खुशीयों की चुस्की

Tripoto
चलो चलें वहां,
जहां पहाड़ों की गोद में,
एक झील हो,
और उस झील में,
तैरता हो अपना घर,
वो घर,
जिसमें बस तुम हो,
और हूं मैं ,

बंदिशों को भी ,
छोड़ आए हों हम कहीं। वहाँ ओंस की बूंदें सब पर मेहरबां रहती हों ,
वो ठंडी हवाएं ,
सबको अपने आगोश में ले लेती हों
क्यूंकि
उन्हें नहीं दिखता कुछ,
इंसान और इंसानियत से इतर।

वहीं रहेंगे हम दोनों
उन्हीं ठंडी हवाओं के पहलुओं में,
कि शोर से दूर वहां ,
बस मैं और तुम होंगे
कि वहीं लगाएंगे एक हम,
अपनी चाय की टपरी,
जहाँ मिलेगी गरम चाय,
और खुशियों की,
कुछ चुस्की।
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~Respect Nature and keep Himalayas and Nature Clean!
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#TripotoAbHindiMein #Hindi
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Photo of Chandra Taal, Himachal Pradesh by nomad mj