लद्दाख- स्पीति की ये 7 बातें किसी भी यात्री को कभी नहीं भूलनी चाहिए!

Tripoto

जब मैंने पहली बार लद्दाख और स्पीति का सफर किया था, तो मेरी आँखों मेंआंसू थे। मैं हैरान भी थी और शुक्रगुज़ार भी।यहाँ रहकर मन में बस एक ही ख्याल आ रहा था,अगर स्वर्ग है तो यहीं है। हिमाचल की खतरनाक पहाड़ी सड़कों पर यात्रा करने के बाद ये जगह और भी ज़्यादा सुंदर लगती है। भले ही लद्दाख और स्पीति के दिलकश नज़ारों को कोई मुकाबला ना हो, लेकिन यहाँ पहुँचना भी कोई आसान बात नहीं है। आपकी छोटी-सी लापरवाही भी, आपके सुहाने सफर में खटास डाल सकती है। तो लामाओं की इस ज़मीन की खूबसूरत यात्रा करते वक्त किन बातों को ख्याल रखें और अपने इस सफर को मक्खन सा स्मूद बनाएँ, ये जान लीजिए।

1. AMS को गंभीरता से लें

यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वो लद्दाख या स्पीति की ऊँचाई वाली सड़क यात्रा शुरू करने से पहले अपने डॉक्टरों से सलाह लें क्योंकि यह सफर मशक्कत भरा है। मौसम की स्थिती कभी भी खराब हो सकती है, खासकर सर्दियों में। इसलिए बिना परेशानी के इस यात्रा को पूरा करने के लिए बीच-बीच में छोटे ब्रेक लेकर चलें। लगातार लंबे वक्त तक या एक साख लंबी दूरी की यात्रा न करें। इसके अलावा, शरीर में पानी की कमी न होने दें।

यह लद्दाख और स्पीति में सर्दियों के मौसम मे ठंड बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। कयोंकि ये जगह बेहद उँचाई और खड़ी चढ़ाई पर है, इस वजह से AMS यानी ऊँचे पहाड़ों पर होने वाली बिमारी अनुभवी मुसाफिरों को भी परेशान कर देती है। तो इसे हल्के में ना लें।

2. बस का समय

अगर आप सार्वजनिक परिवहन से लद्दाख या स्पीति जा रहे हैं तो पहले से ही लेह / कारगिल / काज़ा / रेकॉन्ग पियो बस स्टैंड पर अपनी बस के समय की पुष्टि कर लें। वहाँ की स्थिती के हिसाब से बसों का वक्त और मौजूदगी अक्सर बदलती रहती है।

Photo of लद्दाख- स्पीति की ये 7 बातें किसी भी यात्री को कभी नहीं भूलनी चाहिए! 1/2 by Bhawna Sati
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3. मठ के नियमों का सम्मान करें

लद्दाख और स्पीति दोनों को जिन कारण से लामाओं की भूमि कहा जाता है वो हैं बौद्ध धर्म की प्रमुखता और भारत के लगभग सभी बड़े मठों का यहाँ होना। यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि मठों के प्रार्थना हॉल के अंदर फोटोग्राफी की अनुमति नहीं है। कृपया मठ के नियमों का पालन करें और किसी भी साधु की तस्वीर लेने से पहले पूछें। मूर्ति के ऊपर कदम ना रखें और पवित्र स्थान का सम्मान करें। एक सामान्य नियम के रूप में, परिसर में शांति बनाए रखें और उस जगह की संस्कृति का सम्मान करें।

4. पेट्रोल की उपलब्धता

लेह, कारगिल, खलत्सी और काज़ा पेट्रोल पंप सर्दियों के महीनों में भी पूरी तरह से काम करते हैं। इसलिए, आप सभी मामलों में पेट्रोल के लिए उन पर बहुत भरोसा कर सकते हैं। लेकिन, यहाँ के मौसम और मुश्किल पठार को देखते हुए, यह ज़रूरी है कि आप एक लंबी सवारी पर निकलने से पोट्रोल और खान पहले से ही अच्छी मात्रा में स्टॉक करके चलें।

5. यात्रा का समय

यहाँ के मौसम और भूगोल को देखते हुए, लद्दाख और स्पीति कई बार पूरी तरह से पहुँच से बाहर हो सकते हैं। जैसे, रोहतांग दर्रा और चंद्रताल सर्दियों में बंद हो जाते हैं, इसलिए जब तक कि बर्फ पिघल न जाए, नवंबर से मई तक मनाली के ज़रिए लद्दाख और काजा के लिए एक सड़क यात्रा नहीं की जा सकती। इसी तरह, मानसून में, रेकॉन्ग पिय से काजा तक पहुँचना मुश्किल हो सकता है क्योंकि रिब्बा, पूह जैसी जगहों पर भूस्खलन और बाढ़ की आशंकाा रहती है। इसलिए यात्रा शुरू करने से पहले अपने रूट और यात्रा के समय को पूरी जानकारी लेकर सुनिश्चित करें।

6. मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी

लेह लद्दाख में बीएसएनएल और एयरटेल पोस्टपेड नंबर ठीक काम करते हैं, दूसरे नेटवर्क को कोई रिसेप्शन नहीं मिलता है। स्पीति, काज़ा, स्पिलो, टैबो, हर्लिंग में बीएसएनएल ठीक काम करता है। बीएसएनएल पोस्टपेड का लद्दाख और स्पीति में कवरेज काफी अच्छा हैऔर रिलायंस जियो ने भी लद्दाख में 2018 से अपना संचालन शुरू कर दिया है।

7. कूड़ा मत फैलाना!

मुझे नफरत है कि मैं इस बात को यात्रा की एक टिप के रूप में लिखने केलिए मजबूर हूँ, क्योंकि ये तो हर यात्री की व्यक्तिगत जिम्मेदारी होनी चाहिए कि वो किसी भी जगह पर गंदगी ना फैलाए और उसकी सुंदरता बनाए रखे। अपनी खुद की बोतलें ले जाना याद रखें, प्लास्टिक के सामान का उपयोग करने से बचें क्योंकि पहाड़ों में प्लास्टिक पहले से ही बड़ी समस्या है और हाँ ,हमेशा कूड़ेदान का उपयोग करें।

क्या आप एक जानकार और जिम्मेदार यात्री हैं? तो अपने टिप्स और अनुभव यहाँ बाँटिए।

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