फ़रवरी की शुरुआत हो चुकी है और मौसम भी सुहाना हो गया है। ये ऐसे महीने हैं जो विदेश यात्रा के लिए सबसे बढ़िया है।
"कौनसे विदेश की यात्रा ? मैं तो कभी विदेश घूमा ही नहीं। "
अगर आपका भी यही सवाल है तो आपके लिए ऐसी जानकारी लाया हूँ कि पढ़कर झूम उठेंगे। आप पहली बार विदेश यात्रा का मन बना रहे हैं तो आपके लिए भूटान सबसे बढ़िया जगह है। भूटान, बर्फीले पहाड़ों से घिरा ऐसा साफ़-सुथरा देश जहाँ प्रकृति की खूबसूरती ही अलग है।
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ऐसा देश जो आज भी आधुनिकता के नाम पर होने वाले विनाश से इतना परे है, की यहाँ बिजली भी सौर ऊर्जा से बनायी जाती है। वो देश जहाँ इतने राज़ दफ्न हैं, कि इसे आज भी ड्रैगन का देश कहा जाता है।
जंगलों से ढके पहाड़ों पर बने सुन्दर-सुन्दर किले, लकड़ी से बने रंग-बिरंगे घर और उनमें रहने वाले भूटानी लोग बाहें फैलाए आपके स्वागत के लिए तैयार खड़े रहते हैं।
इनके अलावा और 8 मुख्य कारण हैं, जिनकी वजह से आपको भूटान से प्यार हो जाएगा :
1. यहाँ जाना आपके लिए बहुत ही आसान है
भारतीयों के लिए भूटान जाना वैसा ही है, जैसा भारत के किसी और राज्य में जाना। ऐसा इसलिए क्योंकि इस देश में घूमने के लिए भारतीयों को वीज़ा नहीं लेना होता। जैसे आप भारत के एक राज्य से दूसरे राज्य में जाते हुए रास्ते में टोल टैक्स देने रुकते हैं, बस उतनी ही देर के लिए भूटान आकर आपको पारो या फुएन्त्शोलिंग के इमिग्रेशन ऑफिस में रुकना होता है। ऑफिस से आपको भूटान का परमिट मिल जाएगा। फिर आप आराम से सीमान्त बाज़ारों में घूमकर भारतीय रुपयों को भूटानी नोंग्त्रुम के साथ बदलवा सकते हैं। छोटी-मोटी खरीदारी के लिए तो यहाँ के दुकानदार भारतीय रूपया ही ले लेंगे। बस अपना ट्रैवल बीमा करवा ले, ताकि सेहत की ओर से निश्चिन्त होकर घूम सकें।
2. बहुत ही कम चीज़ें साथ लेने की ज़रुरत है
अक्टूबर से दिसंबर के महीनों में भूटान काफी ठंडा होता है, इसलिए पैकिंग करते हुए आप अगर खूब सारे गरम कपडे बाँध लेते हैं तो अच्छा है। गरम थर्मल की दो- तीन परतें, ऊनी जुराब, रनिंग शूज़ जैसे पहनने के सामान पैक कर ले। प्राथमिक उपचार के किट में डीएमोक्स नाम की दवा ज़रूर रख लें, जो पहाड़ों पर जी मचलने पर बहुत काम देती है। दस्तावेजों में कम-से-कम छह महीनों के लिए वैध पासपोर्ट, और मतदाता पहचान पत्र रख लेते हैं, तो आपको ट्रैवल परमिट चुटकियों में मिल जाता है। फ्लाइट के रद्द हो जाने या किसी मेडिकल आपातकाल की स्थिति में ओवरसीज़ मेडिकल इन्शुरन्स भी बड़ा काम आता है।
3. पारो में लैंड करना तो बस रोमांच की शुरुआत है
भूटान में हवाई जहाज़ उड़ाना कोई आसान काम नहीं है। गहरी घाटियों से जब प्लेन मुड़ता है तो खिड़की से पास के पहाड़ इतने करीब दिखते है, कि बस हाथ बढ़ाओ और छू लो। ऐसे में नज़ारा ऐसा होता है कि हवाई जहाज़ का पंख पहाड़ से अभी लग ही गया मानो। कलेजा मुँह में आ जाता है। शायद इसीलिए यहाँ हवाई जहाज़ उड़ाने की इजाज़त दुनिया के सिर्फ आठ पाइलेटों को ही है।
4. भूटान में आप बड़े आराम से अकेले घूम सकते हैं
