#गिरनार_पर्वत
नमस्कार दोस्तों
यह तसवीर जो आप देख रहे हो , गुजरात के जूनागढ़ जिले में पवित्र गिरनार पर्वत पर गुजरात के सबसे ऊंचे सथान दत्रातरेय मंदिर की हैं। इस जगह की ऊंचाई तकरीबन 1100 मीटर हैं। बहुत सारे श्रद्धालु हर साल गिरनार पर्वत की यात्रा करते हैं। गिरनार पर्वत सदियों से साधु संतों की तपोभूमि रहा हैं। धार्मिक महत्व के साथ साथ गिरनार पर्वत का प्राकृतिक सौंदर्य भी लाजवाब हैं। जब आप पैदल गिरनार पर्वत की चढ़ाई चढ़ते हो तो आप को कुदरत के खूबसूरत नजारे देखने को मिलते हैं जैसे हरे भरे पहाड़, दूर दूर तक उड़ते हुए बादल और ठंडी हवा के झोंके आदि । मुझे भी 10 अकटूबर 2021 को गुजरात के गिरनार पर्वत की यात्रा करने का मौका मिला। इस तसवीर को मैंने सुबह सुबह माता अंबा जी मंदिर से आगे गोरखनाथ मंदिर से गुरु दत्रातरेय मंदिर की जाते समय खींचा था। अभी गिरनार में माता अंबा जी मंदिर तक रोपवे बन गया है। आपको अपनी गिरनार यात्रा के लिए गुजरात के शहर जूनागढ़ पहुंचना होगा । वहां से भवनाथ तालेटी जहां से आप पैदल या रोपवे से माता अंबा जी मंदिर पहुंच सकते हो। फिर गोरखनाथ मंदिर, कुमंडल कुंड आदि जगहों के दर्शन करते हुए आप गुजरात के सबसे ऊंचे सथल गुरू दत्रातरेय जी के मंदिर तक जा सकते हो। अगर आप पैदल चलोगे तो आपको भवनाथ तालेटी से गुरू दत्रातरेय मंदिर तक 9,999 सीढियां चढ़नी होगी यानि 10,000 सीढियों से एक सीढी कम । तो देर किस बात की अपनी यात्रा लिस्ट में गिरनार पर्वत यात्रा का नाम भी लिख लीजिए ।