रंग भरे राजस्थान का सवाई माधोपुर इलाका अपनी रणथंभौर टाइगर सफारी के लिए दुनिया-भर में मशहूर है. पर जरा रुकिए, क्योंकि इसी जिले की एक तहसील गंगापुर सिटी में उदयी मोड़ से गणेश मिल (जो अब बंद पड़ी है) वाली सड़क के नजदीक अगर आप को देशी घी में कोई सब्जी बनने की खुशबू आ रही है, तो समझिए कि आप टिक्कड़ और आलू-प्याज सब्जी की मशहूर दुकान 'बत्तू दी स्पेशल' पर पहुंच चुके हैं.
पिछले तकरीबन 28 साल से लोगों को टिक्कड़ और आलू-प्याज की सब्जी में अपना प्यार परोसने वाले बत्तू जी के हाथ में वाकई जादू है, क्योंकि अगर आप ने एक बार इस का स्वाद चख लिया तो फिर दोबारा खाने के मोह से खुद को बचा नहीं पाएंगे.
टिक्कड़ गेहूं के आटे, बेसन और सूजी से बनी वह मोटी रोटी (कहीं-कहीं बाजरे की भी) होती है, जिस में सौंफ और अजवायन का छिड़काव इस के स्वाद को नेक्स्ट लेवल पर ले जाता है. मसालेदार और चटपटी आलू-प्याज की सब्जी में फ्राई किए गए बड़े आकार के कटे आलू और पिसे प्याज की जुगलबंदी लाजवाब होती है, जबकि ज्यादातर जगहों पर आलू-प्याज की ऐसी सब्जी में प्याज पूरे के पूरे डाले जाते हैं.
'बत्तू दी स्पेशल' दुकान पर लोग ऑर्डर कर के ही सामान ले जाते हैं, क्योंकि यहां पर बैठने की ज्यादा जगह नहीं है. यहां अमूमन दोपहर के 12 से रात के 9 बजे तक टिक्कड़ मिलते हैं. दुकान पर कभी भी छुट्टी नहीं होती है और शनिवार और रविवार को बत्तू जी टिक्कड़ के साथ आलू-प्याज की स्पेशल सब्जी बनाते हैं, जो दाम और स्वाद में दोगुनी हो जाती है. वैसे, यहां पर एक प्लेट टिक्कड़ की कीमत 80 रुपए (सोमवार से शुक्रवार तक) है जिस में 2 टिक्कड़, आलू-प्याज की सब्जी और सलाद मिलता है.
आप ज्यादा जानकारी के लिए बत्तू जी से उन के मोबाइल नंबर 99281 95679 पर बात कर सकते हैं.
चटपटा तो बहुत हो गया, अब जरा मीठे पर भी गौर कर लेते हैं. गंगापुर सिटी का बना खीरमोहन अगर आप ने नहीं खाया है, तो रणथंभौर के टाइगर की कसम आप ने जिंदगी की एक स्पेशल मिठाई को मिस कर दिया है.
पहली नजर में गुलाबजामुन की तरह दिखने वाली यह मिठाई उस से बिल्कुल अलग होती है, क्योंकि यह पनीर से बनती है और गुलाबजामुन मावा से. एक और बात, इस इलाके में खीरमोहन की मशहूरी को ले कर इस तरह के किस्से भी जुड़े हुए हैं कि अगर आप को अपना कोई रुका हुआ काम पूरा करवाना है तो सामने वाले को खीरमोहन खिला दो, फिर वह मना नहीं कर पाएगा.
ऐसा माना जाता है कि गंगापुर सिटी में सब से पहले खीरमोहन बनाने का श्रेय हाबूलाल हलवाई को जाता है. उन्होंने साल 1950 के आसपास पहली बार खीरमोहन मिठाई बनाई थी और आज आलम यह है कि गंगापुर सिटी और खीरमोहन एकदूसरे का पर्याय बन गए हैं. हालात ये हैं कि जब भी कोई परिचित या रिश्तेदार गंगापुर सिटी जाता-आता है, तो उस से खीरमोहन खासतौर पर लाने को कहा जाता है.
यह मिठाई इतनी ज्यादा पसंद की जाती है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व उपराष्ट्रपति भैंरोंसिंह शेखावत, दिवंगत राजेश पायलट, अबरार अहमद, वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी से ले कर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कई बड़े सरकारी अफसर भी इस के स्वाद के दीवाने बताए जाते हैं.
अब जब कभी आप गंगापुर सिटी के आसपास से गुजरें तो 'बत्तू दी स्पेशल' दुकान के टिक्कड़ और आलू-प्याज की सब्जी और इस शहर की मिठास खीरमोहन का स्वाद लेना न भूलें.