भूटान को अगर आप अपनी शर्तों पर अपने वाहन में घूमना चाहते है तो आपको बड़े आराम से परमिट मिल जाता है। अगर गाड़ी आपकी खुद की है तो गाड़ी के असली दस्तावेज और आपका ड्राइविंग लाइसेंस ही चाहिए। नहीं तो फुएन्त्शोलिंग में इमिग्रेशन ऑफिस के पास आपको परमिट मिल जाता है। सड़क रस्ते के बीच आने वाले होटल्स के बारे में जानकारी कर लेते हैं तो आराम करते हुए चलना आसान हो जाता है।
5. बाइक पर भारत से भूटान जाना तो और भी रोमांचक है
आपको ऐसी कई ट्रैवल कम्पनियाँ मिल जाएँगी, जो भारत से भूटान तक बाइक पर घूमने का मौका देती हैं। ये सिलीगुड़ी से सफर शुरू करवाती हैं। अगर दुपहिया वाहन पर भूटान घूमना चाहते हैं तो थिम्पू से कुछ और परमिट लेने होंगे। आपकी सहूलियत के लिए ये कुछ ज़रूरी इटिनेररी देख लें।
6. भूटानी लोग बाहें फैला कर आपका इंतज़ार करते हैं
भूटान जाने का एक कारण ये भी है कि यहाँ के लोग आपका स्वागत बड़ी गर्मजोशी और प्यार से करते हैं। यहाँ के लोग आपकी हर ज़रुरत का ख़ास ख़याल रखते हैं, चाहे आप पारो के किसी बड़े होटल में ठहरे हो या बांथांग जैसे ग्रामीण इलाके में किसी गाँववाले के घर में।
7. यहाँ की छोटी-छोटी अनोखी चीज़ें जान कर आपको बड़ा मज़ा आएगा
भूटान एक ऐसा देश है, जहाँ देश की उन्नति ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट से नहीं बल्कि ग्रॉस नैशनल हैप्पीनेस के पैमाने से आँकी जाती है। जी हाँ, ये सच है। टेलीविज़न यहाँ सिर्फ कुछ दस साल पहले आया था। भूटान में हर नागरिक नए साल के दिन को ही अपना जन्मदिन मानता है। इसलिए यहाँ सभी नए साल को बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं।
और पढ़िए : भूटान और यहाँ के लोगों की ख़ुशी का राज़, जो आपको कोई नहीं बताएगा
8. यहाँ की असीम शांति में यहीं बस जाने का मन करेगा
एशिया के दो देशों की राजधानियों में से एक थिम्पू में यातायात बिना टैफिक लाइट के अनुशासन में रहता है। सफ़ेद दस्ताने पहने टैफिक पुलिस वाले हर सुबह अनुशासन को बनाए रखने के लिए तैनात हो जाते हैं। यहाँ तेज़ गति से गाड़ी चलाने या हॉर्न बजाने पर लोगों को सजा दी जाती है। इस देश के 60 प्रतिशत हिस्से में जंगल फैले हैं और कई ऐसी ऊँची चोटियाँ हैं, जिन्हें प्राकृतिक रूप से वैसा ही रखने की खातिर कोई छेड़छाड़ नहीं की जाती। अगर आपको शान्ति में कुछ दिन की छुट्टियाँ बिताना अच्छा लगता है, तो भूटान ही सही जगह है।
टिप : होनी को कौन टाल सकता है। मगर हाँ, अनदेखी घटनाओं के लिए पहले से तैयारी ज़रूर की जा सकती है। और इस तैयारी में इंटरनैशल ट्रैवल इन्श्योरेंस आपकी मदद करता है। इन्श्योरेंसहै तो आप घूमने का मज़ा खुलकर ले सकते हैं।
अगर आप भूटान की भाषा जोंगखा के कुछ शब्द सीख लें तो एक भारतीय को जोंगखा बोलते सुनकर भूटानियों की आँखे हैरानी में फटी-की-फटी रह जाएँगी। जैसे क्युज्युज़ेंग्पो ला : अभिवादन करने के लिए हेलो या आपका दिन शुभ रहे के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
इन छुट्टियों में भूटान जाते हैं तो आपको मज़े आ जायेंगे।
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