूसरा रास्ता भीमताल, नौकुचियाताल, चांफी होते हुए जाता है जो पहले रास्ते से थोड़ा अधिक दुरी पर पड़ता है। यह पूरा मार्ग लगभग 40 किमी है। इस मार्ग पर आप खूबसूरत द्रश्यो को देख सकते है।

Qus-5 Is nainital snowy around June?

Q- 5 क्या नैनीताल में जून में बर्फ देख सकते है।

Ans- कुछ साल पहले तक नैनीताल में गर्मियों में भी बर्फवारी हुआ करती थी परन्तु कुछ समय से मौसम में परिवर्तन व ग्लोबल वार्मिंग के कारण यहाँ बर्फ पड़नी बंद हो गयी है। फिर भी नैनीताल के उच्च क्षेत्र जैसे चाइना पीक, किलबरी, टिफ़िन टॉप, अयारपाटा तथा स्नो व्यू पॉइंट में अभी भी गर्मियों के दौरान बर्फवारी होती है जो लम्बे समय तक दिखाई देती है।

Q-6 What are the best things to do in Nainital?

Q- नैनीताल घूमने के दौरान आप वह क्या-क्या कर सकते है।

Ans- नैनीताल में कई चीजे है जो आप नैनीताल यात्रा के दौरान कर सकते है। नैनीताल यात्रा के दौरान आप नैनीताल में नैना देवी के मंदिर के दर्शन के साथ चाइना पीक, किलबरी, स्नो व्यू पॉइंट, पंगोट आदि स्थलों में घूमने जा सकते है। वही नैनीताल में आप हॉर्स राइडिंग, ट्रैकिंग, पैराग्लिडिंग व खाने में मोमोस व नॉन वेज का भी आनंद ले सकते है।

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