अंम्बोली मे स्थित नांगरतास वाटरफॉल देखने के लिए अम्बोली से बेलगावी की तरफ गाड़ी को घुमाया ।एक किलोमीटर दूर ये झरना रस्ते के किनारे ही है ।नांगर का मतलब हल, जिस तरहां हल धरती को चिरता है उसी तरह ईस झरने का पानी जमीन को चिरता है ऐसा लगता है ।



कावलेसाद पाँईट U आकार की खाईं है जिसमें अनेक झरने गिरते है ।बारिश के दिनों में ईन झरनों का पानी तेज हवा की वज़ह से रिवर्स वाॅटरफाॅल में तब्दील होते हैं ।

हिरण्यकेशी नदी जहाँ से शुरू होती है वही महादेव जी का मंदिर है जो कि एक गुफा में स्थित है

महादेव गड पाँईट से बहुत खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है ।

अंम्बोली से नजदीक चौकुल गाँव के समीप बाबा वाॅटरफाॅल है, जो कि एक गुफा के ऊपर से गिरता है और आप गुफा से ये खुबसूरत नजारा देख सकते हैं ।बाबा वाॅटरफाॅल के आगे पारगड किला जरूर देखें ।

अम्बोली घाट में एक बहुत ही बढ़िया वाॅटरफाॅल रास्ते में ही है ,जो यहां का मुख्य आकर्षण है, ईस में भिगते हुए आप जन्नत का मजा ले सकते है ।

अम्बोली घाट महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में है और यहां कोल्हापुर या बेलगाँव और गोवा से भी आ सकते है ।