उत्तराखंड राज्य का स्वर्ग नैनीताल जहां पर सैलानियों की भीड़ लगी रहती है

Tripoto
23rd Aug 2020
Photo of उत्तराखंड राज्य का स्वर्ग नैनीताल जहां पर सैलानियों की भीड़ लगी रहती है by Janki tripathi

हर नए जोड़ें की ख्वाहिश नैनीताल आखिर क्या है। नैनीताल में जाने।                                                     .                                                     ‌‌    नैनीताल धरती का स्वर्ग कहा जाता है। उत्तराखंड राज्य में बेहद खूबसूरत जिला है । नैनीताल झीलों का शहर कहां गया है । यहां पर देश-विदेश हर जगह के पर्यटक पहुंचते हैं एए।और अपनी छुट्टियां बिताना पसंद करते हैं यहां पर   सब कुछ झील पर्वत शांति रोमांच झरने हरियाली आदि सभी चीजें एक साथ देखने को मिलता है ।इसलिए पर्यटक यहां आते हैं और महीनों अपनी छुट्टियां बिताकर जाते है । नैनीताल जाने से पहले वहां होटल जरूर बुक करा ले  क्योंकि पीक सीजन पर यहां पर होटल नहीं मिलते हैं ।सभी होटल पहले से बुक रहते हैं और अगर मिलते भी हैं तो अधिक पैसे देने होते हैं या फिर कमरे अच्छे नहीं मिलते हैं इसलिए होटल पहले से बुक करा कर ही जाना बेहतर होता है नैनीताल अगर आप जाएंगे तो वहां की सुंदरता आप को मंत्रमुग्ध कर देगी वहां पर सुकून और शांति के बेहद खूबसूरत पल बिता सकते हैं।   नैनीताल मैं सैनिक स्कूल भी है।    घोड़ाखाल यहां का प्रसिद्ध सैनिक स्कूल है जहां पढ़ाई के साथ-साथ सैन्य प्रशिक्षण भी दिया जाता है।                                                                   ‌ नैनीताल के दर्शनीय स्थल- ‌‌ नैना देवी मंदिर नैनीताल में नैना देवी मंदिर प्रसिद्ध है। नैना देवी मंदिर विशाल प्रांगण में बना हुआ है यहां पर लोग जाकर माता जी की पूजा अर्चना करते हैं। मंदिर के अंदर ही तिब्बतियन मार्केट बना हुआ है यहां पर अनेक दुकाने मिल जाएंगी।
जहां सस्ते दामों पर कई तरह के खिलौने  ,कपड़े ,   ज्वेलरी आदि तमाम गिफ्ट आइटम मिल जा ता है।                                          ‌‌                                                                                      नैनी झील-   यहां की नैनी झील के नाम पर ही नैनीताल नाम पड़ा। नीली झील के चारों तरफ से नैनीताल की पहाड़ियों कि सुंदर परछाई उस झील रूपी दर्पण में दिखाई देती हैं हरे हरे पेड़ पौधे बहुत सुंदर लगते हैं झील मऐ में लोग राफ्टिंग करते हैं यहां पर टिकट के 200 रुपए प्रति व्यक्ति देने होते हैं।झील शहर के बीचो बीच में बनी हुई है ‍। शाम के समय झील के किनारे किनारे फुटपाथ बने हुए हैं जहां लोग टहलते हुए झील की सुंदरता का अवलोकन करते है। अगर राफ्टिंग ना भी करे तो भी टहलते हुए झील के किनारे किनारे आनंद लिया जा सकता है।                                                        ‌ यहां का मॉल रोड प्रसिद्ध है चांदनी चौक पर स्वादिष्ट व्यंजनों की तमाम रेस्तरां बने हुए हैं जहां पर लोग साउथ इंडियन  , चाइनीज़,     उत्तर भारतीय व्यंजन सबका स्वाद  चखनेको मिल जाएगा। मॉल रोड पर तमाम तरह की दुकान  मिल जाएगी   जहां आप भरपूर खरीदारी कर सकते हैं   । यहां पर शाम का मौसम घूमने के लिए बहुत सुहाना लगता है । जब शाम को लाइट जलती है तो मॉल रोड रोशनी में जगमगा उठता है।          ‌                                                          ‌ लोकल साइट सीन में यहां काचिड़ियाघर है ।ऊंचाई पर बना खूबसूरत उद्यान तथा पशु पक्षियों के लिए बना बहुत खूबसूरत चिड़ियाघर है यहां पर टिकट लेकर आराम से घूम सकते हैं। चिड़िया घर जाने के लिए नीचे से ही सरकारी गाड़ियां लगी रहती हैं जो ऊपर तक पहुंचाते हैं।   ‌                            ‌‌       लवर प्वाइंट, स्नो व्यू,    सातताल इसमें नऔ कूचीआ   ताल, भीमताल आदि प्रमुख। नैनीताल से 50 किलोमीटर दूर मुक्तेश्वर धाम यहां का खूबसूरत मंदिर बना हुआ है जहां शिव जी का मंदिर बना हुआ है यहां से सन सेट  का दृश्यदिखाई देता है। रास्ते में चाय के बागान सेब के बागान आदि के खूबसूरत दृश्य दिखाएं पढ़ते हैं। रास्ते में गोलू बाबा का मंदिर भी प्रसिद्ध स्थल है यहां पर शादीशुदा जोड़े मन्नत का धागा बांधते हैं और लंबी उम्र की प्रार्थना करते हैं। 

       ‌ नैनीताल में कई अच्छे अच्छे स्कूल में हैं जहां बॉलीवुड की हीरो हीरोइन पढ़े हुए हैं सेंट मैरी कॉलेज स्कूल ऐसा ही है।    ‌।   नैनीताल का मौसम एक समान नहीं रहता है कभी मौसम बादलों से ढक जाता है और खूब बारिश होती है और कुछ ही पल में मौसम साफ हो जाता है और धूप हो जाती है यहां पर लोग छाता अवश्य साथ में रखते हैं। ‌‌।      ‌।                                                                 । नैनीताल में गर्मियों में पीक सीजन होता है यहां पर बहुत भीड़ होती है मार्च से लेकर जून तक यहां बहुत सारे पर्यटक आते हैं और अक्टूबर में यहां आप सीजन होता है उस समय सस्ते रेंट पर होटल मिल जाते हैं इसलिए ज्यादातर लोग अक्टूबर में जाना पसंद करते हैं।         ‌                  ‌                                                       Janki Tripathi.

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