भाग 4
सानासर की खूबसूरत चरागावो को देखने के बाद हम घर के लिए रवाना हो गए। रास्ते में हम जम्मू के अमर महल गए, जो कला का उत्तम नमूना है। बहुत सुंदर शिल्पशैली है। तवी नदी का खूबसूरत दृश्य दिखाई देता है।
कुछ समय अमर महल में बिताने के बाद हम आ गए जम्मू कश्मीर और पंजाब के बॉर्डर पर पंजाब का छोटा सा गांव है माधोपुर। माधोपुर रावी नदी के तट पर बसा हुआ है। रावी नदी को पार करते ही जम्मू कश्मीर का कठुआ जिला शुरू हो जाता है। भारत को जम्मू कश्मीर से जोड़ने वाला एक मात्र राष्ट्रीय राज मार्ग और भारतीय रेल यहीं से होकर गुजरती है। माधोपुर रेल और सड़क से बाकी जगहों से जुड़ा हुआ है।
हम canal view resturant पर रुके। कोल्ड ड्रिंक और हल्का फुल्का कुछ खाया। अपर बारी डोआब ( upper Bari doab) canal jo रावी नदी से निकाली गई है, उसका खूबसूरत नजारा देखने को मिला। माधोपुर से आप रणजीत सागर डैम देखने के लिए भी जा सकते हो। Mukteshwar caves को भी देख सकते हो। पंजाब का परवेशद्वार अपने आप में बहुत महत्व रखता है। पठानकोट से 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित माधोपुर पंजाब को जम्मू कश्मीर से जोड़ता है। माधोपुर में कुछ समय बिताने के बाद हम वापिस अपने घर मोगा जिले के बाघा पुराना में आ गए।
यह थी हमारी पटनीटॉप यात्रा। उम्मीद है आप सभी को पसंद आई होगी।
धन्यवाद।