हम सब अक्सर उन जगहों पर जाते हैं जिनके बारे में ज्यादा सुना हो। इसी रेस में हर दूसरा व्यक्ति उत्तराखंड और हिमाचल पहुंच जाता है। दक्षिण भारत को नापने वाले कुछ लोग हैं लेकिन उनकी संख्या बहुत कम है। साउथ इंडिया घूमने वाले तो फिर भी इस्टर्न इंडिया का रूख बहुत कम लोग करते हैं।
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पूर्वी भारत के राज्यों की ज्यादातर जगहें अभी अनछुई ही हैं। यहाँ अब भी आपको पुरानेपन के साथ अपनापन मिल जाएगा। पूर्वी भारत में भारत के सबसे समृद्ध और खूबसूरत राज्य है। ऐसा ही एक राज्य है, उड़ीसा। उड़ीसा अपनी विविधता, रिच कल्चर और खूबसूरती के लिए जाना जाता है।
उड़ीसा में हर साल टूरिस्ट जगन्नाथ पुरी मंदिर देखने के लिए आते हैं लेकिन उड़ीसा में पुरी के अलावा भी बहुत सारी जगहें हैं। ये जगहें अब तक लोगों की नजरों से दूर हैं। अगर आप आपने आपको वाकई घुमक्कड़ मानते हैं तो आपको उड़ीसा घूमने की प्लानिंग बनानी चाहिए। अगर उड़ीसा की जगहों के बारे में कन्फ्यूजड हैं तो उनके बारे में हम आपको बताते हैं। हमने उड़ीसा की कुछ जगहों की लिस्ट बनाई हैं जिनको देखे बिना उड़ीसा की घुमक्कड़ी पूरी नहीं हो सकती है। उड़ीसा की इन जगहों पर आपको घूमने जरूर जाना चाहिए।
1- चन्द्रागिरी
चन्द्रागिरी उड़ीसी की छोटी और अनछुई जगह है। खूबसूरत पहाड़ और हरियाली से भरी ये जगह उड़ीसा के मिनी तिब्बत के नाम से जाना जाता है। यहाँ पर 200 से ज्सादा तिब्बती रहते हैं। यहाँ पर एक खूबसूरत मोनेस्टी है जहाँ पर आप बौद्ध धर्म की प्रार्थना और बाकी चीजें देख सकते हैं। इसके अलावा यहाँ बौद्ध धर्म का पद्मसंभव स्टैच्यू और जीरंग स्तूप भी है। चन्द्रागिरी एक छोटा-सा गाँव है जो लोबारसिंग ग्राम पंचायत में आता है। इस गाँव को देखकर आपका यहाँ से वापस जाने का मन नहीं करेगा। अगर आप उड़ीसा में किसी जगह पर शांति और सुकून वाली जगह की खोज में हैं चन्द्रागिरी आपके लिए परफेक्ट जगह है।
दूरीः भुवनेश्वर से 254 किमी.।
2- पीर जहानिया बीच
समुद्र के किनारे दुनिया के सबसे खूबसूरत नजारे होते हैं। जहाँ समुद्र की लहरें शोर करती है और हम शांत रहते हैं। अगर आपको भी समुद्र के बीच पसंद हैं तो उड़ीसा आपके लिए अच्छी जगह है। उड़ीसा का पीर जहानिया बीच बेहद खूबसूरत और अनएक्सप्लोर है। उड़ीसा के इस बीच के बारे में बहुत कम लोगों को पता है। इस वजह से आपको यहाँ शांति और सुकून मिलेगा। शहर की बिजी लाइफ से दूर आप यहाँ पर कुछ पल फुरसत से बिता सकते हैं। आप इस बीच से सनसेट देख सकते हैं और रेत पर चल सकते हैं।
दूरीः भुवनेश्वर से 70 किमी.।
3- बरेहपानी वाटरफॉल
उड़ीसा में सिर्फ समुद्र ही नहीं पहाड़ भी हैं और इन पहाड़ों से निकलते खूबसूरत झरने भी हैं। ऐसा ही एक खूबसूरत वाटरफॉल है, बरेहपानी। बरेहपानी वाटरफॉल दो धाराओं वाला वाटरफॉल है। ये झरना उड़ीसा के मयूरभंज जिले सिमलीपल नेशनल पार्क में है। बरेहपानी वाटरफॉल उड़ीसा के सबसे ऊँचे झरनों में से एक है। 1200 फीट की ऊँचाई से गिरते हुए झरने को आप देखेंगे तो आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। इस जगह को देखने के बाद आप उड़ीसा की खूबसूरती को अनुभव कर पाएंगे।
