नासिक को कम्प्लीट पैकेज बनाते ये नासिक के यूनीक पर्यटन स्थल

Tripoto
Photo of नासिक को कम्प्लीट पैकेज बनाते ये नासिक के यूनीक पर्यटन स्थल by Sachin walia
Day 1

नासिक में घूमने की टॉप जगहें, जो नासिक अपने मौसम की वजह से जाना जाता है। नासिक में वो हर खूबसूरत चीजें देखने को मिल जाएंगी जिसका हर घुमने वाले पर्यटक को शुरू से ही तलाश रही है नासिक में हरे भरे जंगल, कल कल करती नदियों की खूबसूरती देखने लायक बनती हैं। नासिक में त्योहारों के समय में बहुत अधिक संख्या में भीड़ दिखाई पड़ती है। तो चलिए हम भी बिना देर किए शुरू करते हैं नासिक का सफर।

अंजनेरी हनुमान मंदिर

Photo of नासिक को कम्प्लीट पैकेज बनाते ये नासिक के यूनीक पर्यटन स्थल by Sachin walia

नासिक से 28 किमी की दूरी पर अंजनेरी मंदिर का खास महत्व है। माना जाता है कि भगवान हनुमान का जन्म यहीं हुआ था। अंजनेरी में हनुमान जी की माता अंजनी की बेहद खूबसूरत प्रतिमा है। यहांँ आने पर आपको अध्यात्म की एक नई अनुभूति होगी। तो यहांँ आना मिस नहीं करिएगा।

दादा साहेब फाल्के स्मारक

Photo of नासिक को कम्प्लीट पैकेज बनाते ये नासिक के यूनीक पर्यटन स्थल by Sachin walia
Photo of नासिक को कम्प्लीट पैकेज बनाते ये नासिक के यूनीक पर्यटन स्थल by Sachin walia

पांडवलेनी गुफाओं के पास लगभग 29 एकड़ में दादा साहेब फाल्के स्मारक अपनी अलग पहचान बनाए हुए है। जिन लोगों का शांति पसंद है ऐसे लोगों के लिए भीड़भाड़ से दूर दादा साहेब फाल्के स्मारक किसी वरदान से कम नहीं है। भगवान बुद्ध की शानदार प्रतिमाएं, खूबसूरत लॉन, म्यूजिकल फाउंनटेन मेडिटेशन के लिए एक दम सटीक है। आप अपने पूरे परिवार के साथ यहांँ पर आकर खूबसूरत पलों को बिता सकते हैं। दादा साहेब फाल्के स्मारक में तो कई लोग आते है लेकिन काफी लोगों को ये पता नहीं है की यहांँ पर वस्तु संग्रालय भी है, तो जब भी आप यहांँ आएं तो वस्तु संग्रालय जाना बिलकुल न भूलें क्योंकि ये वो जगह हे जिसे आप मिस करना तो बिलकुल नहीं चाहेंगे।

त्र्यंबकेश्वर

Photo of नासिक को कम्प्लीट पैकेज बनाते ये नासिक के यूनीक पर्यटन स्थल by Sachin walia

नासिक घूमने निकले हैं तो शिरडी, भीमशंकर शिव मंदिर, एलोरा, एलिफेंटा गुफाओं के अलावा त्र्यंबकेश्वर मंदिर जाना ना भूलें। शिव जी के बारह ज्योतिर्लिगों में श्री त्र्यंबकेश्वर को दसवां स्थान दिया गया है। यह महाराष्ट्र में नासिक शहर से 35 किलोमीटर दूर गौतमी नदी के तट पर स्थित है। मंदिर के अंदर एक छोटे से गड्ढे में तीन छोटे-छोटे लिंग है, जिन्‍हें ब्रह्मा, विष्णु और शिव का प्रतीक माना जाता हैं। त्र्यंबकेश्‍वर की सबसे बड़ी विशेषता ये है कि इस ज्‍योतिर्लिंग में ब्रह्मा, विष्‍णु और महेश तीनों ही विराजित हैं। काले पत्‍थरों से बना ये मंदिर देखने में बेहद सुंदर नजर आता है

राम कुंड

Photo of नासिक को कम्प्लीट पैकेज बनाते ये नासिक के यूनीक पर्यटन स्थल by Sachin walia

नासिक में राम कुंड गोदावरी नदी पर स्थित है, जो असंख्य तीर्थयात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहांँ भक्त स्नान के लिए आते हैं। माना जाता है कि भगवान राम ने यहांँ स्नान किया था। राम कुंड का निर्माण 1696 में चितारो खातरकर ने कराया था। मान्यता है कि इस पवित्र कुंड में किसी मृतक की अस्थियां बहाने से उसकी आत्मा को मोक्ष प्राप्त होता है। राम कुंड क्षेत्र में अन्य कई मंदिर भी आते हैं जैसे कि सुंदर नारायण मंदिर, नारो शंकर मंदिर और कापालीश्वरा मंदिर।

