#करनाटक_का_ताज
#बिदर_का_किला
#बिदर_शहर
दोस्तों बिदर जिला करनाटक के बिल्कुल उत्तर में हैं, इसीलिए इस जिले को करनाटक का ताज कहते हैं।
बिदर शहर 700 मीटर ऊंचे पठार पर बसा हुआ हैं, यह किला भी ऊंचाई पर बसा हुआ हैं, दोस्तों जहां भी मैं जाता हूँ अगर वहां कोई मयूजियम, किला या ईतिहासिक ईमारत हो मैं उसे देखने जरूर जाता हूँ। मैं बिदर शहर में गुरूद्वारा नानक झीरा दर्शन करने चार पाँच बार गया हूँ, हर बार जब नांदेड़ वाले रोड़ पर वापिस जाता तो सामने दिखती पहाड़ी पर किलेनुमा ईमारत और दीवारें दिखती हैं, फिर एक बार बिदर गुरूद्वारा साहिब में रात रूकने का
प्रोग्राम बनाया और साथ में बिदर किले को देखने का।
2015 से 2017 तक महाराष्ट्र के परभणी शहर में होमियोपैथिक (M.D.) करने का अवसर प्राप्त हुआ, तब बिदर भी आना जाना हुआ। एक बार बिदर रेलगाड़ी से गया, नांदेड़ से बंगलौर जाने वाली रेल वाया बिदर होकर जाती हैं, परभणी से रेल पकड़ कर सुबह 7 बजे, 12 बजे के आसपास बिदर रेलवे सटेशन पहुंच गया, साथ में श्रीमती जी भी थी, सटेशन से बिदर का किला घूमने के लिए आटो बुक कर लिया दो सौ रुपये में, किला दिखाकर उसने गुरूद्वारा नानक झीरा साहिब छोड़ दिया
#बिदर_किला
बिदर का किला बहुत ही बड़ा और खूबसूरत हैं, इसके बाहरी गेट बहुत शानदार बने हुए हैं, इस किले का निर्माण बहमानी सुल्तान अहमद शाह द्वारा 1426-32 ईसवी में करवाया गया। इसकी दीवार 55 किमी लम्बी तथा बहुत ही मोटी हैं, इसमें बहुत सारी सुरक्षा विशेषताएं हैं, इसे देश के सबसे अपराजेय किलों में से एक माना जाता है।
इस किले में एक अद्वितीय त्रिपक्षीय खाई हैं, जिसका निर्माण तुर्की सैनिकों द्वारा करवाया गया। इस किले की सुरक्षा के लिए बहुत बड़े और मजबूत सात द्वार बने हुए हैं। किले में विशाल गुंबद सुंदर चित्रकारियों से सजे हुए हैं। किले के दरवाजों के बीच तिरछे रास्ते में तीन हजार सैनिक पोजीशन ले सकते हैं, एक दरवाजे से दूसरे दरवाजे तक भूमिगत सुरंगों द्वारा जाया जा सकता है।
किले में भरपूर संख्या में सुरंग तथा भूमिगत कक्ष हैं, जिनकी सहायता से आपातकाल सिथति में बचकर भागा
जा सकता है। किले के चारों ओर बनी हुई मीनारों से तोपों तथा अन्य हथियारों की सहायता से सुरक्षा और निगरानी की जाती थी। किले में बहुत सारे कुएं भी बने हुए हैं। बिदर के किले की सैन्य संरचना ने हैदराबाद, गोलकुंडा, बीजापुर शहरों के डिजाइन को बहुत प्रभावित किया है। किले के अंदर बहुत सारे समारक जैसे तख्त महल, तरकश महल, रंगीन महल, शाही मतबख (रसोई)
दीवान ए आम आदि बने हुए हैं। बिदर का किला बहुत दर्शनीय जगह है, मैंने भी दो घंटे लगाकर बिदर के किले को घूमा। बालीवुड मूवी डरटी पिक्चर का गाना इश्क सूफियाना बिदर किले में ही फिलमाया गया। आप भी आओ बिदर देखने कभी।