दूरीः भुवनेश्वर से 276 किमी.।
4- देबरीगढ़
अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं तो आपको उड़ीसा की देबरीगढ़ सैंक्चुरी को जरूर देखना चाहिए। घने जंगलों और खूबसूरती से भरी सैंक्चुरी आपको जरूर पसंद आएगी। इन्हीं जंगलों में फ्रीडम फाइटर सुरेन्द्र साईं ने अंग्रेजों से लोहा लिया था। ये जगह हीराकुंड से भी बहुत पास में है। प्रकृति की खूबसूरती के बीच खुद का होना एक अलग एहसास है जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। वैसा ही एहसास आपको उड़ीसा की इस सैंक्चुरी में आकर होगा। यहाँ आपको कई प्रकार के फूल और पेड़ मिलेंगे जिनको आपने कहीं नहीं देख होगा। उड़ीस आएं तो इस जगह पर आना न भूलें।
दूरीः भुवनेश्वर से 308 किमी.।
5- तेन्सा हिल
तेन्सा उड़ीसा की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। तेन्सा उड़ीसा का एक हिल स्टेशन है। ये हिल स्टेशन चारों तरफ से हरे-भरे पहाड़ और हरियाली से घिरा हुआ है। ये हिल स्टेशन राउरकेला से 110 किमी. की दूरी पर है। समुद्र तल से 3,500 मीटर की ऊँचाई पर स्थित इस जगह से आप उड़ीसा के सबसे खूबसूरत नजारों को देख पाएंगे। जब आप तेन्सा हिल की सबसे ऊँची पहाड़ी से दूर तलक देखेंगे तो आपको सिर्फ सुंदरता की नजर आएगी। इसी सुंदरता और नजारों की खोज में घुमक्कड़ जगह-जगह आवारा हुआ फिरता है।
दूरीः भुवनेश्वर से 293 किमी.।
6- रूशिकुल्य बीच
उड़ीसा समुद्र तटों का घर है। यहाँ पर चांदीपुर जैसा फेमस बीच भी है और रूशिकुल्य जैसा अनछुआ समुद्र तट भी है। रूशिकुल्य बीच कछुओं का घर कहा जाता है। कहा जाता है कि इस बीच पर एक लाख से ज्यादा कछुआ रहते हैं। आपको इस बीच वर सुकून और शांति तो मिलेगी ही, इसके अलावा किस्मत अच्छी रही तो कछओं को भी देख सकते हैं। रूशिकुल्य बीच भुवनेश्वर और कटक के नेशनल हाईवे 16 पर है। अगर आपको बीच पसंद हैं वो भी अनजान और अनसुने तो आपको रूशिकुल्य बीच की सैर कर लेनी चाहिए।
दूरीः भुवनेश्वर से 170 किमी.
7- सटकोसिया
अगर आपको एडवेंचर और प्रकृति के बीच होना पसंद है तो आपको उड़ीसा के सटकोसिया जरूर जाना चाहिए। सटकोसिया जॉर्ज सैंक्चुरी हर घुमक्कड़ की बकेट लिस्ट में होनी चाहिए। खूबसूरत पहाड़ और घने जंगल से घिरी इस सैंक्चुरी में आप ट्रेकिंग भी कर सकते हैं। इसके अलावा यहाँ से बहती महानदी के किनारे कुछ देर बैठक नेचर को फील करने की कोशिश की जा सकती है। आपको यहाँ की शांति और सिर्फ प्रकृति की आवाज से समझ आ जाएगा कि आप एक सैंक्चुरी में हैं। उड़ीया जाएं तो सटकोसिया जाना न भूलें।
दूरीः भुवनेश्वर से 180 किमी.
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