सीता गुफा

Photo of नासिक को कम्प्लीट पैकेज बनाते ये नासिक के यूनीक पर्यटन स्थल by Sachin walia
Photo of नासिक को कम्प्लीट पैकेज बनाते ये नासिक के यूनीक पर्यटन स्थल by Sachin walia

ऐसा माना जाता है कि भगवान राम के 14 वर्षों के दौरान, लक्ष्मण और मां सीता नासिक के पंचवटी क्षेत्र में रहे। पूरे पंचवटी क्षेत्र लगभग पांच किमी में फैला हुआ है। पंचवटी इसलिए बोला जाता है क्योकि वहांँ पांच बरगद के पेड़ आपस में जुड़े हुए है। ये पांच प्राचीन बरगद के पेड़ अभी भी सीता गुफा के आसपास स्थित हैं और संख्याओं के साथ चिह्नित हैं, ताकि आप उन्हें आसानी से पहचान सकें। नीचे एक बरगद के पेड़ की तस्वीर है जो सीता गुफा गुफा मंदिर के ठीक सामने है। आप आसानी से इस मंदिर को पहचान सकते हैं। यह मंदिर ज्यादा बड़ा तो नहीं लेकिन यह आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण है क्योंकि सीता मैया ने यहांँ पर तपस्या,आराधना बनवास के समय में की थी। इसीलिए एक अलग तरीके की आध्यात्मिक ऊर्जा आपको महसूस करने को मिलेगी जो कि आपके मन में भक्ति और प्रेम का प्रवाह कर देगी। यह सीता गुफा नासिक में पंचवटी क्षेत्र के अंदर ही आता है। गुफा के अंदर जाने में 20 मिनट से एक घंटे लग सकते हैं।

सुला वाइनयार्ड

Photo of नासिक को कम्प्लीट पैकेज बनाते ये नासिक के यूनीक पर्यटन स्थल by Sachin walia
Photo of नासिक को कम्प्लीट पैकेज बनाते ये नासिक के यूनीक पर्यटन स्थल by Sachin walia

अगर आपको घूमने फिरने का शौक है और आप ट्रिप के दौरान कुछ अलग हटकर करना चाहती हैं तो आपको एक बार वाइनयार्ड टूरिज्‍म की ओर थोड़ा इंट्रेस्‍ट दिखाना चाहिए। जी हां, आप ने किले, गुफाएं, म्‍यूजियम्‍स और नेचर टूरिज्‍म तो कई बार किया होगा। मगर अब ट्रैवल के क्षेत्र का विस्‍तार हो रहा है और कुछ यूनीक आइडियज के साथ नई जगहों को टूरिज्‍म से जोड़ा जा रहा है। भारत में मौजूद वाइनयार्ड्स टूरिज्‍म भी इसी का हिस्‍सा है। इस वेस्‍टर्न ट्रैवल कलचर को अपनाया है सुला वाइनयार्ड्स ने। मुंबई से 180 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद नासिक शहर को उसके कलचर, नेचुरल ब्‍यूटी और खूबसूरत वाइनयार्ड्स के लिए जाना जाता है। यहांँ से कुछ ही दूर एक छोटा सा गांव है डिंडोरी। हरभरे पहड़ों और सुंदर सी झील से घिरा यह गांव बेहद खूबसूरत दिखता है। इस गांव में देश का सबसे मशहूर सुला वाइनयार्ड मौजूद है। इस वाइनयार्ड की फर्स्‍ट हार्वेस्‍ट 1999 में हुई थी। तब से इस वाइनयार्ड का दिन पर दिन विस्‍तार हो रहा है। हर रोज यहांँ पर 8 से 9 हजार टन के अंगूरों को क्रश करके वाइन तैयार की जाती है। इस वाइन की सेल न केवल भारत बल्कि दूसरे देशों में भी होती है।

नासिक को अच्छे से करीब से जानने का मोका हाथ से मत जाने देना।

आपको मेरा यह आर्टिकल कैसा लगा कमेन्ट बॉक्स में बताएँ।

जय भारत

अपनी यात्राओं के अनुभव को Tripoto मुसाफिरों के साथ बाँटने के लिए यहाँ क्लिक करें।

बांग्ला और गुजराती के सफ़रनामे पढ़ने के लिए Tripoto বাংলা  और  Tripoto  ગુજરાતી फॉलो करें।

रोज़ाना Telegram पर यात्रा की प्रेरणा के लिए यहाँ क्लिक करें।