जय माता दी।
हेलो दोस्तो केसे हो आप सब आशा करता हूं कि सब कुशल मंगल होगा में आज आपको एक छोटे से गांव के बारे में बताना चाहता हूं। जो की आज एक शक्तिपीठ के रूप मे जाना जाता है।ये गांव है माइसर खाना जो की पंजाब में है
देवी दुर्गा और देवी ज्वाला जी के सम्मान में बनाया गया एक मंदिर है यह भठिंडा ओर मनसा रोड पर बठिंडा से 29 km पड़ता है । आप यह पर by air भी आ सकते है बठिंडा एयरपोर्ट की दूरी 56km है और train से बठिंडा और कोट फतह station सबसे नजदीक पड़ता है और by road इसको बहुत सारे शहर जोड़ते हैं जैसे बठिंडा, मनसा, मोर मंडी, तलवंडी,। हर वर्ष जहा पर छट ( नवरात्रि का छटा दिन ) को भारी मेला लगता है जो की साल में दो बार होता है । लेकिन हर महीने की छट को भी जहा पर मेले जैसा माहौल होता है एक पौराणिक कथा के अनुसार, बहुत पहले, "कमला" नामक एक व्यक्ति, ज्वाला जी के लिए खतरनाक तीर्थ यात्रा करने मे विफल रहा तब उसने माता दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए आजीवन तपस्या की ओर माता ने प्रसन्न होकर उसे एक ज्योति के रूप में दर्शन दिया इसलिए यहां पर माता सभी को ज्योति के रूप में दर्शन देते है और यहां पर मंदिर स्थापित करने को कहा । मंदिर के बाहर एक तालाब भी है जो की इसी मंदिर कि तरह पवित्र है इस जगह पर लोग दूर दूर से आते है आस पास के राज्यों से भी लोग हर मेले में आतें है कहा जाता है की जब नवरात्रि पर्व में छटा दिन होता है तब रात के टाइम 12 बजे माता की आरती होती है तब आरती के समय आखंड जोत अपने आप जलती है और माना जाता है की तब मां ज्वाला देवी जी मां दुर्गा जी से मिलने आती है जहा पर लोगो को सभी मनोकामना पूर्ण होती है जहा पर बहुत है सुंदर माता जी का मंदिर है और जहा पर नव दुर्गा रूप , भगवान विष्णु, ब्रह्मा, शिव , आदि सभी देवी देवतों के मदिर है ये मंदिर पहले खंडर होता जा रहा था लेकिन सन 1951में हिंदू भक्तो ने सरकार से अपने अधिकार में लेने के लिए अनुरोध किया और सरकार से अनुमति मिलने के बाद अपने खर्चे पर मंदिर का निर्माण किया और आज एक विशाल और वाब्य मंदिर परिसर है
तो में आपको बताना चाहता हूं कि यहा पर हर वर्ष के अन्तिम दिन 31दिसंबर को भी लोग नए साल की खुशी में यहां आते है तो हम सब भी 31 /12/2021 को नए साल की खुशी में माता रानी के दर्शन करने के लिए चले गए और माता रानी से प्रार्थना की की आने वाले नए साल हम सब के लिए मंगलमय हो। रात के 12बजे से पहले हम लोगो ने मंदिर परिसर में घूमे और माथा टेका और जैसे ही रात को 12बजने वाले थे सभी लोग माता रानी के दरबार में खड़े हो गए और 12बजे से पहले मंदिर के पुजारियों ने माता की आरती की ।
हम सब लोगो ने माता के जय कारों से नए साल का स्वागत किया । ओर माता रानी से आशीर्वाद लिया और अपने अपने घर की ओर निकल पड़े हमारे यहां से माइसर खाना करीब 80km पड़ता है
में आशा करता हूं कि आप सब को इस नई जगह के बारे मैं जानकर बहुत अच्छा लगे माता रानी आप सभी की मनोकामना पूर्ण करे
जय माता दी
Thanks you 🎉