नर्मदा नदी अपने आप में एक व्यापकता धारण किए हुए माता का रूप लिए है| यह अपने आप मे सारे दुख दर्द को समाहित करते हुए अमरकंटक की पहाड़ी से निकलते हुए मध्य प्रदेश ,गुजरात, राजस्थान के मैदानों को सिंचित करते हुए मानव के जीवनदायिनी के रूप में मौजूद है |नर्मदा नदी की खास विशेषता यह है, कि इसमें एक विशेष प्रकार की शिवलिंग पाए जाते हैं जो विश्व के किसी अन्य नदियों में नहीं पाए जाते हैं |मुझे एक अवसर पर जबलपुर जाना हुआ इसी क्रम में मैं नर्मदा माता के दर्शन करने के लिए भेड़ाघाट गया ,वहां की दुकानों पर मुझे कुछ अद्भुत लोक कला स्थापत्य शैली का दर्शन देखने को मिला | इतनी विभिन्न प्रकार की विभिन्न भगवानों की मूर्तियां स्थिति थी, लेकिन इन सब में भगवान शिव जी की मूर्ति लिंग की संख्या सबसे ज्यादा थी | कई दुकानों में तो अद्भुत विशालकाय शिवलिंग देखने को मिले जो यह दर्शाता है कि नर्मदा माता और शिव जी को अलग नहीं किया जा सकता| उसी की कुछ चित्र आपके साथ साझा कर रहा हूं ,अगर आप नर्मदा माता के दर्शन करने जाएं तो इन क्षेत्रीय लोक शैलियों को अवश्य देखें सच में उनको देखने मात्र से आंखों में ऐसा प्रतीत होता है ,जैसे चांद की रोशनी आंखों के अंदर प्रवेश कर रही हो और आंखों के द्वारा मस्तिष्क को सुकून दे रही हो| धन्यवाद